युवा वोटरों को बीजेपी से जोड़ेंगे : धर्मेंद्र प्रधान
- 2022 के लिए बीजेपी पूरी तरह तैयार, कार्यकर्ता एक्टिव रहें
दिव्यभान श्रीवास्तव, लखनऊ। बीजेपी प्रदेश कार्यालय पर 2022 को लेकर मंथन जारी है। इसमें यूपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान समेत उनके सभी छह सहप्रभारी पदाधिकारियों संग मंथन में जुटे हैं। बैठक के बाद धर्मेंद्र प्रधान ने स्पष्टï रूप से कहा बीजेपी 2022 के चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। हमने अपना रोड मैप पहले ही तैयार कर रखा है और लगातार उस पर काम कर रहे हैं। वहीं किसे टिकट दिया जाएगा, किसका टिकट काटा जाएगा इस पर बोले कि हर जगह से बीजेपी चुनाव लड़ेगी, इसकी तैयारी यहां होती है, व्यक्ति की तैयारी बीजेपी में नहीं होती है। यूपी के चुनाव प्रभारी बनाए जाने के बाद अपने सात साथियों के साथ लखनऊ आए प्रधान ने सरकार और संगठन की थाह ली और कहा राज्य के युवा वोटरों को बीजेपी से जोड़ेंगे। चुनाव से पहले युवाओं को बेहतर ढंग से केन्द्र और राज्य की मौजूदा और भविष्य की योजनाएं समझाएंगे ताकि जनता में संगठन की पैठ बन सके। वहीं केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा भाजपा सरकार ने योगी नेतृत्व में यूपी में शानदार काम किया है। मोदी योगी की जोड़ी ने प्रदेश के कोने-कोने तक विकास किया है। सभी कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह है। अनुराग ठाकुर प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथ ही सोशल मीडिया में चलने वाले चुनावी कैंपेन की कमान भी संभालेंगे। आईटी का जिम्मा भी उन्हीं के कंधों पर रहेगा। इन्हीं युवा मतदाताओं को रिझाने की जिम्मेदारी दी गई है।
आगे क्या करना है, आज तय होगा : स्वतंत्र देव
स्वतंत्र देव ने एक बयान में कहा सब मिलकर काम करेंगे। उन्होंने दावा किया कि पहले से अधिक बहुमत से भाजपा की सरकार आएगी। 2014 , 2017, 2019 में भी विपक्ष का सूपड़ा साफ हुआ। उन्होंने कहा यूपी में भी पहले से अधिक सीटें जीतेंगे। कार्यकर्ताओं से अपील की कि एक बार फिर 2022 के लिए हमें पूरी ताकत से जुटना होगा। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव का कहना है कि पार्टी के अभियानों व कार्यक्रमों की चर्चा हो चुकी है। आगे कैसे क्या करना है। इसके लिए आज की बैठक में काफी कुछ तय हो जाएगा।
प्रभारियों को मिली ये जिम्मेदारियां
अनुराग ठाकुर के अलावा बाकी छह सह प्रभारियों को पार्टी के संगठनात्मक छह क्षेत्रों का जिम्मा सौंपा गया है। केन्द्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे को अवध क्षेत्र, अन्नपूर्णा देवी को कानपुर क्षेत्र, अर्जुनराम मेघवाल को बृज क्षेत्र, राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को गोरखपुर क्षेत्र और सरोज पांडेय को काशी क्षेत्र व हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु को पश्चिम क्षेत्र का चुनाव प्रभारी बनाया गया है। इन क्षेत्रों में संगठन प्रभारी पार्टी पहले ही नियुक्त कर चुकी है। सह प्रभारियों की जिम्मेदारी तय करते समय सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरण का ध्यान रखा गया है। जैसे पश्चिम में चल रहे किसान आंदोलन की धार को कुंद करने के लिए जाट बिरादरी के कैप्टन अभिमन्यु को पश्चिम की कमान मिली है। इसी प्रकार अर्जुनराम मेघवाल को राजस्थानी कनेक्शन के कारण ब्रज की जिम्मेदारी मिली है। विवेक ठाकुर को पूर्वांचल का जिम्मा मिला है।
भाजपा की डबल इंजन सरकार सिर्फ जुमलेबाजी : मायावती
- बसपा मुखिया ने बीजेपी से पूछा, आखिर क्यूं नहीं बढ़ी प्रति व्यक्ति आय
