एसआईआर के जरिए वोटबंदी की साजिश

ममता बोलीं- मेरा गला काट दो पर मतदाता न हटाओ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को सुपर इमरजेंसी और वोटबंदी बताते हुए तत्काल रोकने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रक्रिया भाजपा का राजनीतिक हथियार है, जिसका उद्देश्य योग्य मतदाताओं को सूची से हटाना है, और एक भी असली मतदाता का नाम न काटने की चेतावनी दी। प. बंगाल की मुख्यमंत्री ने भारत के चुनाव आयोग से विभिन्न राज्यों में मतदाता सूचियों के एसआईआर को रोकने की मांग की है और इसे सुपर इमरजेंसी बताया है।
उत्तर बंगाल में एक प्रशासनिक बैठक में बोलते हुए, ममता ने आयोग पर चुनाव अधिकारियों को व्यस्त रखने का आरोप लगाया ताकि सरकार अगले तीन महीनों तक ठीक से काम न कर सके। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रि या पर रोक लगा दी जानी चाहिए। ममता ने कहा कि यह लोगों को बदनाम करने की जानबूझकर की गई कोशिश है। इतने लोग मारे गए, आयोग ने एक भी शोक संदेश नहीं दिया। उन्होंने कहा, आप मुझे जेल भेज सकते हैं या मेरा गला काट सकते हैं, लेकिन एक भी असली मतदाता का नाम मत काटो। बनर्जी ने चुनाव से पहले एसआईआर कराने की ज़रूरत पर संदेह जताया और इसे वोटबंदी की कवायद बताया।

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