अयोध्या-काशी के साथ मथुरा भी बन सकता है चुनावी मुद्दा
- केशव प्रसाद मौर्य के बयान के बाद बढ़ी सियासी हलचल
- अयोध्या-काशी के बाद अब मथुरा पर बीजेपी की नजर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे पास आता जा रहा है, वैसे-वैसे सियासी हलचल भी तेज होती जा रही हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक ट्वीट कर सियासी गलियारे में हलचल ला दी। उन्होंने प्रयागराज से ट्वीट किया कि अयोध्या-काशी में मंंदिर निर्माण जारी है अब मथुरा की तैयारी है। साथ ही हैशटैग किया कि जय श्री राम, जय शिव शंभू, जय श्री राधे-कृष्ण यह भारतीय जनता पार्टी के भगवा एजेंडे का संकेत माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में मथुरा भी मुद्ïदा बन सकता है।
इससे पहले प्रयागराज पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक चैनल से हुई बातचीत में कहा था कि जिस प्रकार से अयोध्या में श्रीराम की जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से पूरी दुनिया के रामभक्तों में खुशी की लहर दौड़ गई है। उसी तरह वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के भव्य मंदिर के कॉरीडोर का निर्माण भी हो चुका है। ऐसे में छह अगस्त 2020 के बाद से हम जो नारा लगाते थे कि अयोध्या हुई हमारी, अब काशी-मथुरा की बारी वह नारा संपन्न होता नजर आ रहा है। दरअसल, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति ने भी करवट ली है।
दशकों तक अयोध्या से पर्याप्त दूरी बनाए रहे और खुद को ‘सेक्युलरÓ कहने वाले गैर भाजपाई दलों के नेताओं ने धीरे-धीरे हिंदुत्व की ओर भी सधे कदम रखे हैं। भाजपा पर भगवान राम के नाम पर राजनीति का आरोप लगाने के साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव यदा-कदा भगवान कृष्ण को अपना आराध्य बताते रहे हैं। वह मथुरा, चित्रकूट सहित कई धर्मस्थलों पर गए, वहां से राजनीतिक कार्यक्रमों की भी शुरुआत की।
जोर पकड़ रहा है मुद्दा
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद से मथुरा जन्मभूमि प्रकरण जोर पकड़ रहा है। विगत वर्ष राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगदगुरु वासुदेवानंद सरस्वती ने भी कहा था कि पहले राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। राम मंदिर बनने के बाद काशी विश्वनाथ और मथुरा की कृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए काम किया जाएगा। इसे कोई रोक नहीं सकता है। यूपी चुनाव को कुछ ही समय शेष है ऐसे में हिंदुत्व के एजेंडे को और मजबूत करने के लिए अब भाजपा ने नेता कार्य कर रहे हैं।
योगी ने तीर्थस्थल घोषित किया था
विगत माह भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा और क्रीडास्थली वृंदावन को योगी आदित्यनाथ ने तीर्थस्थल घोषित किया था। प्रदेश सरकार ने मथुरा-वृंदावन नगर निगम के 22 वार्डों को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित करते हुए वहां मांस-मदिरा की बिक्री को प्रतिबंधित किया, जिसके बाद साधु-संतों ने इस फैसले का स्वागत किया था। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए मथुरा में भाजपा तीर्थस्थल के फैसले को चुनावी मुद्दों में शामिल कर सकती है।