पहाड़ों पर बारिश से यूपी में बाढ़ का कहर, सैकड़ों गांव डूबे

नदियां उफनाईं, सड़क और रेल यातायात प्रभावित

राहत और बचाव कार्य में जुटी वायुसेना, एसडीआरएफ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में हुई बारिश का कहर यूपी पर टूटा है। शारदा, रामगंगा, कोसी, मालन और गंगा में उफान और बनबसा, कालागढ़ समेत कई बांधों से पानी छोडऩे से मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बरेली और शाहजहापुर जिलों में सैकड़ों गांव डूब गए हैं। हजारों एकड़ खेत जलमग्न हैं और सैकड़ों लोगों को सुरक्षित जगह भेजा गया है। वायुसेना, एसएसबी, एसडीआरएफ भी बचाव कार्यों में जुटी है।

रामनगर बैराज से छोड़े पानी से रामपुर में कोसी, पीलाखार, धौरी और भाखड़ा नदियां उफान पर हैं। तेज बहाव से रामपुर के तीन युवक कोसी में बह गए। दो को बचा लिया गया, एक की डूबकर मौत हो गई। दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर रामपुर-मुरादाबाद के बीच आवाजाही पांच घंटे बंद रही। रामपुर-मुरादाबाद के बीच साढ़े सात घंटे ट्रेनों की आवाजाही बंद रखी गई। गर्रा, खन्नौत, गंगा और रामगंगा नदियों में उफान से शाहजहांपुर बाढ़ की स्थिति है। बदायूं में नरौरा बैराज से एक लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोडऩे के बाद गंगा ने कछला में खतरे का निशान पार कर दिया है। पश्चिमी यूपी के हस्तिनापुर, मुजफ्फरनगर और बिजनौर के खादर क्षेत्र में बाढ़ के हालात हैं। हस्तिनापुर में गांव दबखेड़ी, हरिपुर, शेरपुर नई बस्ती, हंसापुर परसापुर, पटेलनगर, लतीफपुर, रठौरा कला, किशनपुर, भीमकुंड आदि में ग्रामीणों के घरों तक पानी पहुंच गया। पीलीभीत में शारदा नदी के पार बाढ़ के पानी में 48 घंटे से फंसे लोगों को निकालने के लिए बुधवार को सेना के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू शुरू किया। 23 लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकाला गया। पहाड़ों में लगातार बारिश होने के कारण गर्रा, खन्नौत, गंगा और रामगंगा नदियों में बाढ़ की स्थिति है। कालागढ़ बांध से पानी छोडऩे के बाद उम्मीद है कि आज काफी पानी नदियों में पहुंच जाएगा। इसके मद्देनजर डीएम ने बुधवार को नदियों की स्थिति देखी और आसपास के लोगों को सतर्क किया है। गर्रा और खन्नौत का पानी शहर में घुसने की आशंका है। बाढ़ की जानकारी लेने के लिए प्रशासन ने फोन नंबर भी जारी किए हैं। सभी एसडीएम अपने क्षेत्र में नदी किनारे पडऩे वाले गांवों में बाढ़ से बचाव के इंतजाम देख रहे हैं। लखीमपुर खीरी में बाढ़ से करीब 100 गांव प्रभावित है। कई गांवों का संपर्क कट गया है।

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