राजधानी में डराने लगा महिलाओं के खिलाफ क्राइम का ग्राफ, दोगुने हुए अपराध

  • एनसीआरबी की रिपोर्ट से लखनऊ में महिला सुरक्षा की हकीकत उजागर
  • अपराध के खिलाफ प्रदेश सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति की खुली पोल
  • लगातार बढ़ीं वारदातें, दर्जनों मामलों में कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुए केस
सत्य प्रकाश
लखनऊ। भले ही देश-दुनिया में अंतरराष्टï्रीय महिला दिवस जोर-शोर से मनाया जा रहा हो लेकिन प्रदेश की राजधानी लखनऊ में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों का ग्राफ बेहद डराने वाला है। एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) की रिपोर्ट के मुताबिक छह सालों में यहां महिला अपराधों की संख्या दोगुनी हो चुकी है। कई मामलों में केस दर्ज कराने के लिए महिलाओं को कोर्ट की शरण लेनी पड़ी है। इन आंकड़ों ने प्रदेश सरकार के अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति की पोल खोल दी है। राजधानी में छह सालों में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़कर दोगुने हो गए हैं। इसका खुलासा एनसीआरबी की रिपोर्ट से हुआ है। 2014 में महिला संबंधित कुल अपराधों की संख्या जहां 1260 थी वहीं 2019 में यह बढ़कर 2425 हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक 2014 में महिला संबंधित कुल 1260 मुकदमे दर्ज किए गए थे। इनमें से 53 मामलों में मुकदमा दर्ज कराने के लिए महिलाओं को कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। 2015 इसकी संख्या 1461 हो गई। इनमें कुल 10 मामलों में महिलाओं को कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। 2016 में महिला संबंधित अपराधों की संख्या बढ़कर 2205 हो गई, इनमें कुल 20 मामलों में मुकदमा दर्ज कराने के लिए महिलाओं को कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। 2017 में महिला संबंधित कुल अपराधों की संख्या 2468 हो गई इसमें 22 मामलों में महिलाओं को मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। 2018 में महिला संबंधित अपराधों के मामले बढ़कर 2736 हो गए जबकि 24 मामले कोर्ट के आदेश दर्ज हुए। वहीं 2019 में कुल 2425 मुकदमे दर्ज किये गए जबकि 36 मामलों में मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोर्ट का सहारा लेना पड़ा। ये वे आंकड़े हैं जो थानों में दर्ज किए गए हैं।
इनका किया गया है गठन
प्रदेश में महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए 1090, एंटी रोमियो पुलिस, आपात सहायता 112 सहित महिला शक्ति मिशन का गठन किया गया है। इसके अलावा सभी थानों और सरकारी कार्यालयों में महिला हेल्प डेस्क बनाये गए हैं।
लखनऊ कमिश्नरेट का कार्यभार संभालने के बाद से मेरा यही प्रयास रहता है कि प्रत्येक महिला को न्याय मिले। इसके लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है। यदि कहीं महिला संबंधित अपराध होता है तो त्वरित करवाई की जाती है।
डीके ठाकुर, पुलिस कमिश्नर, लखनऊ

उत्तराखंड के सीएम को हटाने की चर्चा से पहाड़ों का तापमान गर्म
  • सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली पहुंचे, सियासी गलियारों में अजय भट्ट के नाम की चर्चा
  • उत्तराखंड में दोहराता दिख रहा इतिहास, भाजपा का कोई सीएम नहीं पूरा कर सका है पांच साल का कार्यकाल
4पीएम न्यूज नेटवर्क. देहरादून। उत्तराखंड के सियासी गलियारे में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाने की चर्चा गर्म होने से पहाड़ों का तापमान बढ़ गया है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें दिल्ली तलब किया है। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली पहुंच चुके हैं। वहीं नाराज विधायक लॉबिग में जुटे हैं। दिल्ली से भेजे गए पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट केन्द्रीय नेतृत्व को सौंप दी है। उत्तराखंड में लंबे समय से राजनीति नये-नये रूप लेती रही है। पूर्व में भी यहां भाजपा का कोई भी सीएम पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है। इस बार भी इतिहास दोहराता दिख रहा है। सियासी गलियारों में अजय भट्ट के नाम की चर्चा तेज हो गयी है। वहीं दो केंद्रीय पार्टी पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में हुई उत्तराखंड कोर ग्रुप की बैठक के बाद रावत दिल्ली पहुंच चुके हैं। मामला इसलिए तूल पकड़ रहा है क्योंकि आज सीएम रावत को गैरसैंण और देहरादून में कई कार्यक्रम में जाना था लेकिन वे दिल्ली पहुंचे हैं। प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों ने तब और जोर पकड़ लिया जब भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम देहरादून पहुंचे और कोर ग्रुप की बैठक हुई। वहीं सीएम रावत ने कहा है कि शीर्ष नेतृत्व के बुलावे पर मैं दिल्ली आया हूं।

पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों पर राज्यसभा में हंगामा

  • कार्यवाही बाधित, कांग्रेस ने दिया स्थगन प्रस्ताव
  • कीमतों पर चर्चा कराने पर अड़ा विपक्ष
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण का पहला दिन हंगामेदार रहा। राज्य सभा में कार्यवाही की शुरुआत होते ही विपक्ष की ओर से पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर हंगामा किया गया। जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही को 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सुबह 11 बजे के बाद जब फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस पेट्रोल-डीजल के दामों पर चर्चा के लिए अड़ गई। हालांकि, उपसभापति ने इस चर्चा से इनकार कर दिया। राज्य सभा को दोबारा 1 बजे तक के लिए स्थगित किया गया। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पूरा देश संकट में है, ऐसे में सरकार को हल निकालना चाहिए। राज्य सभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में मनीष तिवारी ने स्थगन प्रस्ताव दिया है और चर्चा की मांग की।

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