बिहार में महागठबंधन का दौर है: सहनी
भाजपा पर साधा निशाना, बोले- हमारी लड़ाई अंतिम सांस तक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
तिरहुत-मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर पहुंचे वीआईपी पार्टी के सुप्रीम और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि हम बीजेपी का विरोध अंतिम समय तक करते रहेंगे। हम बीजेपी के विरोध करने वालों के साथ आकर बीजेपी को सत्ता से बाहर करने का काम करेंगे। इस समय बिहार में महागठबंधन की लहर है।
उन्होंने ये बातें कांग्रेस प्रत्याशी अजय निषाद के समर्थन रैली के दौरान कही। मुकेश सहनी ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में खराब माहौल को लेकर विरोध है। इसका बड़ा उदाहरण अरविंद केजरीवाल है, जिनको जान बुझकर फंसाया गया और परेशान किया जा रहा है। अब इंडी अलाइंस का दौर है और वह समय दूर नहीं जब देश से एनडीए का सफाया होगा। लोकसभा चुनाव में एनडीए के बीजेपी के प्रत्याशी अजय निषाद का विरोध करने के मामले में कहा कि मीडिया ने बताया था हल्की नोकझोंक हुआ करती थीं, अब साथ है। पूरा माहौल एक बार में है। अब हम सब मिलकर साथ में लड़ाई लड़ रहे हैं।
पीएम को अवाम की थाली से कुछ लेना-देना नहीं
उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा किसानों के आय को दोगुना किये जाने, रोजगार के साथ-साथ जनता के मुद्दों पर क्यों नहीं बोल रहे हैं प्रधानमंत्री जी? जिन मुद्दों से आवाम की थाली का कोई मतलब नहीं उन मुद्दों पर बातें की जा रही है, क्या यही लोकतंत्र है? दिग्भ्रमित करने की कोशिश लगातार भाजपा और एनडीए के द्वारा की जा रही है। इस बार का चुनाव दो धारा का चुनाव है। संविधान बचाने वाली धारा और दूसरी ओर संविधान को खत्म करने वाली साजिशों में लगी हुई धारा। लोगों को चिंता इस बात की है कि संविधान बचेगा की नहीं क्योंकि अधिनायकवाद के खिलाफ संघर्षों को हर स्तर पर कमजोर किया जा रहा है।
संविधान को नागपुरिया विधान के माध्यम से कमजोर करने की साजिश : मनोज कुमार झा
राजद के मुख्य प्रवक्ता और सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि यह निष्पक्ष और स्वतंत्रता के साथ रोजगार और संविधान की रक्षा की मुद्दे पर महत्वपूर्ण चुनाव है। लोगों के बीच ऐसा जेहन बन गया है कि इस बार के चुनाव के बाद चुनाव होगा कि नहीं यह सुरत लोकसभा के परिणाम के बाद और रिजल्ट से पहले ही प्रमाण पत्र दिये जाने से कहीं न कहीं लोगों के बीच इस बात का अंदेशा है कि बिना चुनाव कराये और लोगों की भागीदारी सुनिश्चित किये बिना परिणाम कैसे दिये जा रहे हैं? इस बार चुनाव संविधान की रक्षा का चुनाव है और बाबा साहब ने जो संविधान में अधिकार दिया है उसे नागपुरिया विधान के माध्यम से कमजोर करने की साजिश चल रही है।