भाजपा ने फूंका चुनावी बिगुल, धर्मेंद्र प्रधान को यूपी की कमान
- उत्तर प्रदेश पर भाजपा का विशेष फोकस, अगले साल होना है विधान सभा चुनाव
- केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान प्रदेश के चुनाव प्रभारी और अनुराग ठाकुर सहप्रभारी नियुक्त
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। अगले साल पांच राज्यों में होने जा रहे विधान सभा चुनावों के लिए भाजपा ने कमर कस ली है। पार्टी ने पांच राज्यों के लिए चुनाव प्रभारियों के नाम का ऐलान कर दिया है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को यूपी का चुनाव प्रभारी बनाया गया है जबकि सह प्रभारी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर होंगे। जैसे-जैसे विधान सभा चुनाव की आहट तेज हो रही है यूपी में सियासी सरगर्मी बढ़ने लगी है। सत्ता की जंग में भाजपा कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है लिहाजा वह अभी से ऐक्शन मोड पर आ गयी है। भाजपा ने 2022 में होने वाले पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव को देखते हुए आज पांचों राज्यों के लिए अपने प्रभारियों का ऐलान कर दिया है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का विशेष फोकस उत्तर प्रदेश पर है क्योंकि यही से दिल्ली की सत्ता का रास्ता जाता है। यही वजह है कि भाजपा ने अपने तेजतर्रार केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के लिए प्रभारी नियुक्त किया है जबकि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, सरोज पांडेय, अर्जुन राम मेघवाल, कैप्टन अभिमन्यु, अन्नपूर्णा देवी, विवेक ठाकुर और शोभा करंदलाजे को यूपी चुनाव का सह-प्रभारी बनाया है। गौरतलब है कि यूपी में भाजपा ने 2017 का चुनाव मुख्यमंत्री का चेहरा तय किये बिना लड़ा था और चुनाव परिणाम आने के बाद पार्टी ने गोरखपुर से पांच बार के सांसद और गोरक्षापीठ के महंत योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया था। योगी भाजपा का हिंदुत्ववादी चेहरा हैं। उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर में साल 2022 में विधान सभा चुनाव होने हैं। अभी इन पांच राज्यों में से चार में भाजपा की सरकार है जबकि पंजाब में कांग्रेस की सरकार है।
पंजाब समेत चार राज्यों के प्रभारी भी नियुक्त
भाजपा ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को उत्तराखंड का चुनाव प्रभारी बनाया है जबकि लॉकेट चटर्जी और सरदार आरपी सिंह को सह-प्रभारी बनाया गया है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पंजाब का प्रभारी नियुक्त किया गया है जबकि हरदीप पुरी, मीनाक्षी लेखी, विनोद चावड़ा को सह प्रभारी बनाया गया है। गोवा चुनाव के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, मणिपुर के विधान सभा चुनाव के लिए पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को प्रभारी बनाया गया है।
संगठन में भी बदलाव
यूपी में चुनाव को देखते हुए यूपी प्रभारी बनाए जाने के साथ संगठनात्मक नियुक्तियां भी की गयी हैं। भाजपा के 6 संगठनात्मक क्षेत्रों के प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। पश्चिम उत्तर प्रदेश का जिम्मा संजय भाटिया को दिया गया है। इसी तरह ब्रज क्षेत्र में संजीव चौरसिया, अवध क्षेत्र सत्या कुमार, कानपुर क्षेत्र सुधीर गुप्ता, गोरखपुर क्षेत्र अरविंद मेनन और काशी क्षेत्र का जिम्मा सुनील ओझा के हाथों में होगा।
उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने दिया इस्तीफा
देहरादून। उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राज्यपाल के सचिव बीके संत ने इसकी पुष्टि की है। दो दिन पहले बेबी रानी मौर्य ने नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि वे विधान सभा चुनाव लड़ सकती हैं।
अलीगढ़ से पीएम मोदी कर सकते हैं चुनावी शंखनाद
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितम्बर को अलीगढ़ से उत्तर प्रदेश चुनाव अभियान की शुरुआत कर सकते हैं। पीएम मोदी अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी और डिफेंस कारिडोर का शिलान्यास करेंगे। इस दौरान वे एक सभा को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री का अलीगढ़ में यह पांचवां दौरा है। राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय लोधा ब्लाक के गांव मूसेपुर में 38 हेक्टेयर क्षेत्र में बनना है। इसकी घोषणा 2019 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी। वहीं रक्षा उपकरण के निर्माण के लिए डिफेंस कारिडोर खैर तहसील क्षेत्र के गांव अंडला में सौ हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित होना है।
हरियाणा: प्रशासन से वार्ता बेनतीजा, अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान
- किसानों पर लाठीचार्ज करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से हैं खफा
4पीएम न्यूज नेटवर्क. करनाल। हरियाणा के करनाल जिले के बसताड़ा टोल प्लाजा पर 28 अगस्त को हुए लाठीचार्ज के खिलाफ किसानों ने विरोध का ऐलान किया था। प्रशासन से बातचीत विफल होने के बाद किसान बैरिकेड्स तोड़ते हुए लघु सचिवालय पहुंच गए और गेट के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। किसान नेताओं का कहना है कि अगर एसडीएम के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग नहीं मानी गई तो धरना जारी रहेगा। किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि किसानों ने लघु सचिवालय का अनिश्चितकालीन घेराव कर लिया है। किसान साथियों के साथ वे सचिवालय पर ही डटेंगे। यही से आगे की लड़ाई जारी रहेगी। किसान नेता योगेंद्र यादव का कहना है कि जल्द ही अगली रणनीति तय की जाएगी। वहीं किसानों को मनाने में प्रशासन की विफलता ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं। किसान इस महापंचायत में अपने मूल मांगों के साथ-साथ लाठीचार्ज के बाद मृतक किसान सुशील काजल को न्याय दिलाने के मकसद से नई अनाज मंडी में एकत्रित हुए थे। तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने, एमएसपी की गारंटी देने संबंधी मुख्य मांगों के साथ लाठीचार्ज का आदेश देने वाले एसडीएम आयुष सिन्हा और इसमें संलिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि सरकार एसडीएम को बचाना चाहती है। सुशील काजल को न्याय दिलाए बिना अब कोई पीछे नहीं हटेगा।