50 हजार टन राशन गरीबों को बांट नहीं पाई यूपी सरकार
लखनऊ। प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के तहत गरीबों को मिलने वाला लगभग 50000 टन राशन प्रदेश भर में लैप्स हो गया। इस गेहूं व चावल का उठान ही नहीं हो पाया। हैरत की बात यह है कि इसके लिए भारत सरकार ने तीन बार तारीखें बढ़ाईं पर प्रदेश सरकार शत प्रतिशत उठान की व्यवस्था ही नहीं कर पाई। प्रदेश में दो योजनाओं में तहत लाभार्थियों को राशन का वितरण हो रहा है। प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के तहत पूरे प्रदेश में राशन कार्ड धारकों को निशुल्क राशन का वितरण किया जा रहा है। 15 करोड़ से ज्यादा कार्डधारकों को इसका लाभ मिल रहा है। हालांकि वितरण माहवार देरी से हो रहा है पर लगातार राशन बांटने के निर्देश दिए जा रहे हैं। बावजूद इसके जून माह के सापेक्ष बंटने वाले राशन में से 50000 टन गेहूं और चावल लोगों को बांटा ही नहीं गया। जून माह के राशन के उठान के लिए भारत सरकार ने तीन तारीखें रखीं। तीस जून, फिर 31 जुलाई और उसके बाद 15 अगस्त 2022 तक उठान की तिथि का विस्तार किया गया। बावजूद इसके कुल राशन में से सात प्रतिशत का उठान नहीं हो पाया। खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री सतीश शर्मा के मुताबिक जून माह के93 प्रतिशत राशन का वितरण कर दिया गया है।
गौरतलब है कि इस योजना में प्रतिमाह साढ़े सात लाख मीट्रिक टन से ज्यादा राशन का वितरण होता है। खाद्य एवं रसद आयुक्त मार्केंडेय शाही ने इस बाबत सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर चेताया भी है। उन्होंने कहा है कि तीन तारीखें तिथि विस्तार के बावजूद जून माह के राशन का भारतीय खाद्य निगम से शत प्रतिशत उठान नहीं हुआ। ऐसे में भारत सरकार ने अब तिथि विस्तार की अनुमति नहीं दी है। अगले महीनों का उठान समय से कर लिया जाए। जून माह के राशन के उठान के लिए भारत सरकार ने तीन तारीखें रखीं। तीस जून, फिर 31 जुलाई और उसके बाद 15 अगस्त 2022 तक उठान की तिथि का विस्तार किया गया। बावजूद इसके कुल राशन में से सात प्रतिशत का उठान नहीं हो पाया। खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री सतीश शर्मा के मुताबिक जून माह के93 प्रतिशत राशन का वितरण कर दिया गया है। गौरतलब है कि इस योजना में प्रतिमाह साढ़े सात लाख मीट्रिक टन से ज्यादा राशन का वितरण होता है।
राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए 75 शिक्षक चयनित
लखनऊ। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने शनिवार को राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित होने वाले शिक्षकों की सूची जारी कर दी। राज्य शिक्षक पुरस्कार- 2021 के लिए गठित चयन समिति ने प्रत्येक जिले से एक -एक सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का चयन किया है। सरकार ने किसी भी जिले को राज्य अध्यापक पुरस्कार से वंचित नहीं रखा है। प्रदेश के सभी 75 जिलों से एक-एक अध्यापक को पांच सितंबर को राज्य अध्यापक पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ लोक भवन में दस शिक्षकों को सम्मानित करेंगे, जबकि अन्य को उनके जिलों में पुरस्कृत किया जाएगा। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग के 75 शिक्षकों को शिक्षक दिवस यानी पांच सितंबर को सम्मानित किया जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ इन 75 में से दस को लोक भवन में होने वाले समारोह में सम्मानित करेंगे। अन्य शिक्षकों को जिले स्तर पर होने वाले सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने इस बार किसी भी जिले को राज्य अध्यापक पुरस्कार से वंचित नहीं किया है। हर जिले से एक शिक्षक यानी कुल 75 शिक्षक-शिक्षिकाओं का नाम राज्य पुरस्कार के लिए चुना गया है।