जोशीमठ संकट पर कल होगी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
Supreme Court will hear on Joshimath crisis tomorrow
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ।
उत्तराखंड के जोशीमठ अब धीरे धीरे धसने लगा है। मकानों में भरी दरारें लोगों की चिंता बढ़ा रहीं है। अब तक 782 मकानों में दरारों की खबर है। जबकि 148 भवन ऐसे चिह्नित किए गए हैं। इन जगहों को सरकार असुरक्षित मान रही है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में जा चुका है।याचिकाकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट में इस संकट को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। बता दें सर्वोच्च न्यायालय 16 जनवरी को इस मामले पर सुनवाई करेगा। शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड 16 जनवरी की वाद सूची के अनुसार प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी एस नरसिंह और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की पीठ याचिका पर सुनवाई करेगी। इससे पहले शीर्ष अदालत ने 10 जनवरी को यह कहते हुए याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया था कि स्थिति से निपटने के लिए लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित संस्थाएं हैं और सभी महत्वपूर्ण मामले उसके पास नहीं आने चाहिए। अदालत ने सरस्वती की याचिका को 16 जनवरी को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया था. याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील द्वारा याचिका का उल्लेख करने और इसे तत्काल सूचीबद्ध करने का अनुरोध किए जाने के बाद प्रधान न्यायाधीश ने कहा था, “हर महत्वपूर्ण चीज हमारे पास लाने की जरूरत नहीं है. इसे देखने के लिए लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित संस्थाएं हैं. हम इसे 16 जनवरी को सूचीबद्ध करेंगे याचिकाकर्ता ने दलील दी है कि यह संकट बड़े पैमाने पर औद्योगीकरण के कारण हुआ है और उत्तराखंड के लोगों के लिए तत्काल वित्तीय सहायता तथा मुआवजा दिया जाना चाहिए। बता दें जोशीमठ अब धीरे धीरे धसने लगा है। लोगों के घर भी धसने लगे है, जिसको लेकर उत्तराखंड सरकार से जोशीमठ के लोग जवाब मांग रहें हैं।