देश ही नहीं गुजरात में भी बीजेपी के लिए खतरे की घंटी बजी! संघ भी लाचार!
गुजरात कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की राजनीतिक कर्मभूमि माना जाता था... आज भाजपा के लिए मुश्किलों का केंद्र बनता जा रहा है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः गुजरात कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की राजनीतिक कर्मभूमि माना जाता था……. आज भाजपा के लिए मुश्किलों का केंद्र बनता जा रहा है……. यहां की राजनीति में 56 इंच की छाती का जिक्र अक्सर मोदी की मजबूत छवि को दर्शाने के लिए किया जाता है….. लेकिन हाल के घटनाक्रम बताते हैं कि राज्य में भाजपा की स्थिति कमजोर हो रही है…… मोदी और शाह के बार-बार दौरे, उपचुनावों में हार, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं में खराब प्रबंधन, अपराध की बढ़ती घटनाएं……. और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ बढ़ते तनाव ये सब मिलकर भाजपा की “अजेय” छवि पर सवाल उठा रहे हैं…… इस खबर में हम जानेंगे कि गुजरात में क्या हो रहा है…. और इसका राष्ट्रीय राजनीति पर क्या असर पड़ सकता है……
गुजरात हमेशा से भाजपा का मजबूत आधार रहा है…… 1995 से राज्य में भाजपा की सरकार है……. और मोदी जी ने यहां से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी…… 2001 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने गुजरात मॉडल का प्रचार किया……. जिसमें विकास, निवेश और सुरक्षा पर जोर था…… लेकिन 2025 आते-आते चीजें बदल रही हैं….. राज्य में आंतरिक असंतोष बढ़ रहा है……. और जनता की नाराजगी साफ दिखाई दे रही है…..
जून 2025 में हुए उपचुनावों में भाजपा को बड़ा झटका लगा…… पांच सीटों में से चार सीटों पर इंडिया गठबंधन ने जीत हासिल की…… और एक सीट गुजरात में भी भाजपा हार गई…… यह मोदी और शाह के गढ़ में पहली बड़ी दरार मानी जा रही है…… सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा गया कि जनता का मूड गुजरात और पूरे देश में अब खुलकर बीजेपी के खिलाफ चल रहा है……. उपचुनावों में बीजेपी 5 में से 4 सीटें हार चुकी है…… जनता ने बीजेपी के खिलाफ हमला बोल दिया…… प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की कर्मभूमि गुजरात में बीजेपी को चेतावनी दी…… जनता अब बदलाव चाहती है…… झूठे प्रचार नहीं……. वहीं हाल के नतीजे बताते हैं कि गुजरात में भाजपा की पकड़ ढीली पड़ रही है…..
जिसको लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की बड़ी जीत के बाद भी…… 2024 के लोकसभा चुनावों में राज्य में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर हुआ…… कांग्रेस ने गुजरात में अपनी सीटें बढ़ाईं, जो मोदी जी के लिए चिंता का विषय है……. एक समाचार रिपोर्ट में कहा गया कि गुजरात में कांग्रेस की हालत पहले खराब थी……. लेकिन अब राहुल गांधी के दौरे और स्थानीय मुद्दों पर फोकस से बदलाव आ रहा है……. राहुल गांधी ने गुजरात में कहा कि कई कांग्रेस नेता भाजपा से मिले हुए हैं…… लेकिन अब पार्टी सफाई कर रही है……
बता दें कि 2025 में मोदी और शाह के गुजरात दौरे बढ़ गए हैं…… अप्रैल से अगस्त तक कई बार वे राज्य का दौरा कर चुके हैं…… ये दौरे विकास परियोजनाओं, रैलियों और पार्टी मीटिंग्स के नाम पर हो रहे हैं…… लेकिन पर्दे के पीछे वजह राजनीतिक संकट है…… एक रिपोर्ट में बताया गया कि मोदी का एक कार्यक्रम खराब मौसम के कारण स्थगित हो गया…… लेकिन दौरे जारी हैं……. अमित शाह ने अहमदाबाद में कचरा संयंत्र का उद्घाटन किया…….. जो पर्यावरण और विकास से जुड़ा था…….
