20 लाख सब्सक्राइबर के साथ छुआ ऊंचाई का नया आसमान
- लोकप्रिय यूट्यूब चैनल 4 पीएम ने गढ़े नए प्रतिमान
- जन-जन की जुबां पर चढ़ रहा चैनल का नाम
- सच को आगे लाता है 4 पीएम न्यूज नेटवर्क
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सत्ता की ताकत की वजह से छिपे सच को बाहर निकाल कर आम जनतक पहुंचाने की मुहिम में जुटे देश के सबसे लोकप्रिय यू-ट्यूब चैनल ने एक फिर आसमान की नई ऊंचाइयां छुआ है। अक्टूबर में जन-जन के बीच चर्चित इस चैनल ने 20 लाख सब्सक्राइबर के साथ सभी दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है। इस संख्या के साथ चैनल ने नए प्रतिमाम गढ़ दिए। यहीं नहीं अपने बेबाक रिर्पोटिंग की वजह से चैनल के व्यूज में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। एक महीने के भीतर इसकी संख्या 13 करोड़ से बढक़र 14.5 करोड़ पहुंच गई है।
गौरतलब हों सत्ता से सवाल करने की आदत और सच को दिखाने की जिद का ही नतीजा है कि 4पीएम दिनो-दिन आगे बढ़ता जा रहा है। इससे पहले 4पीएम यूट्यूब चैनल देश का नंबर वन यूट्यूब चैनल बना था। पिछले महीने डाटा बिंग्स के ताजा आंकड़ों में 134.5 मिलियन यानी साढ़े 13 करोड़ व्यूज के साथ टॉप पॉलिटिकल कमेंटेटर्स की श्रेणी में 4पीएम देश का सबसे ज्यादा देखे जाने वाले यूट्यूब चैनल बन गया। सच दिखाने की बदौलत ही 4पीएम को लगातार दर्शकों का प्यार मिल रहा है और 4पीएम आए दिन नई-नई बुलंदियों को छू रहा है। इसी क्रम में पिछले कुछ एक महीनों से नंबर 2 पर चल रहा 4पीएम अब नंबर वन का यूट्यूब चैनल बन गया है। सितंबर के डाटा बिंग्स के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 4पीएम 134.5 मिलियन व्यूज और 12 प्रतिशत व्यू शेयर के साथ नंबर एक पर पहुंच गया है। इस दौरान 4पीएम ने पिछले कुछ वक्त से नंबर वन पर चल रहे डीबी लाइव को पीछे छोड़ दिया है। पिछले माह जारी किए गए आंकड़ों में 4पीएम 89 मिलियन व्यूज के साथ दूसरे नंबर पर था। लेकिन अब 4पीएम के दर्शकों में भारी इजाफा हुआ है और यही वजह है कि अब 134.5 मिलियन व्यूज के साथ 4पीएम देश का नंबर वन चैनल बन गया है।
सच दिखाने वाला हो तो लोग लेते हैं सिर आंखों पर
4पीएम की बढ़ती लोकप्रियता ये दर्शाती है कि सत्ता से सवाल करना लोगों को आज भी पसंद है। और हर कोई सच को ही देखना चाहता है। बस कोई सच दिखाने वाला हो। इससे पहले 13 करोड़ से भी ज्यादा व्यूज और लोगों के प्यार की बदौलत 4पीएम नंबर वन तो बन ही गया। 4पीएम की लोकप्रियता निरंतर बढ़ती जा रही है और कीर्तिमानों की नई ऊंचाईयों पर चढ़ती जा रही है। व्यूज के साथ-साथ 4पीएम के सब्सक्राइबर्स में भी काफी तेजी से इजाफा हो रहा है। यही वजह है कि देखते-देखते सब्सक्राइबर्स की संख्या 1 मिलियन से कब 2 मिलियन के करीब पहुंच गई पता ही नहीं चला।
4पीएम के सत्ता से तीखे सवालों का सिलसिला जारी
लोगों के प्यार और अपने सच दिखाने की जिद की बदौलत 4पीएम लगातार सफलता की सीढिय़ों को चढ़ रहा है और देश में आए दिन अपना परचम फहरा रहा है। जिस समय देश की कथित मेन स्ट्रीम मीडिया सिर्फ सत्ता वंदन में लगी हुई है, ऐसे में 4पीएम और उसके संपादक संजय शर्मा ने अपने यूट्यूब चैनल के जरिए सत्ता से तीखे सवाल करना जारी रखा और जनता के सामने लगातार सच को दिखाते रहे हैं। आज उसी सच और सत्ता से सवाल करने के हौसले का ही नतीजा है कि 4पीएम देश भर में अव्वल स्थान बनाए हुए है। 4पीएम को अब तक लगभग 14 करोड़ से भी अधिक लोग लगातार देख रहे हैं और पसंद कर रहे हैं।
अन्य राज्यों में बढ़ रही 4पीएम की शाखाएं
