UP विधानसभा चुनाव से पहले प्रियंका गांधी का दांव,जानिए क्या हैं खास!
लखनऊ। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा यूपी चुनाव से पहले बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर सुर्ख़ियों में बनी हुई है। पहले जहाँ प्रियंका गांधी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने का ऐलान करके बड़ा सियासी दांव चला तो वहीँ गुरुवार को भी उन्होंने एक बड़ी चुनावी घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस 12वीं पास छात्राओं को स्मार्टफोन तो वहीँ ग्रेजुएट पास करने वाली छात्राओं को स्कूटी देगी।
इस बाबत प्रियंका गांधी ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर लिखा- कल (बुधवार) मैं कुछ छात्राओं से मिली थी। उन्होंने बताया कि पढ़ने व सुरक्षा के लिए स्मार्टफोन की जरूरत है। कांग्रेस चुनाव घोषणा समिति की सहमति से आज निर्णय ले लिया गया है। सरकार बनने पर इंटर पास लड़कियों को स्मार्टफोन और ग्रेजुएट पास लड़कियों को इलेक्ट्रिक स्कूटी दी जाएगी।
इधर, राहुल गांधी ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करके ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ स्लोगन को दोहराया और लिखा कि देश की बेटी कहती है, अपनी मेहनत से शिक्षा की ताकत से सही आरक्षण से मैं आगे-आगे बढ़ सकती हूं। यूपी तो सिर्फ शुरुआत है।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी गुरुवार को एक अहम बैठक करेंगी। इस बैठक में उत्तर प्रदेश चुनाव समिति व मेनिफेस्टो की तैयारियों को लेकर मंथन किया जाएगा। इस बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की अब तक हुई तैयारियां और आगे की जाने वाली तैयारियों पर मंथन होगा। प्रियंका गांधी खुद उत्तर प्रदेश में जनता के मुद्दे को लेकर सड़क पर विचार पूछ रही हैं।
वहीँ राजनीति के जानकार मानते हैं, कि, प्रियंका के ऐसे फैसलों का फोकस महिलाओं पर है। क्योंकि उत्तर प्रदेश की सियासत में महिला वोटर निर्णायक भूमिका में हैं। यूपी में कुल 14.40 करोड़ मतदाता हैं। इसमें 7.79 करोड़ पुरुष और 6.61 करोड़ महिलाएं हैं। एक तरह से 45 फीसदी महिला फीसदी वोटर हैं. कांग्रेस ने 2022 की जंग फतह करने के लिए किसानों के साथ-साथ महिलाओं को जोड़ने की रणनीति बनाई है।
इसी कड़ी में बीते बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आगरा में पुलिस कस्टडी में मरे सफाईकर्मी के परिजनों से मिलने जा रही थी तो पुलिसकर्मियों ने जब उन्हें रोका तो वहां पर मौजूद महिला पुलिसकर्मियों से साथ ऐसे गले मिलने लगीं, जैसे वह उन्हें रोकने के बजाय उनके स्वागत के लिए खड़ी हों। वहीँ, यूपी पुलिस की महिला पुलिसकर्मियों ने उनके साथ सेल्फी भी खिंचाई।
इसके साथ ही प्रियंका ने आगरा के एक चौराहे पर स्कूटी के गिरने से घायल युवती को अपने हाथों से मरहम-पट्टी भी की। प्रियंका बीते मंगलवार को लड़की हूं, लड़ सकती हूं स्लोगन के साथ पत्रकारों के सामने आई थी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी जताया था, कि महिलाओं पर अत्याचार के विरूद्ध प्रत्येक संघर्ष में वह उनके साथ खड़ी हैं।
इससे पहले भी कांग्रेस महासचिव ने कहा था कि महिलाएं ही माहौल को करुणा के साथ बदल सकती हैं, और हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलिए। उन्होने आगे यह भी कहा था कि हमारा फैसला यूपी की हर महिला के लिए है क्योंकि विकास की भागीदारी में महिलाओं की भागीदारी भी जरूरी है। महिलाएं अपने सेवा भाव से पूरे देश की तस्वीर बदल सकती हैं और ये फैसला सिर्फ महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए है, और किसी भी तरह की कोई सोच इस फैसले के पीछे नहीं है। हालाँकि, यूपी की सियासत में महिला वोटर काफी अहम है। ऐसे में महिलाओं को आकर्षित करने और वोट हासिल करने के लिए यह कांग्रेस का एक बड़ा कदम माना जा रहा है। तो वहीँ प्रियंका गांधी ने महिलाओं को राजनीति में आने का ही नहीं बल्कि टिकट का खुला ऑफर देकर विपक्षी दलों के लिए चिंता बढ़ा दी है।