वहीं अब ये दौरे क्यों जरूरी हो गए….. इसके पीछे कई बड़े कारण है….. बता दें कि गुजरात में भाजपा की स्थिति कमजोर हो रही है……. उपचुनाव हार के बाद जनता में असंतोष है…… सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा कि जनता की भावना स्पष्ट रूप से बदल रही है…… और भाजपा की अजेयता की आभा टूट रही है….. मोदी और शाह घरेलू राज्य को बचाने की कोशिश कर रहे हैं……. क्योंकि अगर गुजरात में दरार पड़ी तो राष्ट्रीय स्तर पर असर पड़ेगा……
बता दें कि राहुल गांधी के बार-बार गुजरात दौरे भी भाजपा को चुनौती दे रहे हैं…… अप्रैल में राहुल ने कहा कि वे गुजरात में भाजपा को हराएंगे…… इससे मोदी-शाह सतर्क हो गए….. एक पोस्ट में लिखा कि राहुल गांधी ने मोदी को चुनौती दी थी कि वह गुजरात में बीजेपी को हराएंगे…… राहुल ने पिछले एक साल में कई बार गुजरात का दौरा किया है… मोदी-शाह को अपना गृह राज्य उनसे दूर होता दिख रहा है……
आपको बता दें कि आरएसएस भाजपा की वैचारिक मां है…….. अब मोदी-शाह के साथ तनाव में है……. 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मोदी सरकार की आलोचना की…… एक रिपोर्ट में कहा गया कि आरएसएस और मोदी-शाह के बीच फ्रिक्शन बढ़ रहा है…… और 2025 में मोदी इस्तीफा दे सकते हैं….. भाजपा अध्यक्ष चुनने में आरएसएस की भूमिका कम हो गई है…… जिससे संघ नाराज है….
गुजरात में यह तनाव और गहरा है…… संघ के कार्यकर्ता महसूस कर रहे हैं कि मोदी-शाह ने उन्हें साइडलाइन कर दिया……. एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा जैसा कि अपेक्षित था…… सांप अब सभी तिनकों को पकड़ रहा है…… और आरएसएस को उसका समर्थन करने के लिए बुला रहा है…… आरएसएस ने लोकसभा 2024 के लिए उसे काफी हद तक छोड़ दिया है….. और अब उन्होंने उसे व्यावहारिक रूप से कुत्तों के पास छोड़ दिया है….. एक अन्य पोस्ट में कहा गया कि मोदी अब आरएसएस की बात सुन रहे हैं…… क्योंकि उनकी स्थिति खतरे में है…….
भाजपा में पंजाब और झारखंड में गुटबाजी……. और मणिपुर में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति है…… संघ चाहता है कि भाजपा हिंदुत्व के एजेंडे पर मजबूत रहे…… लेकिन मोदी सरकार पर आरोप है कि वह कॉरपोरेट्स को फायदा पहुंचा रही है…… एक रिपोर्ट में ज्योतिषीय भविष्यवाणी तक की गई कि 2025 में मोदी सरकार संकट में फंस जाएगी……
गुजरात में प्राकृतिक आपदाएं और खराब प्रबंधन भाजपा की छवि खराब कर रहे हैं…….. अगस्त महीने में भारी बारिश से अमरेली जिले में तीन नावें डूब गईं…… 11 मछुआरे लापता हो गए…… सूरत शहर में बाढ़ का वीडियो वायरल हुआ…… जहां भाजपा का पूरा नियंत्रण है…… मेयर, विधायक, सांसद सब भाजपा के है….. जो गुजरात मॉडल” पर सवाल उठाता है…..
अपराध की घटनाएं भी बढ़ी हैं…… जनवरी में एक वीडियो में दिखाया गया कि गुजरात में लूट, हत्या और बलात्कार आम हो गए हैं…… कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा ने गुंडों को खुला छोड़ दिया है……. मार्च 2025 में वडोदरा और अहमदाबाद में मारपीट की घटनाएं हुईं….. और कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि कानून-व्यवस्था ध्वस्त है…..
आपको बता दें कि गुजरात में इंफ्रास्ट्रक्चर फेल्योर भी बड़ा मुद्दा है…… जुलाई 2025 में एक पोस्ट में दिखाया गया कि सामान्य बारिश में गुजरात के शहर डूब गए….. भ्रष्टाचार की बुनियाद पर खड़ा विकास का गुजरात मॉडल कहकर आलोचना हुई…… दलित और आदिवासी कल्याण की राशि मोदी की डॉक्यूमेंट्री पर खर्च करने का आरोप लगा…..
वहीं राष्ट्रीय स्तर पर, गुजरात की स्थिति भाजपा के लिए खतरा है…… 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले अगर असंतोष बढ़ा तो 2029 के लोकसभा चुनाव प्रभावित होंगे…… एक रिपोर्ट में कहा गया कि भाजपा में बड़ी टूट हो सकती है…… आरएसएस की नाराजगी से मोदी सरकार अस्थिर हो सकती है…….



