आपके दिल को छू लेगी इन चट्टानों की दिलचस्प कहानी

प्यार का प्रतीक हैं ये ‘विवाहित चट्टानें, पवित्र मानकर एक दूसरे का हाथ थामते हैं कपल्स

द वेडेड रॉक्स या मेओटो इवा जापान में दो पवित्र चट्टाने हैं, जिन्हें ‘पति और पत्नी चट्टानें’ या ‘विवाहित चट्टानें’ भी कहा जाता है। ये चट्टानें पुरुष और महिला के बीच मिलन, प्यार और सुखद गृहस्थ जीवन का प्रतीक मानी जाती हैं। कपल्स में इन चट्टानों को पवित्र मानकर इनके सामने शादी करते हैं। इन चट्टानों की दिलचस्प कहानी आपके दिल को छू लेगी।
ये दोनों चट्टानें जापान के शहर फुटामी के पास समुद्र में स्थित हैं। बड़ी चट्टान लगभग 40 मीटर परिधि के साथ 9 मीटर ऊंची है। उसका नाम इजानगी है और वह पति का प्रतीक है, जिसके शिखर पर एक छोटा सा शिंटो टोरी गेट है। इस चट्टान के दाईं ओर 3.6 मीटर ऊंची चट्टान है, जिसका नाम इजानामी है, जो लगभग 9 मीटर गोल है। वह एक पत्नी के रूप में प्रतिनिधित्व करती है। विवाहित होने के कारण, दोनों चट्टानें शिमेनावा रस्सी से जुड़ी हुई हैं, जो आध्यात्मिक और सांसारिक क्षेत्रों के बीच विभाजन का प्रतीक है। यह रस्सी शिमेनावा कहलाने वाले चावल के डंठल से बनी हुई होती है, जिसका वजन लगभग एक टन होता है और उसे साल में तीन बार मई, सितंबर और दिसंबर में आयोजित एक खास समारोह में बदल दिया जाता है।
मेओटो इवा को आज विवाह के लिए एक तीर्थस्थल के रूप में माना जाता है। लोग इन चट्टानों को पवित्र मानकर इनके सामने एक-दूसरे का हाथ थामते हैं और हमेशा जीवनभर साथ रहने की कसमें खाते हैं। नवविवाहित जोड़े चट्टानों को देवता स्वरूप मानकर उनके सामने प्रर्थना करते हैं कि उनकी शादी उतनी ही मजबूत और स्थायी रहे, जितनी की ये दोनों चट्टानों की है। चट्टानें शिंटो मान्यताओं के अनुसार, चट्टानें पुरुष और महिला के विवाह में मिलन का जश्न मनाती हैं।
चट्टानों की धार्मिक मान्यताओं और उसके चारों ओर के सुंदर प्राकृतिक नजारे को देखते हुए लोग बड़ी संख्या में यहां घूमने के लिए आते हैं। चट्टानों को देखने का सबसे अच्छा समय गर्मियों के दौरान सुबह का होता है, जब सूरज उनके बीच उगता हुआ दिखाई देता है, तो बड़ा ही अद्भुत नजारा देखने को मिलता है।

Related Articles

Back to top button