फास्ट टै्रक कोर्ट में चलेगा छात्रा से दुराचार के बाद हत्या का मुकदमा
- अपराधी पर एनएसए के तहत होगी कार्रवाई
- मुख्यमंत्री ने मामले में दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखीमपुर खीरी की छात्रा से दुराचार के बाद गला रेतकर हत्या के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए है। सीएम योगी ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ एनएसए यानी राष्टï्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाए। साथ ही कहा कि राज्य सरकार प्रकरण की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराएगी। ताकि आरोपित दिलशाद को जल्द सजा मिल सके। सरकार पीडि़ता की तरफ से केस लड़ेगी। मुख्यमंत्री ने परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए 5 लाख रुपए दिए जाने की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है।
गौरतलब है कि लखीमपुर के थाना नीमगांव क्षेत्र के एक गांव में 12वीं की छात्रा की दुराचार के बाद गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। उसका शव बेहजम-ओयल मार्ग पर सडक़ किनारे सूखे तालाब में पड़ा मिला। इसके बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने घटनास्थल से चाकू, पॉली बैग और मोबाइल बरामद किया है। छात्रा घर से छात्रवृत्ति का फार्म भरने करीब दो किमी दूर बेहजम गई थी, कई घंटों तक घर नहीं लौटी तो परिजनों ने बेहजम पुलिस चौकी में छात्रा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मुख्यमंत्री ने एसपी सत्येंद्र कुमार को निर्देश दिए थे कि घटनास्थल पर जाकर पीडि़त परिवार वालों से बात करने के साथ घटना का शीघ्र खुलासा कर अपराधियों को पकड़ा जाए। इसके बाद पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार ने कार्रवाई तेज की। आरोपी को पकडऩे के लिए कई जगह छापे भी मारे।
आरोपी गिरफ्तार, होगी कड़ी कार्रवाई
आईजी लखनऊ जोन लक्ष्मी सिंह भी आज लखीमपुर खीरी पहुंची। उन्होंने मौके पर जाकर पड़ताल की। लक्ष्मी सिंह ने कहा कि 25 अगस्त को थाना नीमगांव में सूचना मिली थी कि छात्रा (18 वर्षीय) जो एक दिन से लापता थी, उसका शव उसके घर के पास मिला है। आरोपी दिलशाद को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब उसके खिलाफ
सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ: कोरोना संक्रमण के साथ रिकवरी दर भी बढ़ी
- अगस्त में 73 प्रतिशत रही ठीक होने की दर
- होम आइसोलेशन में रहने के लिए 88 संक्रमितों ने कल लौटाई एंबुलेंस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी में कोरोना वायरस का प्रकोप है। वहीं सही होने वालों की रिकवरी भी तेजी से हो रही है। अगस्त माह में 72.82 फीसदी कोरोना संक्रमितों ने वायरस को मात दी है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार इस माह त्यौहारों के चलते लोगों में संपर्क बढ़ा हैं, जिससे संक्रमण के मामले में तेजी आ गई है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं। राजधानी में संक्रमितों का आंकड़ा 24 हजार पहुंच गया, जबकि इसमें सात हजार लोग उपचाराधीन है। 16597 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं। वहीं अब तक 315 लोगों ने अपनी जान गवाई हैं।
