गरीब के बच्चे कहां पढ़ेंगे, भाजपा सरकार को चिंता नहीं: अखिलेश
- सपा प्रमुख ने कसा तंज, भाजपा सरकार कर रही शिक्षा की उपेक्षा
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यूपी की भाजपा सरकार पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा कि मिशन कायाकल्प के नाम पर करोड़ों रुपये फूंकने के बाद भी सरकारी स्कूलों की हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है। तमाम स्कूल जर्जर भवनों में चल रहें हैं। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि सरकारी स्कूलों में यदि अच्छे शिक्षक होंगे, सुविधाएं अच्छी होंगी और बच्चों का शैक्षणिक, मानसिक और शारीरिक हर तरह का विकास होगा और साथ ही उसमें उनकी दबी-छिपी प्रतिभा को पहचानने-निखारने का प्रयास होगा तो न बच्चे स्कूल छोड़ेंगे न अभिभावक छुड़वाएंगे। भाजपा शिक्षा की उपेक्षा बंद करे। सपा प्रमुख बोले कि शिक्षकों के पद खाली है और अब भाजपा सरकार यूपी के 11 हजार प्राथमिक विद्यालयों को भी पीपीपी माडल पर पूंजीपतियों को देने की योजना बना रही। इससे रहा-सहा सरकारी नियंत्रण भी समाप्त हो जाएगा। गरीब बच्चे कहां पढ़ेंगे, इसकी चिंता सरकार को नही है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में शिक्षा क्षेत्र में घोर अव्यवस्था के चलते परिषदीय स्कूलों से बच्चों और अभिभावकों का मोहभंग हो चला है। अकेले नोएडा में 38 प्रतिशत बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया। स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की संख्या उत्तर प्रदेश में बढ़ती ही जा रही है। बता दें कि एक दिन पूर्व अखिलेश यादव ने एक अखबार की फोटो शेयर करते हुए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक पर निशाना साधा था। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा था कि पुर्तगाल में एक गर्भवती पर्यटक को दिल का दौरा पड़ने पर सही समय पर अस्पताल की सुविधा नहीं मिलने पर वहां के स्वास्थ्य मंत्री ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया।
किश्तवाड़ इलाके से पकड़ा पाकिस्तान का जासूस मौलवी
जम्मू। सेना ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कामयाबी हासिल की है। किश्तवाड़ में रहकर पाकिस्तान के लिए काम कर रहे एक मौलवी को सेना ने दबोच लिया है। 22 वर्षीय मौलवी अब्दुल वाहिद पाकिस्तान के आतंकी संगठन कश्मीरी जांबाज फोर्स के लिए काम करता था। उसका काम किश्तवाड़ से सेना व प्रशासन से जुड़ी खुफिया सूचनाएं एकत्रित कर पाकिस्तान तक पहुंचाना था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मौलवी अब्दुल वाहिद किश्तवाड़ में एक मदरसे में पढ़ाता है और स्थानीय मस्जिद में मौलवी का काम करता है। उन्होंने बताया कि राजौरी सैन्य शिविर पर फिदायीन हमले के बाद से ही सैन्य खुफिया एजेंसी व जम्मू-कश्मीर पुलिस इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही थी कि आतंकियों को इस तरह की जानकारी कैसे मिल रही है।