राष्टï्रभक्त व देशभक्त है यादव समाज : स्वतंत्र देव सिंह

  • बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बोले- यदुकुल की बदौलत ही सुरक्षित रहेगा राष्टï्र

लखनऊ। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने वंशवाद और परिवारवाद को लेकर सपा, बसपा व कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। कहा कि भाजपा जातिवादी नहीं है लेकिन यहां जाति के नाम पर नेतृत्व मिलता है। भाजपा हमेशा राष्टï्रवाद की राजनीति करती है। कभी जनसंघ की नींव पड़ने पर उसके समर्थक यादव समाज भी था। आज यादव समाज की बदौलत बीजेपी चल रही है। यादव समाज राष्टï्रभक्त व देशभक्त है। जहां जहां रहा है परिश्रम की पराकाष्ठा करता है। अन्याय व अत्याचार के खिलाफ लड़ता है, संघर्ष करता है। सेना हो या चीन का युद्ध हो, सभी स्थानों पर हर जगह यादव का सम्मान हुआ है। भगवान श्रीकृष्ण ने भी इसी कुल में जन्म लिया। यादव जातिवादी नहीं राष्टï्रवादी हैं। वह राष्टï्र के लिए मरते हैं, बिना यादव समाज के राष्टï्र सुरक्षित नहीं है। स्वतंत्र देव सिंह विश्वरैया सभागार में आयोजित भाजपा पिछड़ा मोर्चा के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन में यादव समाज को संबोधित कर रहे थे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि भाजपा एक विचार के लिए काम करती है। देश के अंदर या तो कम्युनिष्ट है या भारतीय जनता पार्टी। इसके अलावा देश के अंदर कोई दल नहीं है जो विचारधारा के लिए काम करती है। कम्युनिष्ट देश को बर्बाद करने के विचारों पर काम करती है। वह राष्ट्र के संविधान, व्यवस्था व नीति का पालन नहीं करती है। केवल भाजपा ही संविधान, सिस्टम व राष्ट्रनीति का पालन करती है। व्यक्ति से बड़ा परिवार, परिवार से बड़ा समाज और समाज से बड़ा राष्ट्र होता है। राष्टï्र पर कोई संकट आता है तो व्यक्ति, समाज की विचारधारा को तिलांजलि दे देना चाहिए। जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नेहरू से नाराज होकर अपना इस्तीफा दिया, और जनसंघ की नींव रखी। यदि नेहरू धारा 370 और राम मंदिर की समस्या उस समय हल कर देते तो देश कहां से कहां पहुंच जाता। इस मौके पर कार्यक्रम में राज्य सभा के पूर्व सदस्य हरनाथ सिंह यादव, मंत्री गिरीश यादव, संगीता यादव, विधायक महेंद्र प्रताप यादव, अरूण यादव व सुभाष यदुवंशी भी मौजूद थे।

बूथ सबसे मजबूत का दिया नारा

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा अटलजी ने कहा था कि अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा। अंधेरा राष्ट्रवाद है। जो स्वतंत्रता सेनानी वंदे मातरम और मातृ भूमि की रक्षा के लिए फंदे को चूमकर फांसी पर झूल गए। इसलिए नहीं कोई उनके परिवार का विधायक, सांसद बनेगा, करोड़पति बनेगा। उस विचारधारा को लेकर सपा, बसपा व कांग्रेस कैसे चल सकती है। जो वंशवाद की राजनीति करती हैं। सदन के अंदर अमता ममता, सपा बसपा कांग्रेस कम्युनिष्ट सभी ने कहा अटलजी सांप्रदायिक है। तब अटल जी ने कहा था कि राम मंदिर के निर्माण की बात करना, 370 धारा हटाना अपने को हिंदू बताना, गरीबों की रक्षा करना, भारत माता की जय बोलना वंदे मातरम कहना सांप्रदायिक है तो मैं सांप्रदायिक हूं। स्वतंत्र देव सिंह ने अपने पास का बूथ सबसे मजबूत का नारा भी दिया।

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