वेस्ट यूपी में 11 जिलों के 58 अखाड़ों में योद्धाओं का इम्तिहान

लखनऊ। यूपी के रण में पश्चिम के 11 जिलों के 58 अखाड़ों में आज योद्धाओं का इम्तिहान है। सियासी दलों में आखिरी दौर की जुबानी जंग और जोर-आजमाइश जारी है। सियासी दलों की बात करें तो उनका सारा जोर अब धु्रवीकरण पर है। पश्चिमी यूपी में सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा रहा है। हर जाति-संप्रदाय की सुरक्षा के मुद्दे समय-समय पर उठते रहे हैं। यही कारण है कि भाजपा बार-बार सपा शासनकाल में हुए दंगों का जिक्र कर रही है। भाजपा हर चुनावी सभा में यह बताती है कि योगी सरकार में कोई दंगा नहीं हुआ। वहीं, सपा-रालोद गठबंधन दंगों का जिम्मेदार भाजपा को ठहरा रहा है। वहीं कानून-व्यवस्था भी पश्चिमी यूपी में बेहद अहम मुद्दा है। यह सच है कि छोटी-छोटी बातों पर फसाद यहां आम बात रही है। सड़कों पर लूट और रंगदारी की वसूली को लेकर यहां खूब सवाल उठते रहे हैं। कॉलेज जाने वाली छात्राओं से छेड़छाड़ की घटनाओं पर प्रतिक्रिया ने कई बार यहां बड़ा रूप लिया है।

भाजपा इन सब सवालों को हर मंच से उठाकर वोट मांग रही है। वहीं, सपा और रालोद का गठबंधन इन्हीं मुद्दों पर सरकार को घेर भी रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव इसे ‘ठोको नीतिÓ बताते हुए एक वर्ग विशेष पर भाजपा के निशाना साधने का आरोप लगाते हैं। बसपा दलित उत्पीड़न की बात करती है। यानी सभी इस मुद्दे को अपने-अपने तरीके से उठाकर अपने टारगेट वोटर को साध रहे हैं। कैराना में पलायन के मुद्दे पर अब भी प्रयोग जारी है। पश्चिमी यूपी में मुद्दों की लंबी फेहरिस्त है। इसके बाजवूद सभी दल धु्रवीकरण पर फोकस कर रहे हैं। भाजपा पूरी तरह से धु्रवीकरण कराने के चक्कर में है, तो सपा भी इसी तरह से लामबंदी कराना चाह रही है। पक्ष-विपक्ष दोनों ने ही इसके लिए पूरी ताकत लगा रखी है।

कैबिनेट मंत्री नंदी ने नामांकन के बाद बिना परमिशन निकाला जुलूस

लखनऊ। प्रयागराज से शहर दक्षिणी सीट से भाजपा प्रत्याशी कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी ने खुलेआम आदर्श आचार संहिता की उड़ाई और जिला प्रशासन मूकदर्शक बना रहा। नामांकन करने के बाद मंत्री नंदी ने मीरापुर स्थित ललिता देवी मंदिर में दर्शन कर जुलूस निकाल कर आदर्श आचार संहिता का खुलेआम उलंघन किया। नंदी अपनी पत्नी मेयर अभिलाषा गुप्ता के साथ बाकायदा ट्रक पर बने रथ पर सवार होकर प्रचार कर रहे थे, मानो जैसे विजय जुलूस निकाल रहे हो। जुलुस में बाकायदा डीजे बज रहा था चारों तरफ लाउड स्पीकर बज रहा था, हजारों कार्यकर्ता हाथों में झंडा व माला-फूल लेकर स्वागत कर रहे थे।

जुलुस अतरसुइया, मु_ीगंज व कोतवाली थाना क्षेत्र की सड़कों पर घूम-घूम कर आदर्श आचार संहिता का खुलेआम मजाक उड़ाता रहा लेकिन किसी भी पुलिस अधिकारी व निर्वाचन अधिकारी ने जुलुस को रोकने या कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं जुटा सका। इस मामले में रिटर्निंग अफसर शहर दक्षिणी सुदामा वर्मा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जुलुस निकालने का कोई परमिशन नहीं है, इसके बावजूद जुलुस निकाला गया है तो ये गलत है। मामले की जांच होगी, कार्रवाई भी की जाएगी।

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