Subramanian Swamy ने मोदी-शाह का बता दिया सच, ‘राफेल डील भ्रष्टाचार में शामिल थे मोदी’   

सुब्रमण्यम स्वामी ने बीजेपी की लगाई लंका... मोदी- शाह को लेकर किए बड़े खुलासे... ‘राफेल डील भ्रष्टाचार में शामिल थे मोदी’ ...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही पार्टी और उसके शीर्ष नेतृत्व पर तीखा हमला बोला है…….. स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं……और उन्होंने राफेल डील में भ्रष्टाचार और पत्रकारों को नियंत्रित करने जैसे गंभीर मुद्दों पर खुलकर बात की है……. स्वामी के ये बयान बीजेपी के लिए एक बड़े विवाद का कारण बन सकते हैं……

डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी अपनी बेबाकी और विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं…… उन्होंने हाल ही में एक पॉडकास्ट में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा…….. इस पॉडकास्ट में स्वामी ने पीएम मोदी और अमित शाह पर कई गंभीर आरोप लगाए…… और उन्होंने दावा किया कि राफेल डील में भ्रष्टाचार हुआ और इसमें प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका थी……. इसके अलावा उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह पर पत्रकारों को “ठीक करने” का काम सौंपे जाने का भी आरोप लगाया……. स्वामी के ये बयान न केवल बीजेपी के लिए बल्कि देश की राजनीति के लिए भी एक बड़े विवाद का कारण बन सकते हैं…….

सुब्रमण्यम स्वामी ने राफेल डील को लेकर बड़ा खुलासा किया….. उनके अनुसार 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद में पारदर्शिता और ईमानदारी का अभाव था……. स्वामी ने दावा किया कि इस सौदे में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ…… और इसमें सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल थे…… और उन्होंने कहा कि यह डील देश के हित में नहीं थी……. और इसमें कुछ कॉर्पोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई……

राफेल डील 2016 में भारत और फ्रांस के बीच हुई थी……. 36 लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए थी……. इस सौदे की कीमत लगभग 59,000 करोड़ रुपये थी…… उस समय विपक्षी दलों ने इस डील पर कई सवाल उठाए थे……. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि विमान की कीमत में अनियमितताएं थीं……. और कुछ निजी कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया……. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में इस मामले की जांच की और डील को पारदर्शी बताया था……

वहीं स्वामी ने अपने पॉडकास्ट में दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद……. इस डील में कई गड़बड़ियां थीं…… और उन्होंने कहा कि मैंने इस मामले को कोर्ट में उठाया था……. लेकिन सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर मेरे सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया……. स्वामी ने यह भी कहा कि इंडोनेशिया ने भारत की तुलना में कम कीमत पर राफेल विमान खरीदे, जिससे उनके दावों को बल मिलता है…….

स्वामी ने गृह मंत्री अमित शाह पर भी गंभीर आरोप लगाए…… और उन्होंने दावा किया कि अमित शाह को पत्रकारों को ठीक करने का काम सौंपा गया था……. इसका मतलब यह है कि सरकार कुछ पत्रकारों को अपने पक्ष में करने या उनकी आवाज को दबाने की कोशिश कर रही थी…… स्वामी ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है…… प्रेस की आजादी को दबाने की कोशिशें हो रही हैं……. और इसमें शाह की अहम भूमिका थी……. हालांकि, स्वामी ने इस दावे के समर्थन में कोई ठोस सबूत पेश नहीं किए…… उनके इस बयान ने पत्रकारिता जगत में हलचल मचा दी है…….. कई पत्रकारों और मीडिया संगठनों ने स्वामी के बयान पर प्रतिक्रिया दी है….. और इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताया है……

सुब्रमण्यम स्वामी का बीजेपी के साथ रिश्ता लंबा और जटिल रहा है…….. वे 2013 में जनता पार्टी का विलय करके बीजेपी में शामिल हुए थे…… स्वामी ने 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के लिए प्रचार किया था……. और उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार बताया था…….. लेकिन समय के साथ उनके और बीजेपी नेतृत्व के बीच मतभेद बढ़ते गए…… स्वामी ने कई मौकों पर बीजेपी की नीतियों और फैसलों की आलोचना की है……. खासकर, उन्होंने नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं…….. 2020 के बाद से उनकी पीएम मोदी से कोई बातचीत नहीं हुई है…… स्वामी ने एक इंटरव्यू में कहा कि मुझे लगता है कि बीजेपी को 2024 का लोकसभा चुनाव मोदी के बिना लड़ना चाहिए था……..

