कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने निकाला टै्रक्टर मार्च

  • यूपी और हरियाणा के कई मार्गों पर लगा भारी जाम
  • कल सरकार और किसानों के बीच होगी अगले दौर की बातचीत
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। कृषि कानूनों को निरस्त कराने की मांग को लेकर दिल्ली की तमाम सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का आंदोलन आज 43वें दिन में प्रवेश कर गया है। सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए किसान संगठनों ने आज ट्रैक्टर मार्च निकाला। उनका कहना है कि ये गणतंत्र दिवस की रिहर्सल है। किसानों के इस मार्च को देखते हुए दिल्ली के बॉर्डर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। आज पलवल से सिंघु बॉर्डर की ओर किसानों का जत्था रवाना हुआ। डासना में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे से किसानों की ट्रैक्टर रैली का काफिला गुजरा तो डासना पर जाम की स्थिति बन गई। हालांकि पुलिस ने जल्द ही रास्ता खुलवा दिया। केजीपी-केएमपी के पास तीन हजार से अधिक ट्रैक्टर लेकर किसान एकत्रित हुए और मार्च शुरू किया। पंजाब के साथ हरियाणा के किसान भी शामिल हुए हैं। यह मार्च टिकरी बॉर्डर से कुंडली तक गया। इस दौरान सुरक्षा की व्यवस्था कड़ी की गई थी। गौरतलब है कि किसानों और सरकार के बीच अगले दौर की बातचीत कल होगी।

22 मुकदमों के बाद भी अजीत के पास थे लाइसेंसी असलहे
  • बिकरू कांड से भी पुलिस-प्रशासन ने नहीं लिया सबक
  • राजधानी में था जिलाबदर हिस्ट्रीशीटर पर पुलिस को नहीं लगी भनक
  • रसूख का आलम यह कि बुलेट प्रूफ गाड़ी में चस्पा मिला सचिवालय पास
  • कल गैंगवार में मारा गया था अजीत सिंह, दो लाइसेंसी नाइन एमएम की पिस्टल बरामद
सत्य प्रकाश
लखनऊ। कानपुर के चर्चित बिकरु कांड के बाद भी पुलिस-प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया। इसका उदाहरण राजधानी के विभूति खंड में कल हुए गैंगवार के बाद सामने आया। मऊ से जिलाबदर किया गया और करीब दो दर्जन मुकदमों में नामजद अजीत सिंह लाइसेंसी असलहे और सचिवालय पास लगी बुलेट प्रूफ गाड़ी के साथ लखनऊ में डेरा डाले हुए था और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। विभूतिखण्ड थाना क्षेत्र में बीती रात गैंगवार हुई। इसमें जिलाबदर और हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह मारा गया। मौके से अजीत की दो लाइसेंसी नाइन एमएम की पिस्टल और एक बुलेट प्रूफ कार बरामद की गईर् थी। इससे हिस्ट्रीशीटर की पहुंच और रसूख का साफ पता चलता है। इस मामले में जब पुलिस अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कोई सीधा जवाब नहीं दिया। वे बस जांच की बात करते रहे। गौरतलब है कि अजीत सिंह पर 22 मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें से पांच मुकदमे हत्या के हैं। अजीत सिंह, 19 जुलाई 2013 को जीयनपुर सीट से विधायक सर्वेश सिंह की हुई हत्या का चश्मदीद गवाह था। इस मामले में कुंटू सिंह व अखंड सिंह समेत 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
पूर्वांचल से जिलाबदर कई अपराधी राजधानी में डाले हैं डेरा
यूपी में अपराधियों के खिलाफ जिलाबदर करने का अभियान चलाया जा रहा है जिसके चलते राजधानी की सुरक्षा भी खतरे में आ गई है। पूर्वांचल से जिलाबदर किये गए कई माफियाओं और अपराधियों ने राजधानी में डेरा डाल रखा है। ये माफिया और हिस्ट्रीशीटर इतने रसूखदार हैं कि दर्जनों मुकदमों के बाद भी इनके पास लाइसेंसी असलहे हैं। कई बाहुबली हिस्ट्रीशीटर के पास सचिवालय पास तक हंै जो किसी नेता या विधायक की सिफारिश पर बनाये गए बताए जा रहे हैं।
पांच टीमें गठित
गैंगवार में हुई हिस्ट्रीशीटर की हत्या मामले में पुलिस ने बदमाशों की धर-पकड़ के लिए पांच टीमों का गठन किया है। एसटीएफ को भी इसमें शामिल किया गया है। कुछ टीमें पूर्वांचल भी भेजी गई हैं।
पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। वाहन पर लगे सचिवालय पास की भी जांच की जा रही है।
नीलाब्जा चौधरी, जेसीपी क्राइम लखनऊ कमिश्नरेट

गरीबों को मुफ्त में कपड़े देगी लखनऊ पुलिस: नवीन अरोरा
  • डालीगंज में पुलिस वस्त्र सेवा केंद्र का उद्ïघाटन
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। राजधानी के ज्वाइंट कमिश्नर नवीन अरोरा ने गरीबों की मदद के लिए एक बार फिर हाथ बढ़ाया है। लखनऊ पुलिस अब गरीबों को मुफ्त में कपड़े देगी। इसके लिए डालीगंज स्थित कार्यालय में पुलिस वस्त्र सेवा केंद्र खोला गया। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने फीता काटकर इस सेवा केंद्र का उद्ïघाटन किया। इस सेवा केंद्र में समाज के उन्नत परिवारों निष्प्रयोज साफ-सुथरे वस्त्र सहित राजधानी के व्यापारियों की सहायता से मिले नए वस्त्रों को गरीबों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
इस सेंटर पर दो पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं। वस्त्र सेवा केंद्र सुबह छह बजे से खुलकर कार्यालय बंद होने तक खुला रहेगा। कार्यक्रम में फिरंगी महली ने भी गरीबों को कपड़े वितरित किए। जेसीपी नवीन अरोरा ने बताया कि हमारे समाज में कई गरीब तबके के लोग रहते हैं जो जीवन की जद्दोजहद में बस खाने और रहने की व्यवस्था ही कर पाते हैं। ऐसे गरीब परिवारों की मदद लखनऊ पुलिस करेगी। पुलिस विभाग के कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने घर से प्रयोग में न लाये जाने वाले वस्त्रों को गरीबों की सहायता के लिए दान किया है। जेसीपी ने बताया यह वस्त्र भले ही पुराने हो गए लेकिन कटे-फटे न होने के कारण गरीब परिवार के काम आ सकते हैं। डालीगंज स्थित पुलिस वस्त्र सेवा केंद्र में कोई भी जरूरतमंद आकर स्वेच्छा से दो कपड़े मुफ्त में ले सकता है। साथ ही कोई भी व्यक्ति जो गरीबों की सहायता का इच्छुक हो वह यहां आकर कपड़े दान भी कर सकता है। कपड़े दान करने के दौरान उसे एक रिसीविंग पर्ची भी दी जाएगी।

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