यूपी उपचुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में दरार ! सपा-कांग्रेस से ले सकती है बदला
यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से तैयारियों में जुटी हुईं हैं...
4PM न्यूज नेटवर्क: उत्तर-प्रदेश में उपचुनाव को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से तैयारियों में जुटी हुईं हैं। वहीं ऐसी अटकलें सामने आ रहीं हैं कि उपचुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन टूटता हुआ नजर आ रहा है। इसके बाद कांग्रेस ने सभी 10 सीटों पर अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।
सपा यूपी उपचुनाव में कांग्रेस से गठबंधन के मूड में नहीं
माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश और हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होने का बदला समाजवादी पार्टी यूपी में ले सकती है। सपा यूपी उपचुनाव में कांग्रेस से गठबंधन के मूड में नहीं है। पार्टी का मानना है कि इस गठबंधन के आने वाले समय में नुकसान हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद होने वाले उपचुनाव में सपा-कांग्रेस गठबंधन की गुंजाइश कम होती हुई दिखाई दे रही है।
कांग्रेस को सपा से नहीं मिला रिस्पांस
दरअसल, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर चुनाव के बाद यूपी में उपचुनाव की प्रक्रिया तेज पकड़ेगी। यूपी की करहल, मिल्कीपुर, कटेहरी, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, मीरापुर, फूलपुर, मंझवा और सीसामऊ पर उपचुनाव होना है। इन सीटों में पहले 5 समाजवादी पार्टी के पास थीं। इसके अलावा रालोद-निषाद पार्टी की एक-एक सीट पर जीती थी, जबकि बीजेपी ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन लोकसभा चुनाव के परिणाम को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी इस बार चौकन्ना है। वह सदस्यता अभियान के बहाने उपचुनाव की जमीन मजबूत कर रही है। वहीं सपा ने भी युवाओं के साथ-साथ वरिष्ठ पदाधिकारियों की टीमें मैदान में उतार दी हैं।
वहीं लोकसभा चुनाव में सहयोगी रही कांग्रेस को सपा से गठबंधन को लेकर कोई अभी तक रिस्पांस नहीं मिला है। कांग्रेस ने भी उपचुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मिली जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव के करीबी बड़े सपा नेता ने दावा किया है कि कांग्रेस के साथ यूपी उपचुनाव में गठबंधन की संभावना न के बराबर है। उन्होंने दावा किया कि यूपी में कांग्रेस और सपा अलग-अलग चुनाव लड़े यही उनकी पार्टी के हित में होगा। जिस तरह मध्य प्रदेश और हरियाणा में सपा का जनाधार नहीं है। उसकी तरह कांग्रेस का यूपी में भी जनाधार नहीं है। ऐसे में सपा ने फैसला लिया है कि यूपी में होने वाले उपचुनावों में कांग्रेस के साथ सीटों का बंटवारा नहीं होगा। सपा सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ सकती है। इसके लिए सपा ने सभी सीटों पर पार्टी संगठन को अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है।