देश में नफरत व डर का माहौल है : राहुल गांधी
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- प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में राहुल का रोड शो
- बोले- भारत मोहब्बत का देश है, नफरत का नहीं
- बताया- भारत जोड़ो यात्रा में बीजेपी-आरएसएस के लोग भी हुए थे शामिल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा इस समय उत्तर प्रदेश में चल रही है। आज उनकी यात्रा का यूपी में दूसरा दिन है। इस दौरान आज राहुल अपनी यात्रा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। यहां राहुल गांधी ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में चौथी बार हाजिरी लगाई और माथा टेका। बता दें कि यात्रा को शुरू हुए 35 दिन हो चुके हैं। वाराणसी पहुंचे राहुल गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार व पीएम मोदी पर जबरदस्त हमला भी बोला।
राहुल गांधी ने वाराणणसी के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में नफरत का माहौल है। यह देश नफरत का देश नहीं है। मैं भारत जोड़ो यात्रा में कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल गया था। अपनी यात्रा के दौरान मैं हजारों लोगों से मिला। देश में डर का माहौल बना हुआ है।
एक साथ मिलकर काम करने से मजबूत होगा देश
इस दौरान राहुल ने कहा कि एक साल हुए हैं मुझे भारत जोड़ो यात्रा शुरू किए हुए। मैं कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल गया। 4 हजार किलोमीटर की इस यात्रा में हजारों लोगों से मिला। आपने देखा होगा कि लाखों लोग उस यात्रा में चले। यात्रा में कोई गिरता था धक्का लगने के बाद, तो भीड़ एकदम उसे उठा लेती थी। भीड़ उसकी रक्षा करती थी। किसान आए, मजदूर आए, छोटे व्यापारी आए, बेरोजगार युवा आए, उन्होंने अपनी बात रखी। उनके दिल में जो दर्द था, उसके बारे में मुझसे अकेले मिलकर बात की। कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कि जब छोटे व्यापारी मुझसे मिलते थे तो कहते थे कि हम डरे रहते हैं कि कल क्या हो जाए। पूरी यात्रा में मैंने नफरत कहीं नहीं देखी। बीजेपी के लोग आते थे, आरएसएस के लोग आते थे यात्रा में। वह जैसे ही यात्रा में आते थे, प्यार से बोलते थे। यह देश मोहब्बत का देश है, नफरत का देश नहीं है। यह तभी मजबूत होता है जब यह एक साथ मिलकर काम करता है।
मैं यहां सिर झुकाकर आया हूं
राहुल गांधी ने भीड़ के बीच से एक शख्स का नाम पूछते हुए कहा कि जब भाई-भाई घर में लड़ते हैं तो इससे घर कमजोर होता है। इसी तरह देश में अगर हम एक-दूसरे से लड़ेंगे तो देश भी कमजोर होगा। एक-दूसरे को जोड़कर रखना भी देशभक्ति है। राहुल गांधी ने आगे कहा कि मैं यहां अहंकार से नहीं आया हूं, गंगा जी के यहां सिर झुकाकर आया हूं। भारत जोड़ो यात्रा में भी मैं सिर झुकाकर चलता था। मैंने अपनी यात्रा से पहले टीम को बता दिया था कि यात्रा में बहुत सारे लोग मुझे मिलने आएंगे। गरीब लोग आएंगे, अमीर लोग आएंगे। सबके सब लोग आएंगे, जो भी आएगा उसे ऐसा लगना चाहिए कि मैं अपने घर आया हूं, अपने भाई से मिलने आया हूं। प्यार से उसकी मुझसे मुलाकात होनी चाहिए। जब हम ऐसा कर रहे थे तो कोई थकान नहीं होती थी, क्योंकि देश की शक्ति हमारे साथ उस यात्रा में थी।
सड़क पर उतरे किसान, सरकार हुई परेशान
- मोदी सरकार के लिए श्राप है किसान आंदोलन : खरगे
- बोले- सिर्फ कांग्रेस ही किसानों को एमएसपी का कानूनी अधिकार दे सकती है
- सरवन सिंह पंढेर ने कहा- सरकार चाहे तो संसद का विशेष सत्र बुलाकर बना सकती है कानून
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। अपनी मांगों को लेकर किसानों का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन लगातार जारी है। आज किसानों के आंदोलन का पांचवां दिन है। एक बार फिर किसान देश की मोदी सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) साफ कर चुका है कि वे आगामी दिनों में आंदोलन तेज करेंगे। उनकी पंजाब इकाई 18 फरवरी को जालंधर में एक बैठक करेगी और फिर समीक्षा और भविष्य की रणनीति के लिए सुझाव देने के खातिर नई दिल्ली में एनसीसी और आम सभा की बैठकें होंगी। किसानों फिलहाल पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर मौजूद हैं। फिलहाल किसान शंभू बॉर्डर पर हैं। वहीं दूसरी ओर अब किसानों के इस आंदोलन को लेकर सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल किसानों के समर्थन में उतर चुके हैं और केंद्र की भाजपा सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। वहीं आने वाले दिनों में इस आंदोलन के और बढऩे की भी आशंका है।
सरकार किसानों के साथ कर रही दुश्मनों जैसा व्यवहार : खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने किसानों के आंदोलन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की आलोचना की और उसे किसानों के लिए श्राप बताया। खरगे ने सरकार पर किसानों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने जोर देकर कहा कि केवल कांग्रेस पार्टी ही किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का कानूनी अधिकार प्रदान कर सकती है।
मोदी सरकार के हाथ से निकल चुका है किसान आंदोलन : राउत
शिवसेना (यूबीटी) राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि मोदी सरकार के हाथ से किसान आंदोलन निकल चुका है। बीजेपी वाले किसानों को माओवादी और नक्सलवाली कहते थे। राउत ने इससे पहले कहा कि जिस तरह से किसानों को रोका जा रहा है, वह सही नहीं है और अब तक सैकड़ों किसान घायल हो चुके हैं। प्रदर्शनकारी किसान पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर मौजूद हैं। यहां पर हरियाणा पुलिस उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों का इस्तेमाल कर रही है।
हम फसलों की खरीद में कॉर्पोरेट्स की लूट को खत्म करना चाहते है : पंढेर
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि सरकार ने 23 फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का ऐलान किया, लेकिन सिर्फ 2 से 3 फसलों की खरीददारी की गई। हम लोग फसलों की खरीद में कॉर्पोरेट्स की लूट को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहे तो संसद का विशेष सत्र बुलाकर कानून बना सकती है। जहां तक अध्यादेश जारी करने की बात है तो यह एक राजनीतिक फैसला है। अगर कैबिनेट चाहे तो फसल खरीद की कानूनी गारंटी पर अध्यादेश ला सकती है।