सुब्रमण्यम स्वामी का राजनीतिक करियर हमेशा से विवादों से भरा रहा है…….. वे अपनी बेबाकी और कट्टर हिंदू राष्ट्रवादी विचारों के लिए जाने जाते हैं……. उन्होंने आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी के खिलाफ खुलकर विरोध किया था…… और संसद में एक साहसी भाषण देकर भूमिगत हो गए थे…… इसके अलावा उन्होंने कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने में भी अहम भूमिका निभाई थी…… स्वामी की निजी जिंदगी भी चर्चा में रही है……. उनकी पत्नी रोक्सना स्वामी एक पारसी हैं……. और उनकी बेटी सुहासिनी हैदर ने मुस्लिम युवक नदीम हैदर से शादी की है……. स्वामी ने अपनी बेटी के इस फैसले का समर्थन किया और कहा कि उनकी बेटी को अपने जीवनसाथी चुनने का पूरा अधिकार है…….

राफेल डील भारत और फ्रांस के बीच 2016 में हुई थी……. इस सौदे के तहत भारत ने 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदे……. इस डील पर शुरू से ही विवाद रहा…… विपक्ष ने आरोप लगाया कि विमानों की कीमत बहुत ज्यादा थी….. और इसमें कुछ निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया…… हालांकि, सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया और सुप्रीम कोर्ट ने भी डील को सही ठहराया…… स्वामी ने इस डील को लेकर कई सवाल उठाए…… और उन्होंने दावा किया कि इंडोनेशिया ने भारत की तुलना में कम कीमत पर राफेल विमान खरीदे…….. उन्होंने यह भी कहा कि इस डील में कुछ कॉर्पोरेट घरानों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया……. स्वामी के इन दावों ने राफेल डील को फिर से चर्चा में ला दिया है……

स्वामी का यह दावा कि अमित शाह को पत्रकारों को ठीक करने का काम सौंपा गया था…… काफी गंभीर है…… बता दें कि प्रेस की आजादी लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है…… और इस तरह के आरोप सरकार की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हैं……. हालांकि, स्वामी ने इस दावे के समर्थन में कोई ठोस सबूत नहीं दिए…… पिछले कुछ सालों में भारत में प्रेस की आजादी को लेकर कई सवाल उठे हैं……. कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भारत में प्रेस की स्वतंत्रता पर चिंता जताई है……. स्वामी का यह बयान इस चर्चा को और हवा दे सकता है…….

आपको बता दें कि स्वामी का बीजेपी के साथ रिश्ता अब पहले जैसा नहीं रहा……. उनकी बेबाकी और नेतृत्व पर सवाल उठाने की आदत ने उन्हें पार्टी में अलग-थलग कर दिया है……. कई लोग मानते हैं कि स्वामी का यह बयान उनकी नाराजगी का नतीजा है…… क्योंकि उन्हें मोदी सरकार में कोई बड़ा पद नहीं मिला……. हालांकि, स्वामी ने साफ किया है कि वे बीजेपी का हिस्सा हैं….. और पार्टी छोड़ने का उनका कोई इरादा नहीं है….. लेकिन उनके बयानों से साफ है कि वे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से खुश नहीं हैं……

सुब्रमण्यम स्वामी के इन बयानों ने भारतीय राजनीति में एक नया तूफान खड़ा कर दिया है…… राफेल डील और पत्रकारों को नियंत्रित करने जैसे गंभीर आरोप बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं……. वहीं, स्वामी की बेबाकी और उनके इतिहास को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि वे हमेशा से विवादों के केंद्र में रहे हैं……. उनके ये बयान बीजेपी के लिए एक आंतरिक चुनौती तो हैं ही……. साथ ही विपक्ष को भी सरकार पर हमला करने का एक नया मौका दे सकते हैं……

 

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