UP Politics : अखिलेश और मायावती की लड़ाई में कूदे केशव, कहा- सपा- सांपनाथ, बसपा-नागनाथ, कांग्रेस- कालियानाग

उत्तर प्रदेश सरकार में उपमु्ख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता, केशव प्रसाद मौर्य, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की लड़ाई में कूद गए हैं. इसमें उन्होंने कांग्रेस को भी घेर लिया है

4पीएम न्यूज नेटवर्कः उत्तर प्रदेश सरकार में उपमु्ख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता, केशव प्रसाद मौर्य, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की लड़ाई में कूद गए हैं. इसमें उन्होंने कांग्रेस को भी घेर लिया है. दरअसल, गुरुवार, 17 अप्रैल को बसपा चीफ मायावती ने सपा को लेकर सोशल मीडिया साइट एक्स पर बयान दिया. इसके बाद सपा की ओर से पार्टी नेता आईपी सिंह ने प्रतिक्रिया दी. उधर, डिप्टी सीएम ने बसपा, सपा और कांग्रेस , तीनों को घेरते हुए सियासी प्रतिक्रिया दी.

केशव ने लिखा कि– सपा, बसपा और कांग्रेस की तिकड़ी एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं. पहला सांपनाथ, दूसरा नागनाथ और तीसरा कालियानाग है. तीनों का काला अतीत दंगा, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और जातिवाद,परिवारवाद से अटा पड़ा है. इन्होंने दलितों, पिछड़ों और ग़रीबों का शोषण करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी और इस हरकत में तीनों ने एक दूसरे को मात दी.

उन्होंने लिखा कि यह कहने में रत्तीभर भी संकोच नहीं है कि ग़रीबों, पिछड़ों, दलितों और महिलाओं को यथोचित सम्मान यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन में मिला है. उनके नेतृत्व में भाजपा सरकार की नीतियों और डबल इंजन की सरकार के तहत हरेक तबके का समुचित विकास किया जा रहा है . उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सबको यह पक्का भरोसा है कि जनता अब नकली मसीहाओं के झांसे में नहीं आने वाली. विकास, सुशासन और सम्मान का रास्ता भाजपा से होकर गुज़रता है.

मायावती ने क्या लिखा था?
यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने लिखा था – विदित है कि अन्य पार्टियों की तरह आएदिन सपा द्वारा भी पार्टी के ख़ासकर दलित लोगों को आगे करके तनाव व हिंसा का माहौल पैदा करने वाले आ रहे इनके अति विवादित बयानबाजी, आरोप-प्रत्यारोप व कार्यक्रम आदि का जो दौर चल रहा है यह इनकी घोर संकीर्ण स्वार्थ की राजनीति ही प्रतीत होती है. क्योंकि सपा भी दलितों के वोटों के स्वार्थ की खातिर यहाँ किसी भी हद तक जा सकती है. अतः दलितों के साथ-साथ अन्य पिछड़ों व मुस्लिम समाज आदि को भी इनके किसी भी उग्र बहकावे में नहीं आकर इन्हें इस पार्टी के भी राजनीतिक हथकण्डों का शिकार होने से ज़रूर बचना चाहिए.

बसपा चीफ ने लिखा था- साथ ही, ऐसी पार्टियों से जुड़े अवसरवादी दलितों को दूसरों के इतिहास पर टीका-टिप्पणी करने की बजाय यदि वे अपने समाज के सन्तों, गुरुओं व महापुरुषों की अच्छाईयों एवं उनके संघर्ष के बारे में बताएं तो यह उचित होगा, जिनके कारण ये लोग किसी लायक़ बने हैं.

मायावती के बयान पर सपा ने दिया जवाब
आपको बता दें,कि बसपा चीफ के बयान पर सपा नेता आईपी सिंह ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा- मायावती जी सदैव भाजपा के पक्ष में रही हैं जब जब अवसर आया है भाजपा से लाभ लिया है आज भी अपरोक्ष रूप से भाजपा की मदद कर रही हैं. सपा उनके निशाने पर रहती है. कभी पीएम मोदी, अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ के बारे में भी दो चार शब्दों में आलोचना कर दिया करिये. बसपा का वोट बैंक BJP घसीट ले गयी उसपर मौन रहती हैं.

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