सदन में समान अवसर नहीं देने वालों को इतिहास माफ नहीं करेगा: सिब्बल
- धनखड़ पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने साधा निशाना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। विपक्ष द्वारा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को हटाने की मांग पर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि इतिहास उन लोगों को कभी माफ नहीं करेगा जो सदन के कामकाज में समान अवसर नहीं देते हैं। पहली बार कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी गुट ने धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए राज्यसभा में एक नोटिस पेश किया था। धनखड़ सदन में पक्षपात करने का आरोप लगाया गया है। एक्स पर पोस्ट करते हुए सिब्बल ने कहा, धनखड़ को हटाने के लिए राज्यसभा के 60 सदस्यों ने नोटिस पेश किया। लोकतंत्र की जननी के लिए यह बहुत ही दुखद दिन है।
उन्होंने आगे कहा, इतिहास उन लोगों को कभी माफ नहीं करेगा जो सदन के कामकाज में समान अवसर नहीं देते हैं। अगर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को हटाने वाला प्रस्ताव लाया जाता है तो इसे पारित कराने के लिए विपक्षी गुट को बहुमत की आवश्यकता होगी। 243 सदस्यीय सदन में उनके पास आवश्यक संख्या नहीं हैं। विपक्षी गुट ने कहा कि यह संसदीय लोकतंत्र के लिए लडऩे का एक मजबूत संदेश था। विपक्षी दलों ने कहा कि राज्यसभा में सभापति की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है और धनखड़ से गैर पक्षपातपूर्ण तरीके से व्यवहार करने की अपेक्षा की जाती है। इसके बजाय उन्होंने उस पद की प्रतिष्ठा को ही कम कर दिया। विपक्ष की तरफ से कांग्रेस नेता जयराम रमेश और नसीर हुसैन ने राज्यसभा महासचिव सीपी मोदी को मंगलवार को 60 विपक्षी सांसदों द्वारा हस्ताक्षरित नोटिस सौंपा।