तीस्ता सीतलवाड़ और उनके पति जावेद को सुप्रीम राहत

एनजीओ फंड में गड़बड़ी के मामले में आया फैसला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। एनजीओ फंड में गड़बड़ी का मामले में सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और उनके पति जावेद आनंद को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने अग्रिम जमानत के गुजरात हाईकोर्ट के फैसले में दखल देने से इनकार कर दिया है। जिससे दोनों की अग्रिम जमानत बनी रहेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार की अंतरिम अग्रिम जमानत रद्द करने की मांग को ठुकरा दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने तीस्ता और उनके पति को जांच में सहयोग करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम अग्रिम जमानत को नियमित अग्रिम जमानत किया। जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस सुधांशु धुलिया और जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की बेंच ने ये फैसला सुनाया है। इस दौरान गुजरात सरकार की ओर से पेश एएसजी एसवी राजू ने कहा कि दोनों जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, उनको इस तरह गिरफ्तारी से संरक्षण नहीं दिया जा सकता. स्ष्ट ने धन के गबन के मामले में सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और उनके पति जावेद आनंद को अग्रिम जमानत देने के गुजरात हाईकोर्ट के 2019 के आदेश में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया। इसमें दंपति को मामले में जांच एजेंसी के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया गया है। यह केस 2002 के गुजरात दंगों के पीडि़तों के लिए जुटाए गए धन के कथित गबन को लेकर गुजरात पुलिस द्वारा दंपत्ति के खिलाफ दर्ज की गई तीन एफआईआर से संबंधित है। दंपति की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उनके खिलाफ मामले आठ साल से लंबित हैं। सिब्बल ने अदालत को बताया कि पुलिस ने वर्षों बाद भी मामलों में अभी तक आरोप पत्र दाखिल नहीं किया है और दंपति को कई साल पहले जमानत मिल गई थी। पीठ ने कहा कि समय बीतने और आरोपपत्र दाखिल किए जाने के साथ, याचिका निष्प्रभावी हो गई है।

भारत-बांग्लादेश ने रिश्तों की एक और नई इबारत लिखी: पीएम मोदी

शेख हसीना के साथ तीन बड़ी परियोजनाओं का किया उद्घाटन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि एक बार फिर हम भारत-बांग्लादेश सहयोग की सफलता का जश्न मनाने के लिए जुड़े हैं। हमारे रिश्ते लगातार नई ऊंचाईयां छू रहे हैं। पिछले 9 वर्षों में हमने मिलकर जो काम किया है, वह इससे पहले के दशकों में भी नहीं हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना के साथ बुधवार को संयुक्त रूप से तीन भारतीय सहायता प्राप्त विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। दोनों नेताओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
ये तीन परियोजनाएँ हैं: अखौरा-अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक, खुलना-मोंगला पोर्ट रेल लाइन और मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट की परियोजनाओं के उद्घाटन पर पीएम शेख हसीना ने कहा कि मैं हमारे दोनों देशों के बीच दोस्ती के बंधन को मजबूत करने की आपकी प्रतिबद्धता के लिए अपना आभार व्यक्त करती हूं। आज अखौरा-अगरतला रेल लिंक का उद्घाटन एक ऐतिहासिक क्षण है। यह बांग्लादेश और भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों के बीच पहला रेल लिंक है। मुक्ति संग्राम के दिनों से ही त्रिपुरा का बांग्लादेश के साथ मजबूत रिश्ता रहा है। मुझे खुशी है कि हमने मैत्री थर्मल पावर प्रोजेक्ट की दूसरी इकाई का उद्घाटन किया है।

अरबों रुपये के हैं प्रोजेक्ट

अखौरा-अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक परियोजना को भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश को दी गई 392.52 करोड़ रुपये की अनुदान सहायता के तहत क्रियान्वित किया गया है। बांग्लादेश में 6.78 किमी दोहरी गेज रेल लाइन और त्रिपुरा में 5.46 किमी के साथ रेल लिंक की लंबाई 12.24 किमी है। खुलना-मोंगला पोर्ट रेल लाइन परियोजना को भारत सरकार की रियायती ऋण सुविधा के तहत 388.92 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कुल परियोजना लागत के साथ कार्यान्वित किया गया है। इस परियोजना में मोंगला बंदरगाह और खुलना में मौजूदा रेल नेटवर्क के बीच लगभग 65 किमी ब्रॉड गेज रेल मार्ग का निर्माण शामिल है। 1.6 बिलियन अमरीकी डालर के भारतीय रियायती वित्तपोषण योजना ऋण के तहत मैत्री सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, बांग्लादेश के खुलना डिवीजन के रामपाल में स्थित 1320 मेगावाट (2&660) सुपर थर्मल पावर प्लांट (एमएसटीपीपी) है।

गाजियाबाद में मीट एक्सपोर्टर कंपनी पर आईटी की रेड

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मीट फैक्ट्री पर आयकर का छापा पड़ा है। गाजियाबाद में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने मीट एक्सपोर्ट करने वाली एक फैक्ट्री पर रेड डाली है। यह रेड मंगलवार को दिन में 12 बजे शुरू हुई है और तब से चल रही है। इस रेड में करीब 20 अधिकारी और 40 पुलिस के जवान शामिल है। यह रेड गाजियाबाद के कस्बा डासना मसूरी के इलाके में बनी मीट फैक्ट्री में चल रही है।
जानकारी के मुताबिक, भोजपुर थाना क्षेत्र में गांव त्यौड़ी निवासी हाजी यासीन कुरैशी की कस्बा डासना मसूरी में इंटरनेशनल एग्रो फूड कंपनी है। यहां भैंसों का कटान होता है। यहां से मीट विदेशों में एक्सपोर्ट किया जाता है। यासीन कुरैशी फिलहाल मुंबई में परिवार सहित रहते हैं। इस फैक्ट्री को उनका बेटा हाजी जावेद संभालता है। 20 अधिकारियों और 40 जवानों ने मंगलवार दोपहर 12 बजे इस फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की।

