अस्थमा से पीड़ित बच्चों का इस तरह रखें ख्याल, जानिए डाइट प्लान
अस्थमा फेफड़ों से जुड़ी हुई बीमारी है। इस बीमारी का प्रमुख कारण सांस की नली में सूजन आ जाना है।
4PM न्यूज़ नेटवर्क: अस्थमा फेफड़ों से जुड़ी हुई बीमारी है। इस बीमारी का प्रमुख कारण सांस की नली में सूजन आ जाना है। अस्थमा जैसी बीमारी को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि अस्थमा के कारण बलगम जम जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बीमारी के लक्षण पहले सिर्फ बुजुर्गों में अस्थमा के मामले देखने को मिलते थे लेकिन आजकल युवाओं और बच्चों में भी अस्थमा के कई मामले सामने आ रहे हैं। अस्थमा में बच्चों को सांस लेने की तकलीफ होती है। अस्थमा में बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होती है।
अस्थमा जैसी बिमारियों को बढ़ते हुए नारायणा हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन विभाग में डॉ. पंकज वर्मा का कहना कि जिन बच्चों को अस्थमा की दिक्कत होती है, उनके माता-पिता को खास ख्याल रखना चाहिए। गर्मियों में बच्चों का अस्थमा बिगड़ सकता है। ऐसे में उनका ख्याल रखना जरूरी है। आइए जानते हैं अस्थमा से पीड़ित बच्चों का ख्याल कैसे रखा जाए।
फल खिलाएं
- बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए उन्हें फल जरूर खिलाएं।
- आप उन्हें रोजाना तरबूज, खरबूजा, अनानास और लीची खिला सकते हैं।
- इनमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं।
- फलों में विटामिन के साथ-साथ मिनरल भी पाए जाते हैं।
सैर करने जाएं
- अगर आपके बच्चे को अस्थमा की दिक्कत है, तो उसे सुबह-सुबह सैर पर जरूर लेकर जाएं।
- गर्मियों में आप अपने बच्चों को दोपहर या शाम के समय सैर पर न लेकर जाएं।
- इस दौरान गर्म हवाएं चलती हैं, जिससे आपके बच्चे की दिक्कत बढ़ सकती है सुबह आपके बच्चे को शुद्ध मिलेगी।
हाइड्रेट रखें
- हाइड्रेटेड रखें गर्मियों में वैसे भी बच्चों को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है।
- अगर आपके बच्चे को अस्थमा है, तो बच्चे को पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पिलाएं।
- गर्मियों में अपने बच्चे को हाइड्रेट रखने के लिए आप गन्ने का जूस या नारियल पानी पिला सकते हैं।
- अगर आपके बच्चे को सांस लेने में दिक्कत होती है, तो बच्चे की डाइट सही रखें।
बच्चों को ज्यादा घर से बाहर न जाने दें
- इस समय चिलचिलाती धूप के चलते गर्मी का कहर देखने को मिल रहा है।
- ऐसे में जितना हो सके, अपने बच्चों को घर के अंदर ही रखें।
- बच्चों को आउटडोर के बजाय इनडोर गेम्स करवाएं।
- गर्म हवाओं के संपर्क में आते हैं तो इससे बच्चों की दिक्कत बढ़ सकती है।