तो उत्तर प्रदेश में सुरक्षित नहीं दलित!

दलितों के खिलाफ लगातार जारी है अत्याचार

सबसे बड़ा सवाला क्यों बनाया जा रहा दलितों को निशाना
4पीएम की परिचर्चा में उठे कई सवाल 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। प्रयागराज में एक दलित परिवार के चार लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इसके पहले हाथरस में एक दलित युवती के साथ बलात्कार हुआ और उसकी मौत हो गयी तो उसकी लाश को पेट्रोल डालकर फूंक दिया गया। उत्तर प्रदेश में दलितों पर अत्याचार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यूपी में दलितों पर अत्याचार के मामले बढ़ क्यों रहे हैं? ऐसे कई सवाल उठे वरिष्ठï पत्रकार अमलेंदु उपाध्याय, अजय शुक्ला, अमित कुमार श्रीवास्तव, रंजीव, लेखक और चिंतक रविकांत और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के बीच हुई लंबी परिचर्चा में।
अमित कुमार श्रीवास्तव ने कहा, ऐसी कई घटनाएं यहां लगातार हो रही हैं। दलित नाबालिक लड़की के साथ गैंगरेप किया गया था। बाद में चारों को मार दिया गया। शिकायत के बाद भी प्रयागराज की पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। परिजनों ने ठाकुर जाति के लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। ऐसी घटनाओं का होना प्रयागराज पुलिस पर सवाल उठती है। रविकांत ने कहा, ऐसी घटनाओं का सिलसिलेवार होना चिंतनीय है। दलितों पर अत्याचार बदस्तूर जारी है। क्या दलित महिलाएं इज्जत के साथ नहीं जी सकतीं। मजबूत कानून व्यवस्था का ढोल पीटा जाता है लेकिन हकीकत सबसे सामने हैं। अमलेंदु उपाध्याय ने कहा, प्रशासन में सीएम के जाति के लोग बैठे हैं। हैरानी की बात यह है कि ऐसी घटनाओं के समर्थन में सरकार खुद खड़ी हो जाएगी। यह स्थितियां यूपी की जनता के लिए खतरनाक है। रंजीव ने कहा, पिछले साढ़े चार में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी है जिसमें पुलिस से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की। पुलिस को सरकार ने पूरी तरह निरंकुश बना दिया है। अजय शुक्ला ने कहा, यह सब उस राज्य में हो रहा है, जिसे भाजपा रामराज कह रही है। एक ओर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं पीएम दूसरी ओर यूपी में उनके साथ रेप और उनकी हत्या हो रही है।

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