राजधानी में डराने लगा कोरोना एक दिन में 19 मरीजों की मौत

कोविड अस्पतालों में चल रहा था इलाज, 621 नए केस मिले

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना की रफ्तार बढ़ती जा रही है। मौत का ग्राफ भी बढऩे लगा हैे। 24 घंटे में 19 मरीजों की मौत हो गई हैं। इसमें पांच दूसरे जनपदों के मरीज हैं। वहीं 621 मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई है।
शहर में फैजाबाद रोड के तिवारीपुर निवासी 48 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत हो गई। वहीं आलमबाग के 63 वर्षीय बुजुर्ग की इलाज के दरम्यान सांसें थम गईं। निजी मेडिकल कॉलेज में ही सआदतगंज निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग की मृत्यु हो गई। डॉक्टरों के काफी प्रयास के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। इसके अलावा बालागंज के 42 वर्षीय पुरुष, काकोरी के क्षेत्र 63 वर्षीय बुजुर्ग की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक विभिन्न अस्पतालों में लखनऊ निवासी14 मरीजों की कोरोना ने जान लेली है। इसके अलावा केजीएमयू में गैर जनपदों के पांच मरीजों की सांसें थम गई हैं। वहीं शहर में 470 मरीज डिस्चार्ज हुए। यह केजीएमयू, पीजीआई, लोहिया, लोकबंधु, आरएसएम समेत अन्य कोविड अस्पताल में भर्ती थे। वायरस से जंग जीतने के बाद इन्हें घर भेज दिया गया है। यह सात दिन तक क्वारंटाइन में रहेंगे।

सोनौली बार्डर के पास घूम रहे तीन चीनी नागरिकों को पकड़ा

सुरक्षा एजेंसियां कर रही हैं पूछताछ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गोरखपुर। भारत-नेपाल सीमा के सोनौली कस्बे में घूम रहे तीन चीनी नागरिकों को एसएसबी ने पकड़ लिया और पूछताछ के लिए सोनौली स्थिति एसएसबी कैंप पर ले गए। चीनी नागरिकों से सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही है।
चीनी नागरिकों ने बताया कि कोरोना के मद्देनजर बार्डर सील हो गया हैं। चीन जाने के हवाई मार्ग भी बंद होने से वह कई माह से भारत में फंसे हैं। कुछ लोगों ने उन्हें बताया था कि वह सोनौली बार्डर के रास्ते नेपाल जा सकते हैं, इसलिए वह नेपाल जाने के लिए सोनौली बार्डर पर आ गए। लेकिन आव्रजन विभाग द्वारा प्रवेश की अनुमति नहीं मिली। तो वह सौनौली में ही टहलने लगे। जैसे ही वे एसएसबी रोड पर पहुंचे। उन्हें पूछताछ के लिए एसएसबी जवानों ने रोक लिया। चीनी नागरिकों ने अपना नाम हुआंग वीपिंग, हुआंग सेन, वू सोंगमिंग निवासी चीन बताया है। कोतवाल आशुतोष सिंह ने बताया कि एसएसबी द्वारा तीन चीनी नागरिकों को रोका गया है। पूछताछ चल रही है। इनके सभी कागजात वैध मिले हैं। दूतावास के निर्देश पर इन्हें छोड़ा जाएगा।

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