कारगर हो रहा होम आइसोलेशन, अब तक 56 फीसदी कोरोना संक्रमित हुए स्वस्थ

जुलाई में 527 व अगस्त महीने में 5500 मरीज हुए होम आइसोलेट
22 जुलाई से शुरू हुई थी होम आइसोलेशन की सुविधा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सरकार ने होम आइसोलेशन का फॉर्मूला अपनाने पर जोर दिया था, जो कारगर साबित हो रहा है। होम आइसोलेट हुए करीब 56 फीसदी मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं। यूपी सरकार ने कहा था कि हल्के लक्षण वाले मरीज होम आइसोलेशन किए जाएंगे। इसके बाद बिना लक्षण व हल्के लक्षण वाले मरीजों ने खुद को आइसोलेट करना शुरू कर दिया था। लोगों ने सरकार के इस फैसले की सराहना भी की।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की माने तो 11 हजार से ज्यादा मरीज होम आइसोलेशन में हैं। इससे स्वस्थ होने वालों की संख्या 6000 है। कोरोना के मरीजों को एल-1, एल-2, एल-3 कोविड अस्पताल में भेजा जाता है। इसके विपरीत मरीजों को कम लक्षण होने पर होम आइसोलेशन में रखा जाता है। विभाग के अनुसार अस्पतालों में बेड की कमी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखने के निर्देश जारी किए थे। यह सुविधा 22 जुलाई से शुरू की गई थी। जुलाई के 9 दिनों में करीब 527 मरीजों को होम आइसोलेट किया जबकि अगस्त माह में अब तक 5500 लोग होम आइसोलेशन में रखे गए। विभाग की माने तो होम आइसोलेशन में जाने वाले मरीजों की संख्या हर दिन दोगुनी हो रही है। जुलाई माह में होम आइसोलेशन होने से अस्पतालों पर बोझ कम हुआ है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी भी बढ़ी है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल की चीफ डाईटीशियन सुनीता सक्सेना कहती है होम आइसोलेशन में मरीजों को अपने खानपान पर भी ध्यान देना चाहिए। सुबह-दोपहर-शाम की डाइट नजदीकी डॉक्टर से सलाह लेकर तय कर लें तो इस महामारी को जल्दी मात दे देंगे। इसके अलावा शरीर की इम्यूनिटी पावर भी बढ़ेगी।

इनको दी जाती है आइसोलेशन की सुविधा

होम आइसोलेशन की सुविधा उन्हीं लोगों को दी जा रही है, जिन मरीजों को कोरोना के हल्के लक्षण होते हैं। इसके अवाला जिन मरीजों को सांस लेने में तकलीफ है या और कोई क्रॉनिक बीमारी है तो उन्हें इसकी छूट नहीं है। होम आइसोलेशन वाले व्यक्ति को इन बातों ध्यान रखने के लिए हिदायत दी जाती है जैसे- परिवार से अलग कमरा और शौचालय होना, एंड्रायड फोन और होम आइसोलेशन एप डाउनलोड कर उसे चलाना आना, दवाओं की किट सहित कई चीजें अनिवार्य हैं।

गंभीर रोगों से पीडि़त कोरोना संक्रमितों की डाइट

कैंसर रोगी
एक गिलास गुनगना पानी नीबू या एक चुटकी हल्दी। 6 से 7 रात में भिगोये हुए बादाम। 2 अखरोट या आंवला व एक मुरब्बा। तुलसी, काली मिर्च, अदरक मिलाकर चाय के साथ 4 बिस्कुट।
8 बजे नाश्ता
द्य दलिया, पोहा, अंकुरित चना, उबला अण्डा, संतरा, केला, पपीता
11 बजे का नाश्ता
द्य एक कप हरी सब्जियों का सूप
1 बजे दोपहर का खाना
द्य रोटी, ताजा चावल, मिक्स दाल, हरी मौसमी सब्जी
5 बजे नाश्ता
द्य आधा कटोरी भुना मखाना
द्य लइया चना
द्य एक उबला अण्डा
द्य चाय या मिल्क
9 बजे रात का खाना
द्य रोटी, पनीर/ अण्डा, हरी सब्जी

टीबी रोगी
एक गिलास गुनगना पानी में एक चुटकी हल्दी। 6 से 7 रात में भिगोये हुए बादाम। 2 अखरोट या आंवला व एक मुरब्बा। तुलसी, काली मिर्च, अदरक मिलाकर चाय के साथ 4 बिस्कुट।
8 बजे नाश्ता
द्य दलिया, पोहा, अंकुरित चना, उबला अण्डा, केला, पपीता
11 बजे का नाश्ता
द्य बाजरा या ज्वार में बना हल्का खाना
1 बजे दोपहर का खाना
द्य रोटी, मिक्स दाल, हरी मौसमी सब्जी
5 बजे नाश्ता
द्य आधा कटोरी भुना मखाना
द्य लइया चना
द्य एक उबला अण्डा
द्य चाय या मिल्क
9 बजे रात का खाना
द्य रोटी, पनीर/ अण्डा, हरी सब्जी

किडनी रोगी
एक गिलास गुनगना पानी एक चुटकी हल्दी। 6 से 7 रात में भिगोये हुए बादाम। 2 अखरोट। तुलसी, काली मिर्च मिलाकर चाय के साथ 4 बिस्कुट।
8 बजे नाश्ता
द्य दलिया, पोहा, चना, केला, पपीता
11 बजे का नाश्ता
द्य मखाना या सूजी से बना उपमा
1 बजे दोपहर का खाना
द्य रोटी, उबली पकी सब्जी
5 बजे नाश्ता
द्य आधा कटोरी भुना मखाना, चाय
9 बजे रात का खाना
द्य रोटी, पनीर, उबली पकी सब्जी

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