कूड़ा उठान में फिसड्डी नगर निगम पर वसूल रहा हर माह यूजर चार्ज
महज 55 फीसदी घरों से ही उठाया जा रहा है कूड़ा
हर महीने 100 से 150 रुपये यूजर चार्ज लेता है निगम
लगातार लापरवाही बरत रही ईकोग्रीन कंपनी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी में स्वच्छता अभियान को ख्ुाद नगर निगम ही पलीता लगा रहा है। यहां महज 55 फीसदी घरों से कूड़ा उठान किया जा रहा। हैरानी की बात यह है कि भले की कूड़ा उठान नहीं हो रहा हो लेकिन नगर निगम लोगों से कूड़ा कलेक्शन के नाम पर हर माह यूजर चार्ज वसूल रहा है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में कूड़ा उठाने वाली कंपनी को अल्टीमेटम दिया गया है।
नगर निगम महज 55 फीसदी घरों से ही कूड़ा उठान ही कर रहा है। अभी भी 45 फीसदी घरों से कूड़ा कलेक्शन नहीं किया जा रहा है। यही नहीं जिन घरों से कूड़ा उठान हो भी रहा है, वहां यह व्यवस्था नियमित नहीं है। वहीं भवन स्वामियों से हर महीने 100 से 150 रुपये यूजर चार्ज के रूप में लिए जा रहे हैं। दरअसल, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन आज तक पटरी पर नहीं आ पाई है। अभी तक 100 प्रतिशत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन नहीं हो पा रहा है। निगम प्रशासन की ओर से जोन एक, पांच, आठ और चार में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए ईकोग्रीन कंपनी को नए संसाधन दिए गए, जिसके बाद भी इन जोनों में करीब 80 फीसदी घरों से कलेक्शन हो रहा है जबकि जोन दो, तीन, छह और सात में रहने वाले लोगों को अभी भी घर से कूड़ा कलेक्शन का इंतजार है।
निजी कर्मियों के भरोसे लोग
जिस एरिया में ईकोग्रीन की ओर से कूड़ा कलेक्शन नहीं किया जा रहा है, वहां पर निजी कर्मी कूड़ा उठान कर रहे हैं। उनकी ओर से भवन स्वामियों से उतना ही यूजर चार्ज लिया जा रहा है, जितना ईकोग्रीन कंपनी की ओर से लिया जाता है। प्राइवेट कर्मी नियमित रूप से कूड़ा कलेक्ट करते हैं। भवन स्वामियों का मानना है कि यह व्यवस्था ज्यादा बेहतर है।
समय निश्चित नहीं
ईकोग्रीन की गाडिय़ों की एक समस्या समय को लेकर भी है। जिस एरिया में कंपनी की ओर से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है, वहां पर कोई समय निर्धारित नहीं है। कभी गाड़ी सुबह सात बजे आती है तो कभी दस या उसके बाद, जिसकी वजह से भवन स्वामियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ईकोग्रीन कंपनी को 30 दिसंबर तक का समय दिया गया है। इस समयावधि में कंपनी को 100 प्रतिशत घरों से कूड़ा कलेक्शन करना होगा अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त