स्कूलों में दलित-आदिवासी और ओबीसी छात्रों की संख्या में गिरावट, सरकार ने संसद में बताए ये आंकड़े

नई दिल्ली। लोकसभा में आरजेडी के सांसद अभय कुशवाहा ने शिक्षा के संबंध में और स्कूलों में दलित-आदिवासी और ओबीसी छात्रों की संख्या में गिरावट को लेकर सवाल पूछे, जिसका जवाब शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने दिया. साथ साथ उन्होंने आंकड़ों के जरिए बताया कि साल 2023 और 2024 में छात्रों की कितनी संख्या और कितनी बढ़ोतरी हुई है.
सवाल: क्या सरकार सभी के लिए समान शिक्षा का सपना पूरा करेगी?
जवाब: केंद्र सरकार ने कहा, नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी, 2020) सभी के लिए और समावेशिता सुनिश्चित करने पर आधारित है और इसका लक्ष्य 2030 तक प्री-प्राइमरी से सेकेंडरी लेवल तक 100 फीसदी ग्रौस एनरोलमेंट रेशियो (जीईआर) हासिल करना है. केंद्र सरकार राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को केंद्र स्पोंसर्ड समग्र शिक्षा योजना के माध्यम से सहायता करती है, जो एनईपी 2020 के साथ भी संरेखित है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी बच्चों को एक समान और समावेशी कक्षा के माहौल के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, जिसमें उनकी विविध पृष्ठभूमि, बहुभाषी जरूरतों, अलग-अलग शैक्षणिक क्षमताओं का ध्यान रखा जाए. साथ ही साथ उन्हें सीखने की प्रक्रिया में सक्रिय भागीदार बनाया जाए.
सवाल: क्या साल 2023-24 में स्कूलों में एडमिशन की संख्या में लगभग 37 लाख की गिरावट आई है, अगर ऐसा हुआ है तो इसके क्या कारण हैं?
जवाब: द डिपार्टमेंट ऑफ स्कूल एजुकेशन एंड लिटरेस , मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ओर से प्रदान किए गए स्कूली शिक्षा के इंडीकेटर्स पर डेटा रिकॉर्ड करने के लिए यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इनफार्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस विकसित किया है. 2022-23 से यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इनफार्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस हर छात्र का अलग-अलग डेटा एकत्र करता है और छात्रों की रजिस्ट्री बनाता है. यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इनफार्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस के अनुसार, साल 2022-23 प्री-प्राइमरी से हायर सेकेंडरी तक कुल नामांकन 25 करोड़, 17 लाख, 91 हजार, 722 हुए थे, जबकि 2023-24 में 24 करोड़, 80 लाख, 45 हजार, 828 हुए हैं.
सवाल: क्या ये गिरावट अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और छात्राओं में सबसे अधिक थी?
जवाब: सरकार ने बताया कि साल 2022-23 में एससी वर्ग में 4 करोड़, 44 लाख,25 हजार, 208 नामांकन हुए, जबकि 2023-24 में घटकर 4 करोड़, 28 लाख, 01 हजार, 577 रह गए. वहीं, एसटी वर्ग में 2022-23 में 2 करोड़, 39 लाख, 56 हजार, 131 नामांकन हुए, जबकि 2023-24 में घटकर 2 करोड़, 34 लाख, 41 हजार, 706 रह गए. इसके साथ 2022-23 में ओबीसी वर्ग में 11 करोड़, 04 लाख, 03 हजार, 611 छात्रों ने एडमिशन लिया था. वहीं, 2023-24 में 10 लाख, 65 हजार, 50 हजार, 283 छात्रों ने लिया. सरकार ने अपने जवाब में कहा कि छात्राओं के संख्या में भी गिरावट आई है. 2022-23 में जो 11 करोड़, 62 लाख, 09 हजार, 112 छात्राओं की संख्या थी वो 2023-24 में घटकर 11 करोड़, 32 लाख, 48 हजार, 84 रह गई.

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