राज्यपाल को मारने के लिए भेजेंगे आतंकी
नई दिल्ली। शिवाजी कृष्णमूर्ति ने एक बैठक में कहा कि सीएम कह रहे हैं कि हमें राज्यपाल को डांटना नहीं है। अगर उन्होंने ठीक से भाषण पढ़ा होता तो मैं उनके चरणों में फूल रखकर हाथ जोडक़र उनका धन्यवाद करता।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और राज्यपाल आरएन रवि के बीच चल रहे विवाद के बीच डीएमके प्रवक्ता शिवाजी कृष्णमूर्ति के बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। डीएमके प्रवक्ता ने कहा कि कि हम एक आतंकवादी को तमिलनाडु के राज्यपाल को गोली मारने के लिए भेजेंगे। शिवाजी कृष्णमूर्ति ने एक बैठक में कहा कि सीएम कह रहे हैं कि हमें राज्यपाल को डांटना नहीं है। अगर उन्होंने ठीक से भाषण पढ़ा होता तो मैं उनके चरणों में फूल रखकर हाथ जोडक़र उनका धन्यवाद करता। लेकिन अगर वह अंबेडकर का नाम लेने से इनकार करते हैं तो क्या मुझे उन्हें चप्पल से मारने का अधिकार नहीं है? हम आपको गोली मारने और मारने के लिए एक आतंकवादी भेजेंगे।
बीजेपी नेता नारायणन थिरुपति ने राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ टिप्पणी को लेकर डीएमके नेता शिवाजी कृष्णमूर्ति की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा कि पुलिस को जांच करनी है कि डीएमके का आतंकवादी लिंक क्या है, क्योंकि उसने अपने भाषण में कहा है कि हम राज्यपाल को कश्मीर भेजेंगे और आतंकवादी को कश्मीर भेजेंगे। हमारा मतलब कौन? भाजपा नेता ने कहा कि न केवल शिवाजी कृष्णमूर्ति ने इतनी गंदी भाषा में बात की, मुझे लगता है कि ये चीजें सीएम एमके स्टालिन के कहने से की जा रही हैं, डीएमके प्रमुख की शह, पर वे बोल रहे हैं। उन्होंने डीएमके नेताओं शिवाजी कृष्णमूर्ति और आरएस भारती को गुंडा अधिनियम के तहत गिरफ्तार करने का आह्वान किया। अगर तमिलनाडु पुलिस की रीढ़ है, तो उन्हें इन दोनों- शिवाजी कृष्णमूर्ति और आरएस भारती को गिरफ्तार करना चाहिए। नारायणन थिरुपति ने कहा कि उन्हें गुंडा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और एक साल के लिए जेल में डाल देना चाहिए।