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क, लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कई महीनों बाद उत्तर प्रदेश को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोला है। मायावती ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के डबल इंजन वाली सरकार के बयान पर तंज कसा है। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आज सिलसिलेवार दो ट्वीट से भाजपा पर हमला बोला है। मायावती ने कहा उत्तर प्रदेश के निवासियों की प्रति व्यक्ति आय सही से नहीं बढ़ने अर्थात यहां के करोड़ों लोगों के गरीब व पिछड़े बने रहने संबंधी रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़े ही भारतीय जनता पार्टी की पोल खोल रहे हैं। मायावती ने कहा कि आंकड़े इस आमधारणा को प्रमाणित करते हैं कि भाजपा के विकास के दावे हवाहवाई व जुमलेबाजी हैं। उत्तर प्रदेश में तो इनकी डबल इंजन की सरकार में भी ऐसा क्यों है कि यहां पर प्रति व्यक्ति आय सही से नहीं बढ़ी। बसपा मुखिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यहां पर भाजपा के विकास के दावों के खोखले होने का पर्दाफाश होने से अब यह पार्टी तेजी से धाॢमक भावनाओं से खिलवाड़ व हिन्दू-मुस्लिम विवाद आदि के पुराने संकीर्ण मुद्दे पर वापस आ गई है। मायावती ने कहा कि लेकिन इनको शायद यह पता नहीं है कि लोग फिर से इनके छलावे में आने वाले नहीं हैं, जो उनके मूड से भी स्पष्ट है। भाजपा से लोगों का अब मोह भी भंग होता जा रहा है।
नेपाल-भारत सीमा खोलने की तैयारी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क, लखनऊ। नेपाल सरकार ने लगभग डेढ़ साल से बंद चल रही भारत सीमा को खोलने का निर्णय लिया है। नेपाल कैबिनेट की बैठक में इस निर्णय पर मुहर भी लग गई हैैं। हालांकि नेपाल सरकार ने सीमा खोलने की तिथि तय नहीं की है। माना जा रहा है कि इसी माह सामान्य आवागमन शुरू हो जाएगा। सीमा कब से खोली जाएगी, इसकी फैसला वहां की राज्य सरकारों को करना है। कैबिनेट के फैसले से दोनों देशों के सीमावर्ती इलाकों के लोग उत्साहित हैं और बेसब्री से सीमा खुलने का इंतजार कर रहे हैैं। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि सीमा इसी माह खोल दी जाएगी। भारत और नेपाल के सीमावर्ती गांवों के लोगों को रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए दिन में कई बार एक देश से दूसरे देश में आना-जाना पड़ता है। सीमा खुल जाने से उनके लिए आसानी हो हो जाएगी। बता दें कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए नेपाल सरकार ने 22 मार्च 2020 से भारत सीमा से आवागमन पर पाबंदी लगा रखी है। केवल मालवाहक वाहनों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। पर्यटकों पर भी पाबंदी है। जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं की आवश्यकता है, वह अनुमति लेकर आ-जा सकते हैैं। सीमा खुलने से आवागमन सामान्य हो जाएगा, हालांकि वहां के अधिकारियों को आदेश का इंतजार है।
नोएडा डीएलसी के इशारे पर तैयार हो रही ट्रांसफर लिस्ट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क, लखनऊ। आजकल श्रम विभाग में लेबर इंस्पेक्टरों के ट्रांसफर लिस्ट की बड़ी चर्चा है। सूत्रों की माने तो नोएडा डीएलसी वंदना के हस्तक्षेप के चलते ट्रांसफर लिस्ट में बार-बार चेंज किया जा रहा है, उनको प्रमुख सचिव कार्यालय से मन पसंद लेबर इंस्पेक्टर चुनने का मौका दिया गया है। डीएलसी वंदना ने पुराने प्रोफाइल का गहन निरीक्षण करते हुए कुछ नामों की लिस्ट प्रमुख सचिव श्रम के कार्यालय को उपलब्ध करा दी। कार्यालय ने ट्रांसफर लिस्ट फाइनल कर दी लेकिन कुछ दिन पूर्व ही डीएलसी वंदना का मन बदल गया तो उनकी पसंद में भी परिवर्तन हो गया। अब उन्होंने नोएडा के लिए लेबर इंस्पेक्टर राजकुमार, रामाशीष और विजय शंकर तिवारी की मांग कर दी। श्रम विभाग ने मैडम को खुश करने के लिए उनकी मांग को पूरा करते हुए लेबर इंस्पेक्टरों की ट्रांसफर सूची में नोएडा के लिए इन तीनों को अंकित कर दिया है। जबकि नियमानुसार एक लेबर इंस्पेक्टर को जिले में लगातार तीन साल से अधिक तैनाती नहीं मिल सकती। लेबर इंस्पेक्टर रामाशीष को नोएडा में 9 वर्ष और राजकुमार को 3 साल से अधिक का समय बीत चुका है। लेकिन विभाग के आला अधिकारी नोएडा जिले पर विशेष मेहरबान है। इसलिए नियमों को ताक पर रख कर नोएडा के लिए पुराने जमे जमाए लेबर इंस्पेक्टरों को फिर से भेजा जा रहा है।