ये दुनिया का सबसे अनोखा प्राचीन शहर, गहरी घाटी के किनारे पर है बसा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बोजौल्स साउथ फ्रांस के एवेरॉन डिपार्टमेंट में एक कम्यून है। यह शहर लगभग 1000 सालों से मौजूद है, जो एक काफी गहरी और चौड़ी घाटी के किनारे पर बसा हुआ है। घाटी को ‘ले ट्रौ डे बोज़ौल्स’ या ‘द हॉल ऑफ बोज़ौल्स’ के नाम से जानी जाती है। इस शहर के चारों ओर की प्राकृतिक सुंदरता अद्भुत है। इन्हीं बातों के चलते इसको दुनिया का सबसे अनोखा प्राचीन शहर कहा जा सकता है, जिसे देखते ही लोग अचंभित रह जाते हैं। कितनी गहरी घाटी के किनारे पर बसा हुआ ये शहर? रिपोर्ट के अनुसार, बोजौल्स 400 मीटर चौड़ी और 100 मीटर (328 फीट) से अधिक गहरी घाटी के किनारे पर बसा हुआ है। यह घाटी घोड़े के नाल के आकार की है, जिसका निर्माण डौर्डोउ नदी के तेज बहाब के कारण हुआ था। यह जगह मैसिफ सेंट्रल क्षेत्र का हिस्सा है, जिसमें पहाड़ और पठार भी शामिल हैं। बोज़ौल्स अपनी प्राकृतिक सुंदरता और इसके चारों ओर फैली 300 फुट गहरी घाटी के लिए जाना जाता है। इसको अक्सर इसकी अनोखी बसावट की वजह से अनोखा और सुरम्य शहर बताया जाता हैै। बड़ी संख्या में लोग यहां घूमने के लिए भी आते हैं, जब वे घाटी की गहराई और उसके किनारे बसे घरों को देखते हैं तो हैरान रह जाते हैं। घरों और चर्चों के साथ-साथ प्राचीन खंडहरों के दृश्य लोगों को मनमोहक लगते हैं। द सन की रिपोर्ट के अनुसार, 1,312 फीट चौड़ी घाटी के किनारे बसे इस शहर में लगभग 3,000 लोग रहते हैं। बोजौल्स इलाके के घुमावदार आकार ने इसे एक प्राकृतिक गढ़ बना दिया, जिससे सभ्यताओं को वहां पनपने का मौका मिला। इस प्राचीन शहर की जड़ें लौह युग से हैं, जो रोमन युग से आज तक जीवित है। घाटी में नीचे अभी 9वीं शताब्दी के किले के खंडहर मौजूद हैं। वहीं, आज सबसे फेमस स्थल 12वीं शताब्दी का स्टी फॉस्टे चर्च है, जो मध्य घाटी में चट्टान के ठीक किनारे पर स्थित है। बताया जाता है कि इस जगह की भौगोलिक स्थिति का निर्माण दो मिलियन साल पहले शुरू हुआ था।