नवरात्रि से एक दिन पहले लगेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण, जानिए भारत में दिखेगा या नहीं !

हिन्दू-धर्म की मान्यता अनुसार नवरात्रि का त्यौहार हर साल चार बार मनाया जाता है। चैत्र नवरात्रि, शारदीय नवरात्रि और गुप्त नवरात्रि दो बार आते हैं...

4PM न्यूज नेटवर्क:  

  • इस दिन पड़ेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण
  • भारत में दिखेगा या नहीं पढ़िए खबर

हिन्दू-धर्म की मान्यता अनुसार नवरात्रि का त्यौहार हर साल चार बार मनाया जाता है। चैत्र नवरात्रि, शारदीय नवरात्रि और गुप्त नवरात्रि दो बार आते हैं। नवरात्रि के 9 दिनों तक मां दुर्गा की पूजा की जाती है। नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा को समर्पित होते हैं। वहीं इस साल नवरात्रि से ठीक एक दिन पहले 2 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। लेकिन 2 अक्टूबर को लगने वाला सूर्यग्रहण कई मायने में खास माना जा रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इस दिन सर्वपितृ अमावस्या है।

ऐसे में सबसे बड़ी बात ये है कि भारत में भले ही यह सूर्यग्रहण दृष्टिगत नहीं होगा लेकिन जो लोग अमेरिका, ब्राजील, मैक्सिको, चिली, पेरू और न्यूजीलैंड में रहते हैं उन पर ग्रहण का सूतक मान्य होगा। ऐसे में जो भारतीय इन क्षेत्रों में रहते हैं और सर्वपितृ अमावस्या पर पितृकर्म करते है उनको विशेष रूप से ग्रहण के नियमों का पालन करना चाहिए। यह सूर्यग्रहण कन्या राशि में होने जा रहा है और ग्रहण के समय सूर्य पर राहु की पूर्ण दृष्टि रहेगी। साथ ही शनि के साथ सूर्य का षडाष्टक योग भी बना रहेगा और केतु भी सूर्य के साथ मौजूद रहेंगे।
  • इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर 2024 को लगने वाला है।
  • भारतीय समयानुसार, 2 अक्टूबर को रात 9 बजकर 13 मिनट से सूर्य ग्रहण आरंभ होगा और इसका समापन अगले दिन 3 अक्टूबर को तड़के 3 बजकर 17​ मिनट पर होगा।

नवरात्रि पर सूर्य ग्रहण का कितना पड़ेगा असर पड़ेगा?

आपको बता दें कि साल 2024 में शारदीय नवरात्रि का आरंभ 3 अक्टूबर 2024 से होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस सूर्य ग्रहण का चैत्र नवरात्रि पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। 03 अक्टूबर की सुबह भक्त बिना किसी चिंता के देवी की चौकी स्थापित कर सकते हैं और तय मुहूर्त में घटस्थापना कर सकते हैं।

  • शारदीय नवरात्रि में घटस्थापना का विशेष महत्व है।
  • घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 03 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा
  • ऐसे में इसका समापन सुबह 7 बजकर 22 मिनट पर होगा।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • ग्रहण को दूषित काल माना जाता है।
  • ऐसे में सूर्य ग्रहण के बाद पूरे घर को गंगाजल से शुद्ध करें।
  • इसके बाद तुलसी के पौधे पर भी गंगाजल छिड़कें।
  • जब पूरा घर शुद्ध हो जाए तो स्नान करके साफ कपड़े पहनें।
  • इसके बाद ही विधि-विधान से घटस्थापना या कलश स्थापना करें।
  • नवरात्रि की घटस्थापना शुभ मुहूर्त और विधि से करनी चाहिए।

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