संन्यास के बाद भी विनेश फोगाट के लिए सिल्वर मेडल की उम्मीद, आज शाम को आएगा सीएएस का फैसला

नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक 2024 में 100 ग्राम वजन बढऩे के कारण अयोग्य होने के बाद रेसलर विनेश फोगाट ने कुश्ती को आज यानी 8 अगस्त अलविदा कह दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए इसकी जानकारी लिखी। उनके इस फैसले से पूरा देश सदमे में है। वहीं उनके इस फैसले से पहले मेडल पर भी आज सुनवाई होनी है। ऐसे में भारत के लिए अब भी मेडल की आस बाकी है। कुल मिलाकर भले विनेश फोगाट ने संन्यास का ऐलान कर दिया हो लेकिन मेडल की आस अब भी बाकी, आज इसे लेकर ष्ट्रस् यानी कोर्ट ऑफ अब्रिट्रेशन फॉर स्पोर्ट फैसला सुनाएगा।
दरअसल, पेरिस ओलंपिक में विनेश की सिल्वर की उम्मीद अभी भी जिंदा है। हालांकि, उनके मेडल पर आज शाम तक फैसला आएगा। दरअसल, अयोग्य करार देने के बाद भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगाट ने ष्ट्रस् में अपील की है। जहां उन्होंने खुद को अयोग्य करार दिए जाने के खिलाफ अपील की है।
इस दौरान विनेश ने कहा कि उन्हें संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने फाइनल मुकाबला खेलने की भी इजाजत मांगी थी। जिसे सीएएस ने ये कहते हुए खारिज कर दिया कि फाइनल मुकाबले को टाला नहीं जा सकता। लेकिन अब उनके सिल्वर मेडल की मांग पर फैसला होना है। खेल मामलों की कोर्ट लोकल समय के अनुसार सुबह करीब 11.30 बजे फैसला सुनाएगा। अगर सीएएस विनेश के पक्ष में फैसला सुनाता है तो आईओसी को विनेश को संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल देना होगा। यानी 50 किलो वर्ग महिला कुश्ती के फाइनल मैच में हारने वाली रेसलर के साथ ही विनेश को भी संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल देना होगा।
बता दें कि, कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट दुनिया भार में खेलों के लिए बनाई गई एक स्वतंत्र संस्था है। इसका काम खेल से जुड़े सभी कानूनी विवादों का निपटारा करना है। 1984 में स्थापित अंतर्राष्ट्रीय निकाय काम खेल से संबंधित विवादों को मध्यस्थता के माध्यम से निपटाने का काम करता है। इसक मुख्यालय लॉज़ेन, स्विटजरलैंड में है और इसकी अदालतें न्यूयॉर्क शहर सिडनी और लॉजेन में स्थित हैं। अस्थायी अदालतें वर्तमान ओलंपिक मेजबान शहरों में भी स्थापित की जाती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button