भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने मैसूर पहुंचीं सोनिया गांधी
नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए कर्नाटक के मैसूर शहर में पहुंच गई हैं। कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और विपक्ष के नेता सिद्दरमैया ने मैसूर के मंडाकली एयरपोर्ट पर सोनिया का स्वागत किया। शिवकुमार ने बताया कि सोनिया गांधी छह अक्टूबर को कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगीं। पदयात्रा छह अक्टूबर को जहां से भी शुरू होगी, वह उसमें शामिल होंगीं। राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी पांच अक्टूबर को कर्नाटक पहुंचेंगे। वह भी छह अक्टूबर को भारत जोड़ो पदयात्रा में शामिल होंगे। शिवकुमार ने बताया कि राहुल गांधी ने दशहरा और नवरात्र के चलते दो दिन का ब्रेक लिया है। इसके अलावा, सोनिया गांधी के लिए भी वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। मौसम ठीक रहा तो वह मेदिकेरी में रुकेंगी, अन्यथा वह मैसूरमें ही ठहरेंगीं।
राहुल गांधी व दीपक सिंह बने कांग्रेस कमेटी सदस्य
लखनऊ। कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) सदस्यों की सूची जारी कर दी गई। अमेठी संसदीय क्षेत्र से पीसीसी सदस्य बनाए गए लोगों में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व पूर्व एमएलसी दीपक सिंह के अलावा प्रियंका वाड्रा की करीबी रमाकांती विश्वकर्मा भी शामिल हैं। कांग्रेस पार्टी इन दिनों प्रदेश संगठन को मजबूत करने में जुटी है। इसी कवायद के तहत प्रदेश व कई प्रांतीय अध्यक्ष बनाने के बाद सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों के नाम भी फाइनल कर दिए गए। सोमवार दोपहर बाद अमेठी संसदीय क्षेत्र से पीसीसी सदस्य बनाए गए लोगों के नाम सार्वजनिक किए गए। यह सदस्य राष्टï्रीय अध्यक्ष चुनने में भूमिका निभाएंगे। सूची में कांग्रेस के अध्यक्ष रहे राहुल गांधी को भी अमेठी से पीसीसी सदस्य बनाया गया है। पूर्व एमएलसी दीपक सिंह के अलावा विधानसभा गौरीगंज से प्रत्याशी रहे मो. फतेह बहादुर, जगदीशपुर से प्रत्याशी रहे विजय पासी, सलोन से प्रत्याशी रहे अर्जुन पासी को भी जगह दी गई है। यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष शुभम सिंह, पूर्व अध्यक्ष शकील इदरीसी व राजकुमार यादव भी जगह बनाने में सफल रहे हैं। विधानसभा चुनाव में अमेठी से टिकट मांग रहीं ममता त्रिपाठी के साथ सुनीता सिंह, किरन देवी निर्मल और शबीना खातून भी पीसीसी सदस्य बनाई गई हैं। शोभनाथ कोरी, धर्मराज बहेलिया और राम बरन मौर्य को भी शामिल किया गया है।
24 की तैयारी में चंद्रशेखर, दशहरा पर करेंगे राष्टï्रीय पार्टी के नाम का एलान!
हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की नजरें अब 2024 में होने लोकसभा चुनाव पर हैं। तेलंगाना राष्टï्र समिति प्रमुख (टीआरएस) के प्रमुख चंद्रशेखर 5 अक्टूबर को दशहरा के मौके पर अपनी राष्टï्रीय पार्टी के नाम का एलान कर सकते हैं। एएनआई के मुताबिक माना जा रहा है कि केसीआर दशहरा के मौके पर अपनी राष्ट्रीय पार्टी के नाम की घोषणा करेंगे। इससे पहले 5 अक्टूबर को ही तेलंगाना भवन में एक बैठक होनी है। सीएम ऑफिस से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में इसकी जानकारी दी गई है। कहा जा रहा है कि इसी बैठक के बाद केसीआर राष्ट्रीय राजनीति में अपनी एंट्री के बारे में जानकारी दे सकते हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि टीआरएस नेताओं का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली के लिए रवाना होगा। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के नाम के एलान के बाद केसीआर 9 अक्टूबर को दिल्ली में जनसभा करेंगे। इस बारे में टीआरएस नेता श्रीधर रेड्डी ने कहा कि एनडीए शासन चलाने में असफल हुआ है। ऐसे में देश की जनता मजबूत राष्टï्रीय दल की ओर देख रही है। रेड्डी ने आगे कहा, गुजरात मॉडल बुरी तरह फेल हो गया है। देश के लोग मजबूत विकल्प की ओर देख रहे हैं। उन्होंने कहा इंतजार करिए और देखिये… सीएम केसीआर राष्टï्रीय पार्टी के नाम की घोषणा करेंगे। केसीआर के इस संभावित कदम को लेकर कांग्रेस ने हमला बोला है। तेलंगाना कांग्रेस अभियान समिति के अध्यक्ष और पूर्व सांसद मधु गौड़ ने कहा कि केसीआर का राष्टï्रीय पार्टी के गठन का फैसला बेतुका है। उन्होंने तेलंगाना के लोगों को बेवकूफ बनाया और अब देश की जनता को बनाना चाहते हैं। यह उनकी नाकामियों को छुपाने और परिवार के सदस्यों को दिल्ली शराब घोटाले से बचाने की एक चाल है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए केसीआर विपक्ष को सिर्फ बांटने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस ही भाजपा मुक्त देश का विकल्प है। अगर केसीआर भी ऐसा ही चाहते हैं तो उन्हें कांग्रेस में आना चाहिए।
पहल: विशेष सत्र में टूटेगी 100 विधायकों की चुप्पी
लखनऊ। महिला विधायकों के लिए एक दिन का विशेष सत्र आयोजित कर इतिहास रचने वाले यूपी विधानमंडल में एक और नई पहल होने जा रही है। ऐसे विधायक जिन्होंने 18वीं विधानसभा के बजट सत्र से लेकर मानसून सत्र तक चुप्पी साधे रखा, उनकी चुप्पी तोड़ने के लिए विधानसभा में एक विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने ऐसे सभी विधायकों का ब्योरा मांगा है जो दोनों सत्रों में एक बार भी अपनी बात नहीं रख सके हैं। ऐसे विधायकों के लिए शीतकालीन सत्र में एक विशेष सत्र रखा जाएगा। विधानसभा के सूत्रों के मुताबिक सत्ता पक्ष व विपक्ष के 100 से अधिक ऐसे विधायक हैं जिन्हें सदन में या तो बोलने का अवसर नहीं मिला या उन्होंने प्रयास ही नहीं किया। महाना का कहना है कि ऐसे विधायकों को अवसर देने के लिए ही नई पहल की जा रही है।