भाजपा शासन की अनियमितताओं पर अन्ना साध लेते हैं चुप्पी: राउत
![](https://4pm.co.in/wp-content/uploads/2025/02/raut-1.jpg)
- शिवसेना यूबीटी नेता बोले- हजारे को दिल्ली में रामलीला और जंतर-मंतर जाना चाहिए
- पीएम का मार्सिले जाना गलत नहीं : संजय
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने अन्ना हजारे पर 2014 के बाद भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारों में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज नहीं उठाने का आरोप लगाया। राउत ने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने अन्ना हजारे को महात्मा बना दिया। उनके बिना अन्ना दिल्ली भी नहीं देख पाते। 2014 के बाद भाजपा शासित केंद्र और महाराष्ट्र में खूब अनियमितताएं हुईं, लेकिन अन्ना ने एक शब्द भी नहीं कहा।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध जताने के लिए अन्ना को दिल्ली में रामलीला और जंतर मंतर जाना चाहिए था। इसका जवाब देते हुए अन्ना ने कहा कि एक खास नजरिया रखने वाला व्यक्ति दुनिया को उसी तरह से देखता है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्सिले की यात्रा पर राउत ने कहा कि उस स्थान पर जाना गलत नहीं है जहां से वीर सावरकर बच निकले थे। यह हमारे लिए गर्व की बात है। वहीं, एकनाथ शिंदे को महादजी शिंदे राष्ट्रीय गौरव अवार्ड दिए जाने पर भी राउत ने कहा कि आपको पता है कि यह अवार्ड उन्हें किसने दिया है। ऐसे अवार्ड खरीदे-जाते हैं या बेचे जाते हैं। हालांकि, यूबीटी नेता संजय राउत ने बाद में स्पष्ट किया कि इस फैसले का एमवीए के भविष्य से कोई लेना-देना नहीं है और यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि स्थानीय चुनावों में गठबंधन कार्यकर्ताओं के लिए अवसरों को कम करता है। इस विवाद को सुलझाने के लिए ठाकरे ने शरद पवार से उनके दक्षिण मुंबई स्थित आवास पर मुलाकात भी की थी।
उद्धव की सेना शिंदे को सम्मानित करने पर शरद पवार से नाराज
महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के भीतर बढ़ती दरार के बीच, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) ने राज्य के उपमुख्यमंत्री को सम्मानित करने के लिए शरद पवार से नाराजगी जताई है। उद्धव ठाकरे ने एनसीपी-एससीपी प्रमुख द्वारा शिंदे को दिए गए महादजी शिंदे राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार पर नाराजगी जताई है। ठाकरे ने कहा है कि पवार को उपमुख्यमंत्री को सम्मानित नहीं करना चाहिए था, क्योंकि उन्होंने शिवसेना को तोड़ दिया था। उन्होंने कहा कि पवार को ठाकरे परिवार की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए था।