भारत-पाक तनाव का असर: तुर्किये जाने वाले पर्यटकों और व्यापारियों ने रद्द की यात्रा, लखनऊ से 18 टिकट कैंसिल

मुस्लिम समुदाय के कुछ वर्गों ने भी तुर्किये के पाकिस्तान के समर्थन पर विरोध प्रदर्शन किए हैं। इसके चलते लोगों में नाराजगी बढ़ी है और तुर्किये की यात्रा में गिरावट आई है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर अंतरराष्ट्रीय पर्यटन और व्यापार पर भी पड़ने लगा है। लखनऊ सहित भारत के कई हिस्सों से तुर्किय यानी तुर्की जाने वाले पर्यटकों और व्यापारियों ने अपनी यात्राएं रद्द कर दी है। जानकारी के अनुसार, पिछले महीने 30 से अधिक टूर पैकेज बुक किए गए थे, जिनमें से अब तक 18 को रद्द किया जा चुका है।

मुस्लिम समुदाय के कुछ वर्गों ने भी तुर्किये के पाकिस्तान के समर्थन पर विरोध प्रदर्शन किए हैं। इसके चलते लोगों में नाराजगी बढ़ी है और तुर्किये की यात्रा में गिरावट आई है। कई पर्यटक और व्यापारी अब तुर्किये जाने से परहेज कर रहे है। लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट से इस्तांबुल के लिए कनेक्टिंग उड़ानों के माध्यम से यात्रा की जाती है। यह मार्ग विशेष रूप से पर्यटकों, सराफा व्यापारियों और धार्मिक कार्यों से जुड़े लोगों के लिए लोकप्रिय है। लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया सीमा तनाव के चलते अब इन यात्राओं में भारी कमी देखी जा रही है।

लखनऊ के ट्रैवल एजेंट्स के मुताबिक, अब तक 18 से अधिक यात्रियों ने तुर्किये के लिए बुक की गई अपनी हवाई टिकटें रद्द कर दी हैं। इनमें अधिकांश व्यापारी और धार्मिक यात्राओं से जुड़े लोग शामिल हैं। स्थानीय व्यवसायियों का कहना है कि जब तक तुर्किये की पाकिस्तान के प्रति नीति स्पष्ट नहीं होती, वे वहां का दौरा करने से बचेंगे। वहीं, पर्यटन से जुड़े लोग भी इस बदलाव से चिंतित हैं, क्योंकि इससे उनके व्यवसाय पर असर पड़ रहा है।

स्थिति पर नजर
वर्तमान हालात को देखते हुए यह कहना कठिन है कि यह गिरावट अस्थायी है या लंबे समय तक प्रभावी रहेगी। लेकिन इतना तय है कि भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनातनी का सीधा असर भारत के विदेश गंतव्यों और अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर पड़ रहा है।

30 पैकेज हुए थे बुक
बीते एक महीने में 30 से ज्यादा हवाई पैकेज बुक हुए थे. इनमें से 18 को कैंसल किया जा चुका है. एयर टिकट होटल की बुकिंग भी इसमें शामिल है. एरवाना ट्रेवल्स के मोहम्मद तनवीर आलम ने बताया कि गर्मियों की छुट्टियों में तुर्किये पैकेज बुक हुए थे. हालिया हालात के बाद संबंधित लोगों की आवाजाही तुर्किये के सराफा कारोबारी व मजहबी कार्यों से है लेकिन वो भी र्यटक तुर्किये जाने से परहेज कर रहे हैं. इनमें व्यापारी भी शामिल हैं. एक ट्रेवल एजेंसी के मुताबिक, गर्मियों की छुट्टियों में अब तुर्किये जाने के बजाय लोग यूरोप के पैकेज बुक करवा रहे हैं और अब वहां की संख्या तेजी से बढ़ रही.

अमौसी से इस्तांबुल के लिए सीधी उड़ानें नहीं हैं. कनेक्टिंग उड़ानों के जरिये यात्री दिल्ली जाते हैं. फिर वहां से इस्तंबुल की यात्रा करते हैं. इसमे 15-22 घंटे तक लगते हैं. लखनऊ से इस्तांबुल के पैकेज में इंडिगो एयरलाइन का किराया 23,680 रुपये और एयर इंडिया का 40,491 रुपये व सऊदिया एयरलाइंस का किराया 44,926 रुपये तक है.

तुर्किए के खिलाफ मुस्लिम समुदाय ने विरोध किया
पाकिस्तान के समर्थन में आए तुर्किये के विरोध में मुस्लिम समुदाय ने प्रदर्शन किया. राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान के पोस्टर फूंककर नाराजगी जताई. तुर्किये से कारोबार बंद करने की मांग की गईं. हुसैनाबाद स्थित छोटे इमामबाड़ा के बाहर प्रदर्शनकारियों की अगुवाई कर रहे मरकजी शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैयद गफ अब्बास नकवी ने कहा पिछले साल तुर्किये में भूकंप आया था तो भारत सहायता देने वाला पहला देश था.

हम तुर्किये के लोगों को बचाने के लिए इंतजाम करते है. तुर्किये की सरकार भारतीयों को मारने के लिए पाकिस्तान को ड्रोन देती है. यह दुख की बात है. उन्होंने कहा कि आज दुनिया के सामने तुर्किये का चेहरा बेनकाब हो गया है. वह आतंकवादियों को पालने वालों का समर्थन कर रहा है. प्रदर्शन में मौलाना मुस्तफा अली खान, मौलाना अफजल अब्बास, मालाना माहममद रजा इलिया, मीलाना मिरजां वाहिद हुसैन मौजूद रहे हैं.

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