बीते बुधवार को 759 कोरोना संक्रमित पाए गए, जिसमें 12 मरीजों ने अपनी जान गवां दी। वहीं केजीएमयू में दो स्टाफ में संक्रमण पाए जाने से खाद्य औषधि आयुक्त कार्यालय व जन विश्लेषक प्रयोगशाला को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। इसमें ट्रामा सर्जरी विभाग के डॉ. समीर मिश्रा भी कोरोना की जद में आए गए। वहीं संस्थान के सर्जिकल आंकलॉजी विभाग में 55 टेस्ट कराए गए। इसमें 15 स्टाफ संक्रमित पाया गया। वहीं रेडियोथेरेपी विभाग में 56 स्टाफ का कोरोना टेस्ट कराया गया। इसमें एक कर्मी पॉजिटिव पाया गया। इसके अलावा एनेस्थीसिया विभाग में 118 सैंपल, जनरल सर्जरी विभाग से 65 सैंपल व रेडियोथेरेपी विभाग से 33 और स्टाफ के सैंपल भेजे गए हैं। वहीं केजीएमयू के मीडिया प्रभारी डॉ. सुधीर सिंह ने कहा कि संस्थान में कितने स्टाफ में कोरोना पाया गया, इसका आधिकारिक आंकड़ा गुरुवार को जारी किया जाएगा। संस्थान के डॉ. संदीप तिवारी ने परिवार समेत कोरोना से जंग जीत ली है। उन्होंने प्लाज्मा दान का फैसला किया है।
होम आइसोलेशन की मांग पर लौटाई एंबुलेंस
कोरोना से संक्रमित हल्के लक्षण वाले मरीजों ने होम आइसोलेशन की बात कहकर एंबुलेंस को लौटा दिया। 120 मरीजों हास्पिटल का आवंटन किया तथा इनमें से 88 मरीजों ने एंबुलेंस को होम आइसोलेशन में रहने की बात कही। अब तक कुल 13865 संक्रमितों ने होम आइसोलेशन में रह चुके हैं तथा होम आईसोलेशन पूरा करने वाले रोगी की संख्या 9084 है तथा वर्तमान में होम आईसोलेशन में रहने वाले रोगियों की संख्या 4781 है।
डॉक्टर दुव्र्यवहार से बेहाल
डॉक्टरों को समुचित भोजन उपलब्ध कराने में अधिकारी हीलाहवाली कर रहे हैं। इस संबंध में कई बार स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को अवगत कराया। बावजूद स्थिति ठीक नहीं है। प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संघ के अध्यक्ष डॉ. सचिन वैश्य ने कहा कि कई जिलों में डॉक्टरों से दुव्र्यवहार की खबरें आई हैं। डॉक्टरों का मनोबल टूट रहा है। संघ ने मुख्यमंत्री से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
सीएमओ नहीं उठा रहे फोन, 27 घंटे बाद भी आईपीएस का कोविड टेस्ट नहीं
- आईपीएस अमिताभ ठाकुर की हालत गंभीर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कोरोना वायरस प्रकोप के बीच आईपीएस नागरिक सुरक्षा अमिताभ ठाकुर की तबीयत बुधवार सुबह अचानक बिगड़ गई। उन्होंने इंटीग्रेटेड कोरोना हेल्पलाइन से संपर्क किया तो उन्हें किसी भी प्रकार का उत्तर नहीं मिला। इसके बाद नवनियुक्त सीएमओ को संपर्क किया गया तो उन्होंने भी फोन नहीं उठाया।
आईपीएस अमिताभ ठाकुर लखनऊ में आईजी नागरिक सुरक्षा पुलिस के पद पर तैनात है। उन्होंने बताया कि बुधवार को अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई जिसे लेकर उन्होंने इंटीग्रेटेड कोरोना हेल्पलाइन में संपर्क किया, सूचना दी लेकिन 27 घंटे बीतने के बाद भी टीम उनके घर नहीं पहुंची। अब तक अमिताभ का कोविड-19 टेस्ट नहीं हुआ है। मामले की शिकायत को लेकर सीएमओ रहे डॉ राजेंद्र प्रसाद से संपर्क किया गया तो उन्होंने नवनियुक्त सीएमओ का नंबर देते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। नवनियुक्त सीएमओ डॉ. महेश से जब संपर्क किया तो उन्होंने भी फोन नहीं उठाया। इससे अमिताभ की हालत गंभीर बनी हुई है। अमिताभ ने इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय तथा मुख्य सचिव को भी शिकायत भेज कर संज्ञान लेने व कार्यवाही करने का अनुरोध किया है।
बंदी ने लगाई फांसी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। जिला जेल में निरुद्ध बंदी गोपी (42) ने बुधवार देर रात फांसी लगा ली। बंदी सर्किल एक की तन्हाई बैरक में बंद था। दो दिन पहले ही बन्दी को सर्किल एक हटाकर तन्हाई बैरक में शिफ्ट किया गया था। सूत्रों की मानें तो बन्दी की बैरक बदलने के दौरान एक जेल अधिकारी ने उसे पीटा था। बन्दी को चोट भी आई थी। जेल प्रशासन के उत्पीडऩ से परेशान होकर बन्दी ने फांसी लगा ली। जेल प्रशासन ने बन्दी की मौत की सूचना उसके घरवालों को दे दी है।