भारत को नीचा दिखाने वालों से रहना होगा सतर्क: मोहन भागवत
संघ के कार्यकर्ताओं को आगे और हैं खतरे, 130 करोड़ लोगों तक पहुंचना लक्ष्य, कहा, हम राष्ट्रवादी हैं, जात-पात पर नहीं रखते विश्वास
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
धर्मशाला। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत को नीचा दिखाने वाले जिन लोगों की मंशा पूरी नहीं हो रही है, वे हर स्तर पर देश को डुबाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों से सतर्क रहना होगा। कांगड़ा में आयोजित मंडल-बस्ती एकत्रीकरण कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि केवल मुट्ठी भर देश विरोधी लोग संघ का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिस संघ के पास न तो राजनीतिक शक्ति और न ही आर्थिक संपदा के साधन थे, आज वही संघ विश्व का सबसे बड़ा संगठन बनकर उभरा है। समय-समय पर संघ पर कई तरह के हमले हुए, हत्याएं हुईं, लेकिन कार्यकर्ताओं ने हिम्मत नहीं हारी। ऐसे अत्याचार यदि किसी अन्य संगठन पर हुए होते तो पांच वर्षों में खत्म हो जाता। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि आगे और भी खतरे हैं। इसके लिए सजग रहना होगा और संघ के स्वभाव को नहीं छोडऩा है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में संघ के सौ वर्ष पूरे हो जाएंगे। संघ को कड़ी मेहनत करते हुए वर्ष 2025 तक 130 करोड़ लोगों तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि देश में पौने सात लाख गांव हैं। अभी संघ की शाखाएं साठ हजार स्थानों पर हैं, छह लाख स्थान अभी बाकी हैं। हम राष्ट्रवादी हैं और जातपात पर कतई विश्वास नहीं रखते हैं। राष्ट्र एकजुट रहे, इसके लिए हम लगातार प्रयासरत रहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्रों में भी कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज को वर्गों में बांटा जाए।
कार्यक्रम में पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने कहा कि देश में सैन्य शक्ति को मजबूत करने पर बल देना चाहिए।