पार्षद को नाले की सफाई का मुद्दा उठाना पड़ा भारी, पार्टी ने ही थमा दिया नोटिस

वडोदरा नगर निगम की बैठक में बीजेपी के एक पार्षद ने मांग की कि उनके इलाके के नाले में अब तक बारिश का पानी भरा हुआ है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः वडोदरा में भारतीय जनता पार्टी ने अपने वार्ड नंबर 15 के कॉर्पोरेटर आशीष जोशी को अनुशासनहीनता के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया है….. वहीं यह कदम तब उठाया गया जब जोशी ने वडोदरा नगर निगम की जनरल बोर्ड मीटिंग के दौरान म्युनिसिपल कमिश्नर दिलीप राणा के साथ अपने वार्ड में नालों की सफाई को लेकर तीखी बहस की थी….. यह घटना सोमवार को हुई…… जिसके बाद बुधवार को बीजेपी की शहर इकाई ने जोशी को नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा है….. पार्टी ने इसे जोशी की ओर से बार-बार अनुशासन भंग करने का मामला करार दिया है…..

आपको बता दें कि यह विवाद तब शुरू हुआ जब जनरल बोर्ड मीटिंग में आशीष जोशी ने अपने वार्ड 15 के कालादर्शन इलाके में नालों की सफाई का मुद्दा उठाया….. जोशी का कहना था कि जनवरी से ही वे इस समस्या को लेकर नगर निगम के अधिकारियों, खासकर कमिश्नर दिलीप राणा, से शिकायत करते आ रहे हैं…… लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई….. उनका दावा था कि नाले की सफाई न होने के कारण मानसून के दौरान इलाके में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई थी…… मीटिंग के दौरान जोशी और राणा के बीच बहस इतनी गरमा गई कि यह चिल्लाहट तक पहुंच गई…… जोशी ने आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि उनकी मांगों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है….. दूसरी ओर, राणा ने जोशी के लहजे पर आपत्ति जताई….. और इसे अस्वीकार्य बताया……

वहीं इस घटना के बाद मेयर पिंकी सोनी ने मंगलवार को जोशी के साथ प्रभावित इलाके का दौरा किया….. और नाले की सफाई के लिए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए…… इसके परिणामस्वरूप मंगलवार को ही सफाई का काम शुरू हो गया…… हालांकि, इस बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने जोशी के व्यवहार को पार्टी की छवि के लिए नुकसानदायक माना….. एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, जोशी ने बहस के दौरान यह टिप्पणी की थी कि पहले के बीजेपी नेता म्युनिसिपल कमिश्नर को बाहर निकाल देते…… जो पार्टी के लिए शर्मिंदगी का कारण बना….. इसे देखते हुए शहर बीजेपी अध्यक्ष ने नोटिस जारी की और जोशी से स्पष्टीकरण मांगा…..

दूसरी ओर, वीएमसी के क्लास वन अधिकारियों ने भी जोशी के व्यवहार पर नाराजगी जताई….. मंगलवार को मेयर से मुलाकात कर उन्होंने मांग की कि जोशी कमिश्नर से माफी मांगें….. वरना वे आधिकारिक ड्यूटी के बाद ओवरटाइम काम नहीं करेंगे…… हालांकि, जोशी ने माफी मांगने से इनकार कर दिया….. और कहा कि वे अपने वार्ड की जनता की आवाज उठा रहे थे….. उनका सवाल था कि क्या जनता के साथ खड़े होना गुनाह है…. वहीं यह घटना बीजेपी के लिए आंतरिक अनुशासन….. और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तालमेल का मुद्दा बन गई है…… पार्टी ने जोशी को तीन दिनों में जवाब देने का समय दिया है…… जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी…… इस बीच, नाले की सफाई शुरू होने से इलाके के लोगों को राहत मिली है….. लेकिन यह विवाद अभी थमता नजर नहीं आ रहा….. जोशी के रुख और पार्टी के फैसले पर सभी की नजरें टिकी हैं…..

 

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