महामंथन से तय होगा सीएम योगी का भविष्य!
- संगठन और मंत्रियों की नजर दिल्ली दरबार के निर्णय पर
- तीन दिन से चल रहे महामंथन में आगामी यूपी चुनाव पर विशेष फोकस
- बीएल संतोष की रिपोर्ट पर शीर्ष नेतृत्व चुनावी रणनीति का फॉर्मूला तैयार करने में जुटी
- कोरोना से उपजी परिस्थितियों और इसके लिए चलाए जा रहे कार्यों की भी होगी समीक्षा
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। संघ की दिल्ली बैठक पर देशभर की निगाहें टिकी हुई हैं। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व और संघ अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में तीन दिन से महामंथन कर रहा है। तीन जून से शुरू हुई बैठक के अंतिम दिन यानी आज देर शाम तक इस बात का फैसला हो जाएगा कि यूपी में सीएम योगी का भविष्य क्या होगा। फिलहाल चुनाव के पहले सरकार और संगठन में किसी तरह के बड़े बदलाव के आसार नहीं है। मगर बीएल संतोष के यूपी दौरे को लेकर शीर्ष नेतृत्व चुनावी रणनीति का फॉर्मूला तैयार करने में जुटा हुआ है। वहीं पीएम मोदी के करीबी अरविंद शर्मा को डिप्टी सीएम बनाए जाने को लेकर भी शीर्ष नेतृत्व मंथन कर रहा है कि उनकी यूपी व भाजपा में चुनावी रणनीति क्या होगी। दिल्ली में चल रही बैठक पर यूपी के संगठन और मंत्रियों की पूरी नजर है, उन्हें मालूम है कि तीन दिन से चल रहे महामंथन में आगामी यूपी चुनाव पर ही विशेष फोकस है। इसी वजह से भाजपा के अंदर राजनीतिक तापमान गर्म है। महामंथन में आगामी यूपी चुनाव से लेकर अगले एक महीने के संघ के कार्यक्रमों पर चर्चा भी चल रही है। तीन दिन से चल रही इस बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, पांच सहसरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, मनमोहन वैद्य, मुकुंद, अरुण कुमार और रामदत्त चक्रधर मौजूद है।
संघ के सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में यूपी चुनाव, संघ के कार्यक्रमों की चर्चा के अलावा देशभर में कोरोना से उपजी परिस्थितियों और इसके लिए चलाए जा रहे संघ परिवार के सेवा कार्यों की समीक्षा की जा रही है। बैठक में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्ïदेनजर तैयारियों पर जोर दिया जाएगा। पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद की हिंसा पर भी इसमें चर्चा होगी। साथ ही देश की राजनीतिक परिस्थितियों पर भी चर्चा संभव है। सूत्रों के मुताबिक जिस तरीके से पिछले दिनों दत्तात्रेय होसबले उत्तर प्रदेश को लेकर सक्रिय हुए, उसे देखते हुए कहा जा सकता है, संघ की इस बैठक में उत्तर प्रदेश के राजनीतिक और सामाजिक हालात पर चर्चा अहम मुद्दा है। गौरतलब है कि यूपी को लेकर पिछले दिनों आरएसएस और बीजेपी के बीच दिल्ली में बड़ी बैठक हो चुकी है। उसके बाद दत्तात्रेय होसबले ने उत्तर प्रदेश का दौरा भी किया था और वहां के हालात का फीडबैक लिया था। पिछले 2 दिनों से बीजेपी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी लखनऊ में कई बैठक कर चुके हैं।
राष्टï्रपति, राजनाथ व अखिलेश यादव ने दी सीएम योगी को जन्मदिन की बधाई
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज 50वां जन्मदिन है। हालांकि वह अपना जन्मदिन नहीं मनाते हैं। इस बार भी सीएम योगी बगैर किसी आयोजन के रोजाना की तरह बैठक कर रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े नेताओं ने सीएम योगी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं। राष्टï्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्टï्रपति वेंकैया नायडू ने भी फोन पर बात की और बधाई दी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, कानून मंत्री बृजेश पाठक, स्वतंत्र देव सिंह, सुनील बंसल, सुनील भराला, परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने भी सीएम योगी को जन्मदिन की बधाई दी है। वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव, आईपी सिंह, उदयवीर सिंह सहित कांग्रेस, बसपा व अन्य दलों के कई नेताओं ने मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई दी। सोशलमीडिया पर भी लाखों यूजर्स ने बधाई दी।
अगले माह नड्ïडा का दौरा
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्ïडा अगले माह यूपी के दौरे पर है, ऐसी संभावना जताई जा रही है। चुनावी तैयारियों के मद्ïदेनजर यह दौरा महत्वपूर्ण होगा। दरअसल बीएल संतोष ने जो फीडबैक लिया है, उसके आधार पर ही पार्टी आगे की रणनीति बना रही है। कहा ये भी जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में केंद्रीय नेताओं के उत्तर प्रदेश के दौरे भी बढ़ेंगे। इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि किसी भी दौरे में कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन न हो।
केवल चिकित्सकीय कार्य करेंगे डॉक्टर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने आवास पर टीम-9 की बैठक में अफसरों से कहा कोरोना में बिल्कुल लापरवाही नहीं चाहिए। उन्होंने कहा अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी नहीं होनी चाहिए। इसके लिए संविदा पर पूर्व डॉक्टरों को रखा जाए। साथ ही कहा अस्पतालों में तैनात चिकित्सक प्रशासनिक कार्यों से मुक्त होंगे। प्रशासनिक कार्यों में लगे चिकित्सक केवल चिकित्सकीय कार्य करेंगे। उन्होंने इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग को निर्देश जारी किए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि एमबीए पास युवाओं को भी मौका दिया जाए। अगर कही काम है तो उनकी मदद ली जाए। इसके अलावा ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने बचाव और इलाज की प्रभावी व्यवस्था करने के निर्देश दिए।