बाजुओं और पैरों को ठीक करेंगे ये योगासन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लड़कियां अक्सर बिना बाजुओं की टी शर्ट या टॉप पहनती हैं। वहीं शॉर्ट्स या मिनी ड्रेस कैरी करती हैं। मोटी बाजुओं या पैरों में अधिक चर्बी के कारण ऐसे कपड़े पहनने में भद्दा लुक आता है। अधिक मोटापा महसूस होता है। पेट और कमर की चर्बी को आमतौर पर मोटापा समझा जाता है। इसे कम करने के लिए लोग तरह तरह के तरीके अपनाते हैं। लेकिन बाजुओं की चर्बी को कम करने या टोंड लेग्स पाकर आप अपने मन पसंद कपड़ों को सहजता से कैरी कर सकते हैं। हाथों पर चढ़े मोटापे के कारण भद्दा लगता है। इसके लिए लड़कियों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसके लिए योगासन एक अच्छा उपाय है जो आपकेहाथ और पैर की चर्बी को कम करने सहायक हैं। इसके लिए योगासनों का अभ्यास कर सकते हैं। जो योग पेट व गर्दन की चर्बी कम करने के साथ ही लेग्स को टोंड बना सकता है। इससे आपकी शरीर का लुक सही लगेगा।
वशिष्ठासन
वशिष्ठासन एक लेटे हुए आसन है जो पेट, पैर और बाहों को मजबूत बनाता है। यह शब्द संस्कृत के वशिष्ठ शब्द से आया है जिसका अर्थ है धनवान और आसन जिसका अर्थ है मुद्रा। वशिष्ठ कई विविध योग ऋ षियों का नाम भी है, जिनमें वैदिक भजनों के लेखक और सात ऋ षियों में से एक शामिल हैं। हाथों की चर्बी को कम करने के लिए वशिष्ठासन का अभ्यास कर सकते हैं। वैसे ये आसन कमर की चर्बी को घटाने में सहायक है। वशिष्ठासन का प्रतीकवाद इस आसन में ही स्पष्ट है। एक हाथ पर सावधानीपूर्वक संतुलन के साथ, इस आसन में व्यक्ति को उस चीज़ पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है जो महत्वपूर्ण है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले प्लैंक पोज़ बना लें। फिर दाईं ओर हाथ-पैर का भार डालें। उसके बाद बाएं पैर और हाथ को ऊपर की ओर उठाते हुए बाएं पंजे को दाएं पंजे पर रखें। बाएं हाथ अपनी जांघों पर रखें। सांस अंदर ले जाते हुए कुछ पल इसी पोजीशन में रहें। अक्सर पहले अस्पष्ट कल्पना उत्पन्न होती है, लेकिन आसन को सही मायने में बनाए रखने के लिए स्पष्ट ध्यान की आवश्यकता होती है।
मलासन
पैरों को टोंड बनाने के लिए नियमित मलासन का अभ्यास कर सकते हैं। मलासन जांघों और पैरों को मजबूत करने की बेहतरीन मुद्रा है। इस आसन से निचले शरीर की कठोरता को दूर करने में मदद मिलती है। मलासन जिसे हम सब लोग अंग्रेज़ी में गारलैंड पोज़ के नाम से भी जानते हैं। मलासन का उलेख हमारे पुराणों में मिलता हैं, उसका इस्तमाल ऋ षि मुनिओं द्रारा किया जाता था। मलासन एक संस्कृत भाषा का शब्द हैं। जिस का अर्थ मल और आसन से आता है। इसका अर्थ हैं आप मल त्याग करने के समय जिस पेजीशन में आप बैठते हैं वैसे ही आपको इस योग में बैठना हैं। मलासन करने के लिए पैरों के बीच दूरी बनाते हुए ताड़ासन की अवस्था में खड़े हो जाएं। ाुटनों को स्क्वाट स्थिति में मोड़ें। दोनों बाहों को आगे झुकाते हुए मोड़े और घुटनों को अंदर रखें। अब नमस्कार मुद्रा में हाथों को दिल के पास रखें।
बद्ध कोणासन
बद्ध कोणासन या बाउंड एंगल पोज को कोब्ब्लर पोज़ भी कहा जाता है। यह बैठकर किया जाने वाला आसन है जो कूल्हें, पेट की मसल्स और जांघों को स्ट्रेच करने में मदद करता है। यह एक ग्राउंडिंग पोज़ है जो मूलधारा, या रूट चक्र को सक्रिय करता है। यह आपको मदर अर्थ की एनर्जी से जोड़ता है, आपको सुरक्षित और मजबूत महसूस कराता है, और आपके कूल्हों को खोलने में मदद करता है। बद्ध कोणासन का नाम संस्कृत के शब्द बंध, कोण और आसन से बना है जिसमें बद्ध का अर्थ है बंधना या बांधना, कोण मतलब एंगल और आसन का मतलब है मुद्रा। इसे यह नाम इसलिए मिला है क्योंकि इसमें आपके पैर के तलवे मिले होते हैं जबकि आपके पैर एक कोण पर मुड़े होते हैं। एक बार जब आप इस मुद्रा में होते हैं, तो आप ध्यान देंगे कि आपके मुड़े हुए पैर भी तितली के पंखों की तरह दिखते हैं, इसलिए इसे तितली आसन भी कहा जाता है।लड़कियां अक्सर बिना बाजुओं की टी शर्ट या टॉप पहनती हैं। वहीं शॉर्ट्स या मिनी ड्रेस कैरी करती हैं। मोटी बाजुओं या पैरों में अधिक चर्बी के कारण ऐसे कपड़े पहनने में भद्दा लुक आता है। अधिक मोटापा महसूस होता है। पेट और कमर की चर्बी को आमतौर पर मोटापा समझा जाता है। इसे कम करने के लिए लोग तरह तरह के तरीके अपनाते हैं। लेकिन बाजुओं की चर्बी को कम करने या टोंड लेग्स पाकर आप अपने मन पसंद कपड़ों को सहजता से कैरी कर सकते हैं। हाथों पर चढ़े मोटापे के कारण भद्दा लगता है। इसके लिए लड़कियों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसके लिए योगासन एक अच्छा उपाय है जो आपकेहाथ और पैर की चर्बी को कम करने सहायक हैं। इसके लिए योगासनों का अभ्यास कर सकते हैं। जो योग पेट व गर्दन की चर्बी कम करने के साथ ही लेग्स को टोंड बना सकता है। इससे आपकी शरीर का लुक सही लगेगा।