हमने राज्य-प्रायोजित हमलावरों को लेकर चेतावनी जारी की थी: एप्पल

कंप्यूटर इमरजेंसी रिसर्च टीम ने 27 अक्टूबर को 150 देशों को दी थी एडवाइजरी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कुछ दिन पहले एप्पल ने भारत में विपक्षी सांसदों सहित कुछ कस्टमर्स को राज्य-प्रायोजित हमलावरों को लेकर चेतावनी जारी की थी। एप्पल ने कहा था कि कुछ लोग आपके फोन के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं, इसके बाद सरकार ने भी एप्पल के कई उत्पादों में कई खामियां मिलने की बात कही थी। इसे लेकर उच्च गंभीरता श्रेणी की रेटिंग भी जारी की गई, सरकार ने उस दौरान कंपनी के उत्पादों में कई खामी होने की बात करते हुए हाई सेवेरिटी रेटिंग भी जारी की थी। एप्पल की एडवाइजरी 150 देशों में जारी हुई थी। कंप्यूटर इमरजेंसी रिसर्च टीम या सीईआरटी के अनुसार, एडवाइजरी पहली बार 27 अक्टूबर को जारी की गई थी। इससे चार दिन पहले एप्पल के संदेशों और/ईमेल के स्क्रीनशॉट एक्स, पूर्व में ट्विटर पर साझा किए गए थे, जिसमें कहा गया था कि अलर्ट, राज्य प्रायोजित हैकर्स आपके फोन को टारगेट कर सकते हैं।

आजम के जौहर ट्रस्ट को ही निशाना बना रही योगी सरकार: दानिश अली

बोले-मुस्लिम बच्चों को न करें परेशान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अमरोहा। रामपुर में मौलाना मोहम्मद जौहर ट्रस्ट से भूमि वापस लेने के प्रस्ताव पर सरकार के मंजूरी देते ही अमरोहा से बसपा सांसद दानिश अली आजम खां के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए सरकार पर आजम खां को निशाना बनाते हुए उन्हें राजनीतिक रूप से खत्म करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने पोस्ट के माध्यम से कहा कि पढऩे वाले बच्चे और मुस्लिम समाज को साजिश का शिकार बनाया जा रहा है। इस पोस्ट के बाद एक बार फिर से वह चर्चाओं में आ गए हैं। बसपा में होने के बाद भी अचानक आजम खां के प्रति लगाव को लेकर लोग इसे दूसरे रूप में देख रहे हैं। अमरोहा सांसद पिछले काफी समय से सुर्खियों में बने हुए हैं।

गाजा के शरणार्थियों पर इजरायल ने बरपाया कहर

एक ही परिवार के 19 लोगों की मौत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
तेलअवीब। इजरायल और हमास के बीच पिछले 25 दिनों से जारी जंग थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल के दिनों में गाजा पर इजरायल के हमले तेज हो गए हैं, अब तक साढ़े नौ हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, इस बीच इजरायल ने अपने ताजा हमले में उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर को निशाना बनाया है, हमले में 50 लोगों की मौत हो गई तो वहीं 150 से अधिक लोग घायल हो गए हैं, इसी हमले में अल जजीरा के एक इंजीनियर ने अपने परिवार के 19 सदस्यों को खो दिया है।
अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इंजीनियर मोहम्मद अबू अल-कुमसन ने जबालिया शरणार्थी शिविर पर इजरायली हवाई हमलों में अपने पिता और दो बहनों सहित परिवार के 19 सदस्यों को खो दिया है। जबालिया शरणार्थी शिविर हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए अल जजीरा ने इसकी निंदा की है। अल जजीरा ने अपने बयान में कहा कि, हम जघन्य और अंधाधुंध इजरायली बमबारी की कड़ी निंदा करते हैं, इस हमले में हमारे समर्पित एसएनजी इंजीनियर, मोहम्मद अबू अल-कुम्सन के परिवार के 19 सदस्यों की मौत हो गई, यह बेहद दुखद और अक्षम्य है।

लोगों ने बताया इसे नरसंहार

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि जबलिया नरसंहार के दौरान मोहम्मद ने अपने पिता, दो बहनों, आठ भतीजों और भतीजियों, उनके भाई, उनके भाई की पत्नी और उनके चार बच्चों, उनकी भाभी और एक चाचा को खो दिया। उधर, गाजा के प्रवक्ता इयाद अल-बजुम ने खान यूनिस के एक अस्पताल के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इन इमारतों में सैकड़ों नागरिक रहते हैं, इजरायल ने इस इलाके को पूरी तरह से तबाह कर दिया है, यह नरसंहार है, फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, उत्तरी गाजा में घनी आबादी वाले इलाके जबालिया शरणार्थी शिविर पर इजरायली हमले में 50 से अधिक लोग मारे गए।

Related Articles

Back to top button