एनआईए की जम्मू-कश्मीर पर छापेमारी, आईएसआईएस की साजिश से जुड़े अहम सुराग लगे हाथ

नई दिल्ली। आईईडी रिकवरी मामले को लेकर आज एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में बड़े छापे मारे हैं। छापेमारी में 16 ठिकानों की तलाशी ली गई है. जानकारी के मुताबिक छापेमारी में एनआईए को आईएसआईएस की बड़ी साजिश के सुराग मिले हैं. बताया जा रहा है कि भारतीय युवाओं को भडक़ाने के लिए आईएसआईएस तमाम हथकंडे अपना रहा है. आपको बता दें कि यह छापेमारी प्रचार पत्रिका वॉयस ऑफ हिंद को लेकर की गई है.. जिसमें कई चौंकाने वाले सुराग सामने आए हैं। जिसने गुपचुप तरीके से अपनी गतिविधियों को अंजाम देने वाले देशद्रोही लोगों की नींद उड़ा दी है। यह मामला अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) द्वारा भारत के खिलाफ जिहाद छेडऩे के लिए ऐसे युवाओं के कट्टरपंथीकरण और भर्ती से संबंधित है, जो आसानी से किसी के भी प्रभाव में आ सकते हैं। आईएसआईएस इसी तरह की गतिविधियों को प्रोपेगैंडा मैगजीन वॉयस ऑफ हिंद के जरिए अंजाम देता है। इस सिलसिले में एनआईए ने इस साल 29 जून को भी मामला दर्ज किया था, जिसके बाद जुलाई में तीन आरोपी उमर निसार, तनवीर अहमद भट और रमीज अहमद लोन को कश्मीर से गिरफ्तार किया गया था।
एनआईए ने 16 जगहों पर छापेमारी की है, दूसरा मामला बठिंडी आईईडी रिकवरी का है। जम्मू-कश्मीर के बहू किले से लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी के पास से 5 किलो आईईडी बरामद किया गया. इस मामले में 27 जून को मामला दर्ज किया गया था। जांच में पता चला था कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट के फर्जी नाम से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों की साजिश रच रहा था। भारतीय जांच एजेंसियों को सूत्रों से जानकारी मिली है कि जम्मू में कई ऐसे ठिकाने हैं जहां देश विरोधी संगठनों के लोगों ने शरण ली है।

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