अगर सत्ता पत्रकार की तारीफ करें तो समझ लीजिए गड़बड़ है
- पत्रकार का काम है कि लगातार सत्ता से सवाल करते रहना
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। अगर सत्ता ने किसी पत्रकार की तारीफ कर दी तो आप समझ लीजिए कि कहीं कुछ गड़बड़ है। पत्रकार का काम है कि लगातार सत्ता से सवाल करते रहना। उनको हमेशा यह बताते रहना कि आप सोइए मत। लोगों ने आपको चुना है सरकार चलाने के लिए, जनता की सेवा के लिए। पत्रकारिता का काम है लगातार सुई चुभोते रहना। पत्रकार, पत्रकारिता और सत्ता का जो रिश्ता है वह दुश्मनी का नहीं है बल्कि विरोधात्मक है। पत्रकार यदि सो जाएगा तो सीएम तानाशाह बन जाएगा। पत्रकार जगता रहेगा तो कोई भी सीएम तानाशाह नहीं बन पाएगा। लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि पत्रकार लगातार तथ्यों के आधार पर सरकार की बेबाक आलोचना करता रहे। पत्रकार सो गया तो देश में लोकतंत्र नहीं बचेगा। ये बात निकलकर सामने आई देश के जाने माने पत्रकार व सत्य हिंदी के संपादक आशुतोष व 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के साथ एक लंबी परिचर्चा में।परिचर्चा में संजय शर्मा ने सवाल किया कि यूपी की सियासी लड़ाई का अंत कहां होगा? आशुतोष ने जवाब दिया कि इस सियासी लड़ाई का अंत कहां होगा यह तो समय बताएगा। हालांकि कोरोना काल में यूपी सरकार ने कु-प्रबन्धन पर जिस प्रकार का झूठ बोला है, उसके लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगना चाहिए। उन्होंने कहा अंग्रेजों के समय से ही नौकरशाही का सरकार पर असर रहा है और हमेशा से कहा गया है कि नौकरशाही ही देश को चलाती है। कोरोना से लड़ने के लिए दुनिया के बाकी देश हेल्थ एक्सपर्ट्स की टीम तैयार कर रहा है तब केंद्र व राज्य की सरकारों ने हेल्थ एक्सपर्ट्स की बातें दरकिनार कर अफसरों के आधार पर सरकार चलाने की कोशिश की है। यूपी की टीम-11 में एक भी डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट्स नहीं है। नौकरशाही के हावी होने का खामियाजा पूरा प्रदेश भुगत रहा है। जब अफसर प्रदेश चलाने लगे तो उपेक्षा होना जायज है। अफसरों को पता होता है कि नेता को कैसे कंट्रोल करना है। उसको इस बात की चिंता नहीं रहती कि पार्टी को नुकसान हो रहा है या फायदा। आशुतोष ने कहा मुझे हैरानी तब हुई कि यूपी में अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पीएम मोदी की फोटो गायब थी। जब आप एक राज्य के सीएम हैं तो ऐसा काम गलत संदेश और गलत धारणा फैलाता है।
पत्रकार सवाल खड़ा करता है तो उस पर दर्ज हो जाती है एफआईआर
परिचर्चा में संजय शर्मा ने सवाल किया कि योगी जी के शासन में यदि कोई पत्रकार सवाल खड़ा करता है तो उस पर एफआईआर दर्ज हो जाती है। इस पर आशुतोष ने कहा कि अफसर सीएम को पत्रकारों के ऊपर एफआईआर करने की गलत सलाह दे रहे हैं। पत्रकारों पर केस कर देने से आप उनकी आवाज को दबा नही पाएंगे। पूर्व में नेहरु के खिलाफ कार्टूनिस्ट शंकर जब कार्टून बनाते थे तो वह उन्हें बुरा भला बोलने के बजाए कहते थे कि ये सारे कार्टून मेरे घर भिजवा दीजिए यही लोकतंत्र है। मेरा मानना है कि किसी पत्रकार या ट्विटर के खिलाफ मुकदमा करके सरकार या योगी को कुछ हासिल नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा जब मैं संपादक था तो मेरे भी कुछ साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। ऐसे में मैंने कहा था कि हम पत्रकार है, हमें जो दिखता है वो करते हैं। यदि हम नहीं सिखाते कि आप इस तरह सरकार चलाइए, तो आप भी हमें मत सिखाइए कि रिपोर्ट कैसे करनी है। यदि आप डरते हैं तो पत्रकारिता छोड़ कहीं और किसी और काम में चले जाइए।
उन्नाव पथराव पर अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद यूपी पुलिस ने की कार्रवाई
- डीजीपी एचसी अवस्थी ने मांगा स्पष्टïीकरण
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। उन्नाव में दो युवकों की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद भीड़ ने पथराव कर दिया, जिसमें 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस दौरान बवाल की जो तस्वीरें सामने आईं, उसमें पुलिसकर्मी स्टूल डलिया को सुरक्षा कवच की तरह इस्तेमाल करते दिखाई दिए। इसी से जुड़ी एक तस्वीर समाजवादी पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट की। अखिलेश के ट्वीट करने के कुछ मिनट बाद ही यूपी पुलिस के ट्विटर हैंडल से उन्नाव के एसपी, स्थानीय थानेदार पर कार्यवाही का ट्वीट किया गया। अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद ही यूपी पुलिस ने उन्नाव पथराव मामले में कार्रवाई की है। पुलिस पर पथराव के मामले में सिपाहियों के स्टूल और डलिया से अपना बचाव करने पर डीजीपी एचसी अवस्थी ने सख्त नाराजगी जताई है। दरअसल तस्वीरों में एक सिपाही अपने सिर पर स्टूल और एक सिपाही हाथ में डलिया लिए दिखाई दिया, जिसके बाद डीजीपी ने उन्नाव के एसपी आनंद कुलकर्णी से स्पष्टीकरण मांगा है। आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने पूरे मामले की जांच एडिशनल एसपी रायबरेली को सौंपते हुए सीओ सिटी कृपा शंकर से स्पष्टीकरण मांगा और मगरवारा चौकी इंचार्ज अखिलेश यादव को सस्पेंड कर दिया है।
30 जून तक मिलेगा फ्री में राशन, 18 रुपए किलो मिलेगी चीनी
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। राष्टï्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत दूसरे चक्र में 20 जून से नि:शुल्क राशन का वितरण शुरू होगा। इस चक्र में सभी अंत्योदय कार्डधारकों को तीन किलो चीनी भी मिलेगी। इसके लिए उन्हें प्रति किलो 18 रुपए चुकाने होंगे। राशन का वितरण 30 जून तक चलेगा। इस माह पहले चक्र में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत नि:शुल्क राशन बांटा गया। राज्य सरकार ने गरीबों और जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से तीन माह तक नि:शुल्क राशन वितरित किए जाने का निर्णय लिया है। इस माह सभी को दूसरी बार नि:शुल्क राशन मिलेगा। डीएसओ सुनील कुमार ने बताया कि 20 जून से अंत्योदय कार्डधारकों को अप्रैल, मई व जून के लिए तीन किलो चीनी 18 रुपए किलो की दर से वितरित की जाएगी।