दूसरे चरण में सपा-बसपा मार सकते हैं बाजी

  • मतदान कल: भाजपा के लिए आसान नहीं है राह

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। दूसरे चरण में भाजपा को सपा व बसपा से कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है। नगर निकाय चुनाव के इस चरण में अयोध्या, कानपुर, मेरठ, अलीगढ़, बरेली, गाजियाबाद और शाहजहांपुर नगर निगमों में चुनाव हो रहे हैं। वर्ष 2017 के चुनावी रिकॉर्ड के लिहाज से दूसरे चरण में भाजपा की राह में रोड़े हैं।
अलीगढ़ और मेरठ बसपा ने जीता था। अयोध्या और बरेली में जीत तो मिली थी लेकिन अंतर बड़ा नहीं था। हालांकि गाजियाबाद और कानपुर में भाजपा की प्रचंड जीत हुई थी। इस बार चुनाव में भाजपा को कई जगह प्रत्याशी को लेकर अपनों का विरोध झेलना पड़ा है। कई जगह जातीय समीकरणों के लिहाज से विपक्षी प्रत्याशी कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
अयोध्या : अयोध्या में भाजपा ने निवर्तमान महापौर ऋ षिकेश उपाध्याय का टिकट काटकर तिवारी मंदिर के महंत गिरीशपति त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया है। वर्ष 2017 में अयोध्या में भाजपा के ऋ षिकेश उपाध्याय ने 3,601 मतों से सपा की प्रत्याशी किन्नर गुलशन बिंदू को हराया था। अयोध्या में सपा ने आशीष पांडेय को प्रत्याशी बनाया हैं। यहां भी प्रत्याशी चयन को लेकर स्थानीय नेताओं में हल्की नाराजगी रही है। भाजपा सरकार और संगठन ने रामंदिर निर्माण के चलते अयोध्या में महापौर चुनाव जीत को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया है।
कानपुर : कानपुर में भाजपा की प्रमिला पांडेय ने कांग्रेस की बंदना मिश्रा को 1,05,134 मतों से हराया था। भाजपा ने आरएसएस के कुछ पदाधिकारियों और भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी की नाराजगी के बाद भी प्रमिला पांडेय को प्रत्याशी बनाया है। सपा ने भाजपा के ब्राह्मण वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए विधायक अमिताभ बाजपेयी की पत्नी वंदना बाजपेयी को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, सांसद सत्यदेव पचौरी भी अपनी बेटी नीतू सिंह को टिकट नहीं मिलने से खफा हैं। यहां भाजपा और सपा में सीधा मुकाबला है। मेरठ : मेरठ में बसपा की सुनीता वर्मा ने भाजपा की कांता कर्दम को 29,582 मतों से हराया था। भाजपा ने पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया को प्रत्याशी बनाया है। सपा विधायक अतुल प्रधान की पत्नी सीमा चुनाव लड़ रही हैं।

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