संघ-भाजपा की कवायद से नहीं हो सकेगा डैमेज कंट्रोल
- 4पीएम की परिचर्चा में निकलकर सामने आया कि सरकार के प्रति जनता में जो आक्रोश है उसे चुनाव से पहले खत्म करना ही है
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. लखनऊ। यूपी भाजपा में राजनीतिक घमासान जारी है। विद्रोह की स्थिति है। दिल्ली में उच्च नेता मैराथन बैठकें कर रहे है। दिल्ली से ही यूपी का भविष्य तय होगा, यह बात साफ है। ऐसे में अगर अटलजी के कार्यकाल की बात करें तो उनके सहयोगी दल अंतर-विरोध के बावजूद भी अटल जी के साथ थे। बहुत कम लोगों को ही यह बात पता होगी कि संघ ने कभी भी गोरखनाथ मठ को पसंद नहीं किया। गोरखनाथ पीठ ने शुरुआत से ही संघ को चुनौती दी है। योगी ने पूर्वांचल में टिकट बंटवारे को लेकर खुद राजनाथ सिंह तक को चुनौती दी थी, जिसमें बात बगावत तक पहुंच गई थी। वहीं योगी का अपने ही क्षेत्र में चुनाव हार जाना गोरखनाथ पीठ के इतिहास की सबसे बड़ी हार है। ऐसे में संघ को एक ऐसे आवरण की आवश्यकता है, जिसके पीछे संगठन को प्रसारित और मजबूत करना का मौका मिल सके। सरकार नहीं रहेगी तो संघ समाप्त नही हो जाएगा। ये बात निकलकर आई चर्चित पत्रकार अशोक बानखेड़े, देश के जाने माने पत्रकार राज्यसभा टीवी में संसदीय मामलों के संपादक अरविंद सिंह, न्यूज नशा यूट्ïयूब चैनल की संपादक विनीता यादव व 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के साथ एक लंबी परिचर्चा में।
वरिष्ठï पत्रकार अशोक बानखेड़े ने कहा संघ की इस बैठक में योगी के साथ-साथ आगामी चुनावों और बंगाल चुनाव मुद्दों पर चर्चा होगी लेकिन इस चर्चा का मुख्य बिंदु होगा कोरोना की दूसरी लहर के दौरान का मिस-मैनेजमेंट। क्योंकि मोदीजी ने विश्व स्तर पर इस बात को कहा था कि हमने कोरोना से जंग जीत ली है। जबकि कोरोना से जो असुविधाएं लोगों को हुई, उसके डैमेज कंट्रोल के लिए मोदीजी के साथ योगी ने भी झूठ बोला। साथ ही जिस तरह यूपी सरकार में बदलाव की खबरें आई है। इससे सन्देश तो यही जा रहा है कि योगी जी जिद्दी है क्योंकि वे एक एके शर्मा को भी एडजस्ट नहीं करना चाहते। इतना सब हो जाने के बाद भी संघ योगी के पीछे खड़ा है। यदि बदलाव होता भी है तो डैमेज कंट्रोल नहीं होने वाला है। चर्चित पत्रकार अरविंद सिंह ने कहा मेरा मानना है कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सबसे बुरी तस्वीरें यूपी से ही सामने आई हैं। साथ ही पार्टी के सभी नेता पंचायत चुनावों में व्यस्त थे और स्वयं योगी जी बंगाल के चुनाव में व्यस्त थे। ऐसे में प्रदेश का हाल भी बुरा हो गया। यह सरकार के लिए दोहरी मार थी। इसके अलावा पार्टी का जनाधार भी कम हुआ हैं। वरिष्ठï पत्रकार विनीता यादव ने कहा जिस तरह से यूपी की राजनीति में योगी का पदार्पण हुआ वह जगजाहिर है। संघ की ही पहल के कारण योगी यूपी के मुख्यमंत्री हैं। बड़ा सवाल यह कि इस समय यूपी भाजपा में जो अंदरूनी हालात हैं, उसे संघ कितने अच्छे ढंग से हैंडल करेगा ये देखने वाली बात होगी। मुश्किल यह है कि सरकार के प्रति जनता में जो आक्रोश है, उसे विस चुनाव से पहले किस तरह से ठीक किया जाएगा।
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर की सख्ती से दो सौ बाइक बरामद
- शोरूम के बेसमेंट में छिपी हुई थी सारी बाइकें
- मोहनलालगंज और निगोहा इलाके में कार्रवाई, दो हिरासत में
