सपा प्रमुख अखिलेश ने बीजेपी पर कसा तंज- बीजेपी झूठ का फूल
लखनऊ। विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की राजनीति इन दिनों छापेमारी से सियासत गरमाई हुई है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि झूठ के फूल की जड़ मिल गई है। अखिलेश यादव ने देर रात ट्वीट कर बीजेपी को झूठ का फूल बताया। उन्होंने लिखा कि झूठ के फूल के जड़ मिल गई है। ये भाजपा के गिरते स्तर का शिखर है। सपा प्रमुख ने अपने समाजवादी ट्वीटर पर भाजपा पर प्रहार करते हुए लिखा कि भाजपा झूठी पार्टी है। उन्होंने लिखा कि समाजवादी पार्टी का विजन है कि बिजली के कारखाने लगें, ट्रांसमिशन लाइन बने, डिस्ट्रीब्यूशन बेहतर हो, सोलर एनर्जी बढ़ाई जाए, पानी का इंतजाम हो, नदियां साफ हों और हॉस्पिटल बनाए जाएं। प्रदेश को तरक्की का रास्ता दिखाए जाए। मगर भाजपा ने प्रदेश को बर्बाद कर रखा है।
सपा के राष्टï्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि भाजपा की गलत नीतियों से देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। प्रधानमंत्री देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर बनाने का सपना दिखा रहे हैं, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाए गए हैं। वे यह भी नहीं बताते कि अब तक देश कितने ट्रिलियन तक पहुंचा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ विपक्ष को बदनाम करने का षड्यंत्र रच रही है। सरकारी संस्थाओं के जरिए सरकार विपक्षी नेताओं को डराने की कोशिश कर रही है। लेकिन अब जनता भी उसकी सच्चाई जानने लगी है, इसलिए वह जन समस्याओं की चर्चा से भी भाग रही है।
बिना सरकारी तंत्र के भाजपा नेतृत्व अब आम जनता में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। लोग महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, गन्ना बकाया और किसानों की आय दोगुनी करने के वादे के साथ फसल का लाभप्रद मूल्य दिलाने को लेकर सवाल पूछ रहे हैं। भाजपा राज में जनता को सिर्फ जिल्लत और परेशानियां ही मिली है। लोग भ्रष्टाचार से त्रस्त हैं। महिलाएं अपमानित और असुरक्षित महसूस करती हैं।
रात में कर्फ्यू दिन में रैली, समझ से परे : वरूण गांधी
लखनऊ। भाजपा सांसद वरुण गांधी किसानों व महंगाई के मुद्दे पर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते रहे हैं। अब उन्होंने रात में कर्फ्यू लगाने और भाजपा नेताओं द्वारा दिन में लाखों लोगों की भीड़ बुलाकर रैलियां करने पर सवाल उठाए हैं। कहा कि यह समझ से परे है। उन्होंने ट्वीट किया कि रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना, यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है। उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्ïदेनजर हमें ईमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन।
देश-प्रदेश में हर रोज कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसे देखते हुए एहितयात के तौर पर यूपी में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया है। हालांकि यूपी चुनाव के कारण राजनेता दिन में हर रोज हजारों लाखों लोगों को बुलाकर रैलियां कर रहे हैं। इस भीड़ में कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ रही हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कोई नजर नहीं आता। वहीं, जनता तो जनता नेता भी मास्क में नजर नहीं आ रहे हैं। वरुण गांधी लगातार पार्टी लाइन से इतर बयानबाजी कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कृषि कानून, किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी कांड, टीईटी पेपर लीक और गन्ना बकाया मूल्य को लेकर भी अपनी सरकार को कटघरे में किया था।