बढ़ती लोकप्रियता और लगातार मिल रहे लोगों के प्यार का ही नतीजा है कि 4पीएम का परिवार निरंतर बढ़ता जा रहा है और 4पीएम की नई-नई शाखाएं लोगों के बीच आती जा रही हैं। शुरूआत में सिर्फ 4पीएम के नाम से एक यूट्यूब चैनल था। इसके बाद 4पीएम यूपी ने दस्तक दी। जिसपर यूपी की खबरों को प्रमुखता से दिखाया जाने लगा। 4पीएम नेशनल और 4पीएम यूपी को मिले प्यार व समर्थन के बाद देखते-देखते कब 4पीएम के क्षेत्रीय चैनलों में बढ़ोत्तरी हो गई और ये संख्या बढक़र 1 से आठ पर पहुंच गई पता भी नहीं चला। वर्तमान समय में 4पीएम के नेशनल समेत कुल आठ चैनल चल रहे है।
महाराष्ट्र में आरक्षण पर नहीं थम रही हिंसा, मंत्री की कार पर हमला
- मराठा आरक्षण पर सियासत भी गरमाई
- यूबीटी ने कहा- संसद का सत्र बुलाए सरकार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर विरोध लगातार बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इस बीच किए जा प्रदर्शन में पथराव किया गया। इसी के साथ सियासी पारा भी चढ़ गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। उधर शिवसेना उद्धव गुट ने कहा इस मामले में संसद का सत्र बुलाया जाए।
उधर नांदेड़ जिले के पुलिस अधीक्षक श्रीकृष्ण कोकाटे भी घायल हो गए। उन्होंने बताया कि यह घटना जिले के कुशनूर इलाके में हुई जहां सैकड़ों मराठा कार्यकर्ता समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर एकत्र हुए थे। इससे पहले कल पुणे शहर में नवले ब्रिज के पास मराठा आरक्षण समर्थक विरोध प्रदर्शन हुआ। वहीं प्रदर्शनकारियों ने बुधवार सुबह दक्षिण मुंबई में महाराष्ट्र कैबिनेट के मंत्री हसन मुशरिफ की एसयूवी में तोडफ़ोड़ की। इस संबंध में मरीन ड्राइव पुलिस ने तीन को हिरासत में लिया है। हिंसक घटनाओं के बाद मुंबई पुलिस ने कैबिनेट मंत्रियों, राजनीतिक दलों के नेताओं, कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ा दी है।
शिंदे ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
मराठा आरक्षण मुद्दे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। राज्य के कुछ हिस्सों में हिंसक रूप ले चुके मराठा आरक्षण आंदोलन के बीच राज्य की स्थिति पर चर्चा करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। लेकिन उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना (यूबीटी शिवसेना) को इस बैठक के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है।
विपक्षी दलों से समर्थन मांगेगी सरकार
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि शिंदे विपक्षी नेताओं को स्थिति से निपटने के लिए सरकार की योजनाओं से अवगत कराएंगे और उनका समर्थन मांगेंगे। सीएम ने लोगों से हिंसा न करने की अपील की है और राजनीतिक दलों से भी ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल होने से बचने को कहा है।
यूबीटी शिवसेना ने कहा-हमे नहीं बुलाया गया
यूबीटी शिवसेना के सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया कि सर्वदलीय बैठक में उनकी पार्टी के सांसदों और विधायकों को आमंत्रित नहीं किया गया है। राउत ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में केवल महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे को बुलाया गया है। सर्वदलीय बैठक पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि मराठा आरक्षण प्रदर्शनकारी सडक़ों पर हैं। विधायकों के घरों को आग लगाई जा रही है। राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र में राजनीतिक दलों को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए एक साथ आना चाहिए। उन्होंने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है जिसमें लगभग 20-25 लोगों को बुलाया गया है, लेकिन उनकी बैठक में शिवसेना के सांसदों या विधायकों को नहीं बुलाया गया है। मराठा आरक्षण मुद्दे पर कोई समाधान निकाला जाना चाहिए।