चुनाव लडऩे का शौक है, 10 हार के बाद 11वीं बार मैदान में उतरा शख्स
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
देशभर में लोकसभा चुनाव की तैयारी जोरो-शोरो से चल रही है। पहले चरण का मतदान भी हो गया है। जिसमें 102 सीटों पर वोटिंग हुई है। जहां कुछ प्रत्याशी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं कुछ प्रत्याशी निर्दलीय मैदान में है। इस चुनाव में भी एक ऐसा निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में हैं, जो मात्र 34 की उम्र में 10 बड़े चुनाव लड़ चुके है। हालांकि जीत अभी तक नसीब नहीं हुई, लेकिन हर चुनाव लड़ते है। 34 वर्षीय कोटा श्याम कुमार तेलंगाना के करीमनगर के रहने वाले है। इनका राजनीतिक क्षेत्र भी करीमनगर ही है। 2018 में कोटा श्याम कुमार पहली बार करीमनगर विधानसभा से चुनाव लड़ा थे। 2018 में ये सिलसिला शुरू हुआ और श्याम कुमार बैक टू बैक लगातार 10 चुनाव लड़े और अब 11 वीं चुनाव के लिए कल पर्चा दाखिला भी कर दिया है। नॉमिनेशन के बाद लोकल 18 से बात करते हुए श्याम कुमार ने बताया कि उनका मकसद इस लोकतंत्र को बचाने का है। आज के समय में चुनाव वहीं लड़ सकता है जिसके पास धनबल हो, श्याम इस संकीर्ण मानसिकता को खत्म करना चाहते है। आज के समय में जहां वोटर शराब व अन्य लालच में आकर वोट कर रहे है। ऐसे में वह इसलिए भी चुनाव लडक़र इस मिथ्य को तोडऩा चाहते है। श्याम कुमार के चुनाव प्रचार करने का तरीका अलग है। अपने कैंपेन के दौरान श्याम कुमार महंगे गाड़ी का इस्तेमाल नहीं करते है। बल्कि ये खुद कभी बाबा साहेब अंबेडकर की पोशाक में पोस्टर लेकर अपना प्रचार करते हैं, तो कभी भगत सिंह की स्टाइल में, राष्ट्रागान गाते हुए ये लोगों से अपने मत के अधिकार को इस्तेमाल करने की अपील करते है। वहीं श्याम कुमार ने बताया कि वर्तमान राजनीति में युवा अपनी भागीदारी को सुनिश्चित नहीं कर रहे है। इससे लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन हो रहा है। मतदाताओं को अपने वोट के अधिकार को शराब, पैसे, बिरयानी के लिए नहीं बेचना चाहिए और सही उम्मीदवार को चुनकर युवाओं के भविष्य के लिए सुनहरा रास्ता तैयार करना चाहिए। आगे इन्होंने बताया कि इन्हें पिछले चुनाव के हार का कभी बुरा नहीं लगा। अंत इन्होंने ये कहां का जब तक जिंदा रहूंगा लोकतंत्र की रक्षा के लिए चुनाव लड़ता रहूंगा।