विश्व प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू विवाद: चंद्रबाबू नायडू के आरोप के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंची मोहन रेड्डी की पार्टी

विश्व प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू विवाद पर मामला बढ़ता ही जा रहा है। तिरुपति के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल किए जाने को लेकर लोगों ने जमकर विरोध किया है...

4PM न्यूज नेटवर्क: विश्व प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू विवाद पर मामला बढ़ता ही जा रहा है। तिरुपति के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल किए जाने को लेकर लोगों ने जमकर विरोध किया है। वहीं इस मामले में प्रसादम विवाद पर आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कहा कि प्रसाद तैयार करने में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल किए जाने के मामले में हमारी सरकार हरसंभव सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने तिरुपति के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी होने के आरोपों की विस्तृत जांच की मांग की है।

मोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP ने हाईकोर्ट का किया रुख

सूत्रों के मुताबिक तिरुपति लड्डू विवाद पर जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP ने अब हाईकोर्ट का रुख किया है। YSRCP की मांग है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच हाईकोर्ट के जजों की कमेटी करे।

दरअसल, चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाए थे कि जगन मोहन रेड्डी सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर में मिलने वाले प्रसाद के लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाई गई है। नायडू के आरोपों के समर्थन में उनकी पार्टी TDP द्वारा गुजरात की एक लैब की रिपोर्ट भी सामने रखी गई है। इस रिपोर्ट में लड्डुओं में पशुओं की चर्बी और मछली के तेल मिलने की पुष्टि हुई है।

आपको बता दें कि YSRCP की ओर से पेश वकील ने हाईकोर्ट में तिरुमाला लड्डू विवाद मामले में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू द्वारा लगाए गए आरोपों का जिक्र किया है। YSRCP की ओर से मुख्यमंत्री नायडू द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच या तो एक मौजूदा जज या हाईकोर्ट द्वारा नियुक्त समिति द्वारा कराने की मांग की है। वहीं इस पर बेंच ने कहा कि बुधवार को इस मामले में जनहित याचिका दायर करें, हम आपकी दलीलें सुनेंगे।

हालांकि, टीडीपी चीफ के इन दावों पर वाईएसआरसीपी नेता और राज्यसभा सांसद वाई.वी. सुब्बा रेड्डी ने कहा कि नायडू के आरोपों से देवता की पवित्र प्रकृति को नुकसान पहुंचा है और भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंची है।

जानिए लैब रिपोर्ट में क्या मिला?

आपको बता दें कि TDP प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने दावा किया कि प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा उपलब्ध कराए गए घी के नमूनों में गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा मिलावट की पुष्टि की गई है। इसके साथ ही उन्होंने कथित लैब रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में “पशु की चर्बी”, “लार्ड” (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल की मौजूदगी का भी दावा किया गया है। नमूने लेने की तारीख नौ जुलाई, 2024 थी और लैब रिपोर्ट 16 जुलाई की थी।

कांग्रेस नेता का बयान आया सामने

इस मामले में कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि “यह बहुत ही गंभीर मामला है। सरकार को इस मामले की और गंभीरता से जांच करनी चाहिए। इसके साथ ही 2-3 और लैब में भी इसकी जांच करानी चाहिए।

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  • तिरुपति के लड्डू देशभर में बेहद प्रसिद्ध हैं, हर कोई इसका सेवन करता है।
  • संदीप दीक्षित ने कहा- “यह आस्था से जुड़ा हुआ मामला है, मैं चाहता हूं कि इसकी जांच हो।

 

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