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. लखनऊ। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर की सख्ती से लखनऊ पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने देर रात बाइक बोट घोटाले में कड़ी कार्रवाई करते हुए दो लोगों को हिरासत में लेते हुए निगोहां और मोहनलालगंज इलाके से दो सौ बाइक बरामद की है। क्राइम ब्रांच और पीजीआई थाने की पुलिस ने यह कार्रवाई की है। बाइक बोट घोटाले में विभूतिखंड समेत कई थानों में दर्जनों एफआइआर दर्ज हैं। पुलिस टीम ने मोहनलालगंज और निगोहां इलाके से यह बरामदगी की है। सभी बाइक एक शोरूम के बेसमेंट और एक मकान से बरामद हुई हैं। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि हिरासत में लिए गए आरोपितों ने पूरे प्रदेश में जाल फैला रखा है। बरामद किए गए वाहनों पर बाइक बोट लिखा है। कार्रवाई में शामिल पुलिस साथियों का कहना है कि फर्जीवाड़े में अमित अग्रवाल और उसके साथी शामिल हैं। पुलिस ने निगोहां के उदयपुर गांव से मुखबिर की सूचना पर आरोपितों को पकड़ा है। यही नहीं मोहनलालगंज स्थित आरोपितों के ऑफिस से भी 117 बाइक मिली। इस पूरे प्रकरण की जांच ईओडब्ल्यू कर रही थी। पुलिस ने ईओडब्ल्यू को सूचना दे दी है।
ये है मामला
एसटीएफ और ईओडब्ल्यू आर्थिक अपराध शाखा ने बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले के मास्टरमाइंड के साथी बीएन तिवारी को भी इस मामले में आरोपित पाया था। इसके बाद बीएन तिवारी को गिरफ्तार किया गया था। बीएन तिवारी एक चैनल का मालिक है। यही नहीं बीएन तिवारी पर 50 हजार का इनाम भी घोषित था। आरोपित पर नोएडा के साथ साथ लखनऊ में भी रिपोर्ट दर्ज थी।
तीन जिलों में डीएम समेत 6 आईएएस बदले
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. लखनऊ। योगी सरकार ने फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। शासन ने छह आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। इनमें तीन जिलों प्रयागराज, बहराइच और कौशांबी के डीएम भी शामिल हैं। इनके आलावा दो जिलों में नए मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) तैनात किए गए हैं। इसके एक दिन पहले 18 आईएएस अफसरों के तबादले किए गए थे। शासन स्तर पर भी प्रशासनिक फेरबदल हुआ है, जिनमें लगभग आधा दर्जन विभागों के अपर मुख्य सचिव/ प्रमुख सचिव बदले गए हैं। शासन से जारी तबादला सूची के अनुसार प्रयागराज के डीएम भानु चंद्र को उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण (यूपीआरआरडीए) का मुख्य कार्यपालक अधिकारी बनाया गया है। अभी तक जल निगम के संयुक्त प्रबंध निदेशक रहे संजय कुमार खत्री अब डीएम प्रयागराज होंगे। यूपीआरआरडीए के सीईओ सुजीत कुमार को डीएम कौशांबी के पद पर तैनात किया गया है। कौशांबी के डीएम अमित कुमार सिंह को विशेष सचिव नगर विकास के साथ जल निगम के संयुक्त प्रबंध निदेशक का दायित्व दिया गया है। विशेष सचिव संस्कृति दिनेश चंद्र को डीएम बहराइच का पद सौंपा गया है। बहराइच के डीएम रहे शंभू कुमार अब विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा होंगे। लखनऊ के सीडीओ प्रभास कुमार इसी पद पर प्रतापगढ़ भेजे गए हैं। प्रतापगढ़ के सीडीओ अश्विनी कुमार पांडेय अब लखनऊ में यह जिम्मेदारी संभालेंगे।