विपक्ष बताएं, मथुरा में कृष्ण मंदिर बनना चाहिए या नहीं : केशव मौर्य

  • आगामी चुनाव को देखते हुए मथुरा का मुद्ïदा बनना तय

लखनऊ। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा किए गए ट्वीट ‘अयोध्या-काशी में मंदिर निर्माण जारी है, अब मथुरा की तैयारी हैÓ के बाद यूपी में सियासत शुरू हो गई है। इस मसले पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आने के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने इस मामले में अखिलेश से पूछा है कि वह बताएं कि मथुरा में श्रीकृष्ण का भव्य मंदिर बनने का वह समर्थन करते हैं या विरोध। प्रयागराज के अलकापुरी स्थित आवास पर अपने गृह जनपद कौशाम्बी रवानगी के पूर्व डिप्टी सीएम ने अखिलेश की प्रतिक्रिया आने के बाद मथुरा में मंदिर पर उन्हें सीधे घेरा। उन्होंने कहा श्री राम लला की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण हो रहा है।

काशी में बाबा विश्वनाथ का भव्य कॉरीडोर बन रहा है। मथुरा में भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बने, यह हर कृष्ण भक्त की इच्छा है, आकांक्षा है। मैंने भी इसी भाव को प्रकट किया है। दरअसल अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति ने भी करवट ली है। दशकों तक अयोध्या से पर्याप्त दूरी बनाए रहे और खुद को ‘सेक्युलरÓ कहने वाले गैर भाजपाई दलों के नेताओं ने धीरे-धीरे हिंदुत्व की ओर भी सधे कदम रखे हैं।

भाजपा पर भगवान राम के नाम पर राजनीति का आरोप लगाने के साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव यदा-कदा भगवान कृष्ण को अपना आराध्य बताते रहे हैं। वह मथुरा, चित्रकूट सहित कई धर्मस्थलों पर गए, वहां से राजनीतिक कार्यक्रमों की भी शुरुआत की। गौरतलब है कि विगत माह भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा और क्रीडास्थली वृंदावन को योगी आदित्यनाथ ने तीर्थस्थल घोषित किया था। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए मथुरा में भारतीय जनता पार्टी तीर्थस्थल के फैसले को चुनावी मुद्दों में शामिल कर सकती है।

हिंदुत्व एजेंडे को धार दे रही भाजपा

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद से मथुरा जन्मभूमि प्रकरण जोर पकड़ रहा है। विगत वर्ष राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगदगुरु वासुदेवानंद सरस्वती ने भी कहा था कि पहले राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। राम मंदिर बनने के बाद काशी विश्वनाथ और मथुरा की कृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए काम किया जाएगा। इसे कोई रोक नहीं सकता है। यूपी चुनाव को कुछ ही समय शेष है ऐसे में हिंदुत्व के एजेंडे को और मजबूत करने के लिए अब भाजपा ने नेता कार्य कर रहे हैं।

विपक्ष की सरकार होती तो जिन्ना के नाम पर होता विश्वविद्यालय

सहारनपुर में विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने मंच से प्रदेश में रहीं पूर्व की सरकारों के घेरने में कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा उनकी सरकार ने विवि का नाम मां शाकंभरी देवी के नाम पर रखा है, लेकिन यदि अखिलेश होते तो वह विश्वविद्यालय का नाम मां शाकंभरी देवी नहीं, बल्कि जिन्ना के नाम पर रखते।

उप मुख्यमंत्री ने कहा विश्वविद्यालय 50.43 एकड़ भूमि पर बन रहा है, इसके लिए पहले चरण में 92 करोड़ रुपये जारी किए गए। उन्होंने कहा पहले चरण का कार्य 18 माह में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा है। यानी जून 2023 तक पहला चरण पूरा होगा। विवि से सहारनपुर मंडल के सहारनपुर जनपद के अलावा मुजफ्फरनगर और शामली के 264 महाविद्यालय जुड़ेंगे।

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