महाकुंभ में अब तक 20 हजार से ज्यादा लोग अपनों से बिछड़े 

4PM न्यूज़ नेटवर्क: उत्तर-प्रदेश के प्रयागराज स्थित महाकुंभ मेले (Maha Kumbh Mela) को लेकर नया अपडेट सामने आया है। महाकुंभ में 20 हजार से ज्यादा लोग बिछड़ गए हैं, मेला प्राधिकरण के मुताबिक, डिजिटल खोया-पाया केंद्र ने अब तक 20,144 से अधिक श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलाया है। इनमें बड़ी संख्या महिलाओं की रही। वहीं इसके अलावा पुलिस ने देश के विभिन्न राज्यों और नेपाल से आए श्रद्धालुओं को उनके परिवारों से मिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या के दौरान (28, 29 और 30 जनवरी) को भीड़ का प्रबंधन करते हुए डिजिटल खोया-पाया केंद्रों ने 8,725 बिछड़े लोगों को उनके परिजनों से मिलाया। यूपी सरकार ने कहा कि इसी प्रकार मकर संक्रांति पर्व (13, 14 और 15 जनवरी) पर बिछड़े 598 श्रद्धालु और बसंत पंचमी (2, 3 और 4 फरवरी) पर बिछड़े 813 श्रद्धालुओं को उनके परिवारों से मिलवाया गया।

मिली जानकारी के मुताबिक डिजिटल खोया-पाया केंद्रों में अत्याधुनिक कृत्रिम मेधा (AI) आधारित चेहरा पहचान प्रणाली, मशीन लर्निंग और बहुभाषीय समर्थन जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान की गई हैं। इससे मेला क्षेत्र में बिछड़े हुए श्रद्धालुओं को तेजी से उनके परिवारों से मिलाया जा सका है। डिजिटल खोया-पाया केंद्रों में उत्तर प्रदेश पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों की अहम भूमिका रही। यूनिसेफ सहित कई गैर-सरकारी संगठनों ने भी इसमें सक्रिय योगदान दिया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के तहत इन केंद्रों पर प्रतीक्षा कक्ष, चिकित्सा कक्ष, शौचालय और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं ताकि लोगों को उनके परिजनों से मिलाने की प्रक्रिया के दौरान असुविधा न हो।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • बीते 7 दिसंबर को डिजिटल प्रणाली के जरिये 10 खोया-पाया केंद्रों का शुभारंभ किया गया था।
  • जो संगम, झूसी, अरैल, फाफामऊ में सेक्टर 3, 4, 5, 8, 9, 21, 23, 24 और प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन के पास स्थित हैं।
  • डिजिटल खोया-पाया केंद्रों में AI आधारित चेहरा पहचान प्रणाली, मशीन लर्निंग और बहुभाषीय समर्थन जैसी सुविधाएं हैं।

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